Jharkhand News : झारखंड के पूर्वी सिंहभूम जिले के गालूडीह थाना क्षेत्र की बड़ाकुर्शी पंचायत स्थित छोटाकुर्शी गांव में जयंती पातर (55) की सर्पदंश से मौत हो गयी. वह रात में अपने कच्चे (मिट्टी) मकान में जमीन पर सोयी थी. रात करीब एक बजे सिर दर्द करने और जलन की शिकायत हुई. महिला के पति शंकर पातर ने देखा, तो गर्दन के पास सांप डंसने का निशान था. पहले झाड़-फूंक किया गया, हालत नहीं सुधरने पर उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी. डॉक्टरों की मानें तो घर के आसपास कार्बोलिक एसिड छिड़कें. जमीन पर नहीं सोयें.
अस्पताल में इलाज के दौरान मौत
जब पति को घर में सांप नहीं दिखा, तो महिला को रात में गांव के ओझा के पास ले गया. रातभर झाड़-फूंक से महिला की हालत नहीं सुधरी. महिला के बेहोश होने पर सुबह पांच बजे एमजीएम अस्पताल ले जाया गया. पति ने बताया कि एमजीएम में सेलाइन चढ़ाया गया. सुई (इंजेक्शन) व ऑक्सीजन दिया गया. थोड़ी देर में चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया. सुबह आठ बजे शव लेकर गांव पहुंचे. मृतका के पुत्र कार्तिक पातर, गणेश पातर, पुत्रवधू तुलसी पातर, बहन गुलापी पातर का रो-रोकर बुरा हाल है.
पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा
सूचना पाकर दोपहर में गालूडीह पुलिस पहुंची. शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा. मौके पर मुखिया हरीपद सिंह, सांसद प्रतिनिधि राजाराम महतो, पूर्व पंसस निरंजन महतो, झामुमो नेता भादो हांसदा, करुणाकर महतो आदि मौजूद रहे. मुखिया ने कहा कि सर्पदंश से मौत पर चार लाख मुआवजा का प्रावधान है.
हाल के दिनों सर्पदंश से चार जानें गयीं
गालूडीह में हाल में सर्पदंश से चार की जान गयी है. 19 जून को चोड़िंदा के हीरालाल महतो के पुत्र विकास महतो (17), दूसरी घटना जोड़सा के राजेश कालिंदी के पुत्र गौतम कालिंदी (6), तीसरी घटना बांधडीह के राजा सिंह के पुत्र संजय सिंह (14) और चौथी घटना में छोटाकुर्शी के शंकर पातर की पत्नी जयंती पातर (55) की मौत हुई है.
घर के आसपास कार्बोलिक एसिड छिड़कें, जमीन पर न सोयें
चिकित्सकों का मानना है कि भादो महीना में उमस भरी गर्मी और बरसात से बिल में पानी घुसने से सांप बाहर निकलते हैं. इससे बचाव के लिए लोग घर के आस पास कार्बोलिक एसिड का छिड़काव करें. आसपास साफ-सफाई रखें. जमीन पर ने सोयें.
Posted By : Guru Swarup Mishra