Skill India Passport: विदेश में नौकरी पाना हुआ आसान, इन छात्रों के लिए स्किल इंडिया पासपोर्ट जल्द
भारत के कुशल युवाओं को जल्द ही 'स्किल इंडिया पासपोर्ट' मिलेगा. स्किल पासपोर्ट में पासपोर्ट और छात्रों का प्रशिक्षण कौशल प्रमाणपत्र दोनों होंगे. आगे पढ़ें पूरी डिटेल.
Skill India Passport: भारत के कुशल युवाओं को जल्द ही स्किल इंडिया पासपोर्ट मिलेगा जिसमें पासपोर्ट के साथ-साथ छात्रों के स्किल ट्रेनिंग का सर्टिफिकेट भी होगा. यह पहली बार है कि रोजगार के लिए विदेश जाने वाले कुशल भारतीयों को स्किल इंडिया पासपोर्ट मिलेगा. गौरतलब है कि डिजिटल अर्थव्यवस्था में ब्लॉकचेन, बिग डेटा और इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT) जैसी नए जमाने की तकनीकों के साथ रोजगार की कई संभावनाएं भी उभरी हैं. आज देश-विदेश में डेटा विशेषज्ञों की भारी मांग है. हालांकि, देश भर के कई विशेषज्ञ इन टेक्नोलॉजी कोर्सेज को कुछ मेट्रो शहरों तक ही सीमित मानते हैं.
प्रौद्योगिकी और शिक्षा को जोड़ना मुश्किल
IANS न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार आईआईएलएम यूनिवर्सिटी की डीन डॉ. मनीषा जोशी कहती हैं, “आज भी, प्रौद्योगिकी और शिक्षा को जोड़ना मुश्किल है, खासकर टियर-2 और टियर-3 शहरों की बड़ी आबादी के लिए. इसके कई कारण हैं जैसे सीमित संसाधन, लचीलेपन की कमी और वित्तीय बाधाएं. हालांकि, महानगरों में शिक्षित आबादी अपने बच्चों में कौशल विकास को बढ़ावा दे रही है. यहां छात्र आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, ऑगमेंटेड रियलिटी, वर्चुअल रियलिटी, 3डी कक्षाओं जैसी शिक्षा में प्रौद्योगिकी के एकीकरण का लाभ उठा रहे हैं.”
देशभर में 30 स्किल इंडिया अंतरराष्ट्रीय केंद्र खुलेंगे
हालांकि सरकार का कहना है, दूर-दराज के इलाकों के छात्रों को प्रशिक्षण देने के लिए छोटे शहरों में भी कौशल विकास केंद्र शुरू किए गए हैं. केंद्र सरकार देशभर में 30 स्किल इंडिया अंतरराष्ट्रीय केंद्र भी खोलने जा रही है. इन केंद्रों द्वारा स्किल इंडिया पासपोर्ट सुविधा जारी की जाएगी. ये केंद्र युवाओं को विदेशों में रोजगार के अवसरों का लाभ दिलाते हुए आवश्यकता के अनुसार प्रशिक्षण और समन्वय प्रदान करेंगे. चौबीस राष्ट्रीय कौशल प्रशिक्षण संस्थानों और छह कौशल विकास संस्थानों की स्थापना के लिए पहचान की गई है.
विभिन्न देशों से बिजनेस-टू-बिजनेस समझौते
कौशल विकास मंत्रालय ने ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, फिनलैंड, जर्मनी, आयरलैंड, जापान, जॉर्डन, मलेशिया, मालदीव, मोरक्को और स्वीडन जैसे देशों के साथ प्रशिक्षण, मूल्यांकन और भर्ती के लिए बिजनेस-टू-बिजनेस समझौते भी किए हैं. विशेषज्ञों के मुताबिक, दुनिया भर के कई देशों में आतिथ्य और देखभाल से संबंधित कुशल कार्यबल की मांग भी लगातार बढ़ी है. कोरोना काल और उसके बाद भी भारत सरकार के केंद्रों पर लाखों छात्रों को इन क्षेत्रों में प्रशिक्षण प्रदान किया गया.
मारी प्रयोगशालाएं टेक्नोलॉजी और इनोवेशन के केंद्र
आतिथ्य प्रशिक्षण पर, कुणाल वासुदेव, सीओओ, इंडियन स्कूल ऑफ हॉस्पिटैलिटी, कहते हैं, हमने वैश्विक मांग से मेल खाने के लिए विशेषज्ञों के साथ मिलकर पाठ्यक्रम डिजाइन किए हैं, ताकि न केवल वर्तमान युग में आगे रहें बल्कि भविष्य पर भी नजर रखें. हमारी प्रयोगशालाएं टेक्नोलॉजी और इनोवेशन के केंद्र हैं, जहां छात्र नए युग की टेक्नोलॉजी की क्षमता को देखेंगे, सीखेंगे और लाभान्वित होंगे. वासुदेव के मुताबिक, इस इंडस्ट्री में हो रहे बदलावों को समझना और उसके मुताबिक छात्रों को तैयार करना जरूरी है ताकि भारतीय छात्र भविष्य में भी इस इंडस्ट्री की कमान संभाल सकें.
सरकार ने स्टूडेंट्स की ट्रेनिंग के लिए अनेकों कौशल केंद्र स्थापित किये हैं
सरकार ने स्टूडेंट्स की ट्रेनिंग के लिए अनेकों कौशल केंद्र भी स्थापित किए हैं, ये केंद्र नोडल कौशल केंद्र के रूप में कार्य करते हैं. उनका उद्देश्य कक्षा 6-8 तक के छात्रों को कौशल विकास और व्यावसायिक प्रशिक्षण के अवसर प्रदान करना है. छात्रों को इंडस्ट्रीज की मांगों और उनमें हो रहे बदलावों से अवगत कराने के लिए विभिन्न उद्योग केंद्रों में ले जाया जाता है. जयपुरिया इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट के निदेशक डॉ. देविंदर नारंग के मुताबिक, ”कई इंडस्ट्रीज की तकनीक में तेजी से बदलाव हुए हैं. ऐसे में युवाओं को उचित कौशल प्रदान करना और भी महत्वपूर्ण है. केंद्र और राज्य सरकारें और शैक्षणिक संस्थान युवाओं को वास्तविक दुनिया के काम के कौशल से लैस करने के लिए प्रशिक्षुता और व्यावसायिक प्रशिक्षण कार्यक्रमों पर जोर दे रहे हैं. इसके साथ ही इंडस्ट्रीज की जरूरतें भी पूरी की जानी चाहिए.
स्किल इंडिया ट्रेनिंग का लाभ कौन उठा सकते हैं?
स्किल इंडिया ट्रेनिंग का लाभ सभी भारतीय नागरिक उठा सकते हैं, चाहे उनकी उम्र, जाति, धर्म या लिंग कुछ भी हो. इस ट्रेनिंग का उद्देश्य लोगों को रोजगार के अवसर प्रदान करना और उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है. स्किल इंडिया ट्रेनिंग के तहत विभिन्न प्रकार के पाठ्यक्रम उपलब्ध हैं, जिनमें से कोई भी आपके रुचि और क्षमता के अनुरूप हो सकता है. आप ऑनलाइन या ऑफलाइन किसी भी ट्रेनिंग सेंटर में स्किल इंडिया ट्रेनिंग ले सकते हैं.
स्किल इंडिया ट्रेनिंग के लाभ निम्नलिखित हैं:
रोजगार के अवसर
आत्मनिर्भरता
बेहतर जीवन स्तर
सामाजिक सम्मान
आर्थिक विकास में योगदान
स्किल इंडिया ट्रेनिंग का लाभ उठाने के लिए क्या करना होगा ?
स्किल इंडिया ट्रेनिंग का लाभ उठाने के लिए, आपको सबसे पहले स्किल इंडिया पोर्टल पर पंजीकरण करना होगा. पंजीकरण के बाद, आप अपनी रुचि के अनुसार किसी भी पाठ्यक्रम का चयन कर सकते हैं. पाठ्यक्रम का चयन करने के बाद, आपको एक ट्रेनिंग सेंटर का चयन करना होगा. ट्रेनिंग सेंटर से संपर्क करने के बाद, आप अपनी ट्रेनिंग शुरू कर सकते हैं.
स्किल इंडिया ट्रेनिंग पूरी करने के बाद क्या ?
स्किल इंडिया ट्रेनिंग पूरी करने के बाद, आपको एक प्रमाण पत्र प्राप्त होगा. यह प्रमाण पत्र आपको नौकरी प्राप्त करने में मदद करेगा. आप अपना खुद का व्यवसाय भी शुरू कर सकते हैं. स्किल इंडिया ट्रेनिंग एक अवसर है जो आपको अपने जीवन को बदलने में मदद कर सकता है.
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