कोलकाता. केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने शनिवार को महानगर में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में केंद्रीय बजट पर कहा कि इसमें केंद्र सरकार ने सभी वर्ग के लोगों पर ध्यान दिया है. केंद्र सरकार महिलाओं के सशक्तीकरण के लिए स्वयं सहायता समूहों को और विकसित करना चाहती है. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि बजट में स्वयं सहायता समूहों को सशक्त करने के लिए क्लस्टर आधारित उद्यम की बात हुई.
यूपीए के कार्यकाल और मोदी सरकार की तुलना करें, तो 2009-14 तक मात्र 19 लाख स्वयं सहायता समूह पंजीकृत थे और मोदी सरकार में 81 लाख स्वयं सहायता समूह पंजीकृत हुए हैं. यह दर्शाता है कि वर्तमान सरकार स्वयं सहायता समूहों के विकास के लिए कितनी तत्पर है. इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री ने केंद्रीय बजट की अन्य खास बातों के बारे में जानकारी दी.
वहीं, इस दौरान स्मृति ईरानी ने पश्चिम बंगाल सरकार पर केंद्रीय योजनाओं का नाम बदल कर यहां लागू करने का भी आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना का नाम बदल कर बंगाल में बंगाल मातृ योजना के नाम से लागू किया गया था. इस बारे में जब उनके विभाग ने आपत्ति जतायी, तो उन्होंने पत्र लेकर कहा कि वे अब ऐसा नहीं करेंगे. उन्होंने सवाल किया कि क्या वे इससे इनकार कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि राजनीति में आप कुछ भी आरोप लगा सकते हैं.
शनिवार को पत्रकारों से बात करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार सिर्फ उनके मंत्रालय से आवंटित 27,000 लाख रुपये या 270 करोड़ रुपये की भारी राशि खर्च नहीं कर सकी है. ईरानी ने कहा : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार महिला और बाल विकास के लिए पैसे भेज रही है. लेकिन राज्य सरकार उस फंड का उपयोग करने में असमर्थ है. उन्हें इस मामले में अपनी असमर्थता स्पष्ट करनी चाहिए.