एटीएस के निशाने पर धनबाद, बोकारो और गिरिडीह के छह दर्जन अपराधी, अपराधियों का नाम गुंडा पंजी में होगा अंकित

उपायुक्त के अनुमोदन के बाद धनबाद जिले के इन 69 अपराधियों के नाम गुंडा पंजी में अंकित होंगे. इस लिस्ट में गिरिडीह जिले से एक अपराधी का नाम है. इसके अलावा बोकारो जिले के तीन अपराधियों का नाम भी शामिल है.

By Prabhat Khabar News Desk | August 22, 2023 9:47 AM
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धनबाद जिले में कई संगठित गिरोह के सदस्य लगातार कहीं न कहीं घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं. इन अपराधियों पर नियंत्रण के लिए डीजीपी के आदेश पर एटीएस ने कई के खिलाफ अभियान शुरू कर दिया है. इस क्रम में पूरे राज्य के अपराधियों की लिस्ट तैयार की गयी. इसमें धनबाद का फरार अपराधी प्रिंस खान और धनबाद जेल में बंद अमन सिंह के अलावा राज्य के कई बड़े अपराधी और उनके गुर्गे शामिल हैं. एटीएस की इस सूची में धनबाद, बोकारो व गिरिडीह के लगभग छह दर्जन अपराधियों का नाम है.

69 का नाम होगा गुंडा पंजी में अंकित

हाल के वर्षों में धनबाद में अपराधियों ने जम कर अपना पैर फैलाया है. कई घटनाओं को भी अंजाम दिया है. इसको लेकर वासेपुर, पांडरपाला, केंदुआडीह और आसपास के कई अपराधियों को चिह्नित भी किया गया है, उनमें कई पकड़े भी गये, लेकिन अब भी उनकी सक्रियता में कमी नहीं आयी है. इन पर नियंत्रण के लिए इस माह एटीएस ने प्रिंस और अमन के गुर्गों की लिस्ट बनायी है और उसमें से धनबाद के 69 अपराधियों को चिह्नित किया गया. इन अपराधियों का नाम गुंडा पंजी में दर्ज करने के लिए धनबाद पुलिस द्वारा आगे की कार्रवाई की जा रही है. जानकारों का कहना है कि जल्द ही यह सूची उपायुक्त के पास भेजी जायेगी. उपायुक्त के अनुमोदन के बाद जिले के इन 69 अपराधियों के नाम गुंडा पंजी में अंकित होंगे. इस लिस्ट में गिरिडीह जिले से एक अपराधी का नाम है. इसके अलावा बोकारो जिले के तीन अपराधियों का नाम भी शामिल है.

किसका नाम जाता है गुंडा पंजी में

ज्ञात हो कि गुंडा पंजी में 14 प्रकार के अपराधियों का नाम रखा जाता है. इसमें शामिल है शराब पीकर बिना कारण आये दिन हंगामा करना और कई बार जेल जाना, कई ब्लैकमेलिंग के आरोप में जेल जाने वाला, मादक पदार्थ बेचने वाला, आये दिन छेड़खानी करने वाला, ब्लैक मार्केंटिंग करने वाला, दंगा भड़काने वाला, आये दिन अपने क्षेत्र में विवाद पैदा करने वाला, मानव तस्करी करने वाला, बस स्टैंड-रेलवे स्टेशन पर दबंगई व हुड़दंग करने वाला, आये दिन अपने क्षेत्र में या आसपास किसी भी बड़ी घटना में शामिल होनेवाला सहित अन्य.

आचरण व व्यवहार से हटता है गुंडा पंजी से नाम

गुंडा पंजी में नामित कई लोग मुख्य धारा में शामिल हो जाते हैं. इसके अलावा बहुत दिनों से उनका आचरण ठीक रहता है, वैसे लोगों का नाम हटाने की अनुशंसा पुलिस कर सकती है.

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क्या होता है नाम दर्ज होने पर

जिनका नाम गुंडा पंजी में दर्ज होता है उसे ना तो चरित्र प्रमाण-पत्र मिलता है और ना ही किसी प्रकार के ठेका का लाइसेंस व अन्य सुविधाएं उन्हें मिलेंगी.

हर हफ्ते या महीने थाने में लगानी होती है हाजिरी

जिनका नाम गुंडा पंजी में दर्ज होता है उनको हर हफ्ते या महीने में थाने में हाजिरी लगानी है. इसमें पुलिस के अनुसार फेरबदल भी होता है. गुंडा पंजी में नाम दर्ज करने के लिए 16 कैटेरिया है.

नाम दर्ज हुआ, तो वारंट के बगैर हो सकती है दबिश

जिनके नाम गुंडा रजिस्टर में होते हैं, उन पर पुलिस की विशेष नजर हाेती है. अगर कोई घटना हाेती है, ताे पुलिस इनके घराें पर बिना किसी वारंट के छापेमारी कर सकती है.

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