कोलकाता. केंद्रीय महिला और बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने शनिवार को कहा कि पश्चिम बंगाल सरकार केंद्रीय फंड का इस्तेमाल करने में नाकाम रही है. उन्होंने कहा कि बंगाल सरकार उनके विभाग द्वारा दी गयी 270 करोड़ रुपये की बड़ी राशि का उपयोग करने और खर्च करने में विफल रही है. गौरतलब है कि राज्य सरकार अपने हिस्से का केंद्रीय फंड न मिलने की शिकायत करती रही है.
केंद्रीय मंत्री ईरानी ने कहा कि राज्य सरकार कोई भी इल्जाम लगाने से पहले कागजात देख ले. पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा केंद्र पर फंड नहीं देने के आरोप निराधार है. गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ही केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने संसद में आम बजट पेश किया था और बजट के संबंध में विभिन्न सकारात्मक पहलुओं को उजागर करने के लिए पार्टी के अभियान के तहत स्मृति ईरानी महानगर पहुंची हैं.
शनिवार को पत्रकारों से बात करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार सिर्फ उनके मंत्रालय से आवंटित 27,000 लाख रुपये या 270 करोड़ रुपये की भारी राशि खर्च नहीं कर सकी है. ईरानी ने कहा : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार महिला और बाल विकास के लिए पैसे भेज रही है. लेकिन राज्य सरकार उस फंड का उपयोग करने में असमर्थ है. उन्हें इस मामले में अपनी असमर्थता स्पष्ट करनी चाहिए.
उन्होंने यह भी दावा किया कि प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना (पीएमकेवीवाइ) और एकीकृत बाल विकास सेवा (आइसीडीएस) योजनाओं के तहत आवंटित धन के उपयोग में पश्चिम बंगाल में बड़े पैमाने पर अनियमितताएं हुई हैं. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार की ओर उंगली उठाने से पहले तृणमूल कांग्रेस के नेताओं को अपने दस्तावेजों और कागजात की बेहतर जांच करनी चाहिए.
उन्होंने आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल सरकार ने पीएमकेवीवाइ योजनाओं के तहत आवंटित धन को राज्य की अपनी परियोजनाओं के पीछे खर्च किया है. ईरानी ने कहा हमने तब राज्य सरकार से लिखित स्पष्टीकरण मांगा कि नियमों का उल्लंघन क्यों किया गया. राज्य सरकार ने हमें अब लिखित रूप से कहा है कि अब से वे दिशा-निर्देशों का पालन करेंगे.
उन्होंने दावा करते हुए कहा कि रेलवे के मामले में भी बंगाल में पूर्व सरकार की तुलना में ज्यादा पैसे आवंटित किये गये. वर्ष 2009-2014 में 4300 करोड़ आवंटित किये गये थे. 2014 से यह आवंटन तीन गुना बढ़कर अब 11900 करोड़ हो गया है. साथ ही उन्होंने कहा कि मनरेगा को लेकर किस तरह की शिकायतें आ रही हैं, वे सभी जानते हैं.
राज्य के हर जिले से मनरेगा और प्रधानमंत्री आवास योजना को लेकर शिकायतें आ रही हैं. गौरतलब है कि पीएम आवास योजना और मिड डे मील में गड़बड़ी की शिकायत के बाद केंद्रीय प्रतिनिधिदल बंगाल के विभिन्न जिलों का दौरा कर रहा है. इसे लेकर सीएम ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा था.
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के दावों का खंडन करते हुए तृणमूल के वरिष्ठ नेता और सांसद सौगत राय ने कहा कि स्मृति ईरानी को किसी भी तरह के विवरण की जानकारी नहीं है. राय ने कहा : वह बहुत कुछ बोलती हैं. वह एक बेहद छोटे मंत्रालय का प्रबंधन करती हैं. वह भूल गयी हैं कि केंद्र सरकार द्वारा घोषित ऐसी परियोजनाओं के लिए राज्य सरकार बराबर अनुदान साझा करती है. संभवत: इस मामले में भी कुछ ऐसा ही हुआ है.
वहीं, पार्टी प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा है कि स्मृति ईरानी का यह बयान राजनीतिक पूर्वाग्रह से ग्रसित है. केंद्र सरकार ने जो भी धनराशि भेजी है या उनके विभाग ने जो धनराशि भेजी है, उसे किस तरह से कैसे खर्च किया जाये, इसकी रिपोर्ट निश्चित तौर पर राज्य सरकार भेजेगी.