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धनबाद के SNMMCH अस्पताल में डॉक्टरों की मनमानी, रेजिडेंट डॉक्टर के भरोसे दोपहर की ओपीडी

धनबाद एसएनएमएमसीएच अस्पताल में दोपहर बाद सीनियर डॉक्टर गायब रहते हैं. ओपीडी में ड्यूटी निर्धारित होने के बाद भी वो अनुपस्थित रहते हैं. ऐसे में अस्पताल के रेजिडेंट डॉक्टर ही ओपीडी पहुंचे मरीजों का इलाज करते हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | September 9, 2022 11:26 AM

धनबाद: शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (एसएनएमएमसीएच) में दोपहर में संचालित ओपीडी रेजिडेंट डॉक्टरों के भरोसे चल रही है. दोपहर तीन बजे से लेकर शाम पांच बजे तक चलने वाली ओपीडी में ड्यूटी निर्धारित होने के बावजूद एक भी सीनियर डॉक्टर नहीं पहुंचते हैं. ऐसे में अस्पताल के रेजिडेंट डॉक्टर ही ओपीडी पहुंचे मरीजों का इलाज करते हैं.

अस्पताल के अलग-अलग विभागों के ओपीडी में सीनियर डॉक्टरों के गायब रहने की शिकायत पर गुरुवार को प्रभात खबर की टीम व्यवस्था का जायजा लेने पहुंची. दोपहर एक से तीन बजे तक लंच के बाद ओपीडी के दरवाजे खुल गये, लेकिन मरीजों का इलाज करने के लिए सिर्फ रेजिडेंट डॉक्टर ही पहुंचे. ओपीडी में कार्यरत कर्मियों से पूछने पर पता चला कि दोपहर में सीनियर डॉक्टर के आने का कोई समय नहीं है. मन करने पर ही ओपीडी में सीनियर डॉक्टर पहुंचते है. ऐसे में रेजिडेंट डॉक्टर ही मरीजों को देखते हैं और उन्हें सलाह देते हैं.

ऑर्थो

लंच के बाद दोपहर तीन बजे ओपीडी का दरवाजा खुल गया. कर्मी ने मरीजों का जरिस्ट्रेशन पर्ची लेना शुरू कर दिया. दोपहर 3.05 बजे रेजिडेंट डॉक्टर पहुंचे. इसके कुछ देर के बाद बारी-बारी से मरीजों को बुलाया जाने लगा. कर्मी ने बताया कि ऑर्थों विभाग में सीनियर डॉक्टर सिद्धार्थ सिन्हा की ड्यूटी है, लेकिन वे कब आयेंगे इसकी जानकारी उन्हें नहीं है. ओपीडी का समय समाप्त होने तक डॉक्टर नहीं पहुंचे.

मेडिसिन

तय समय पर ड्यूटी पर तैनात कर्मी ने मेडिसिन विभाग के ओपीडी का दरवाजा खोल दिया. पर्ची लेना भी शुरू हो गया. कुछ देर में यहां भी दो रेजिडेंट डॉक्टर पहुंच गये. दोपहर 3.15 बजे से डॉक्टरों ने मरीजों को देखना शुरू कर दिया. मेडिसिन विभाग में गुरुवार को सीनियर डॉक्टर एमके दुबे की ड्यूटी लगायी गयी थी.

पेडियाट्रिक

दोपहर 3.45 बजे तक शिशु रोग विभाग का ओपीडी पूरी तरह खाली था. सीनियर डॉक्टर तो छोड़िए रेजिडेंट तक ओपीडी में नहीं पहुंचे थे. महिलाएं काफी देर तक अपने बच्चे को लेकर डॉक्टर का इंतजार करतीं दिखीं. करीब 15 मिनट के बाद एक रेजिडेंट डॉक्टर पहुंचे और इलाज शुरू किया. गुरुवार को शिशु विभाग में डॉ अविनाश कुमार की ड्यूटी लगायी गयी थी.

इएनटी विभाग

इएनटी विभाग में रेजिडेंट डॉक्टर जुटे हुए थे. दोपहर 3.30 बजे पता चला की सीनियर डॉक्टर अबतक नहीं पहुंचे है. कब आयेंगे इसकी जानकारी रेजिडेंट को भी नहीं थी. विभाग में पर्ची लेने वाले कर्मी ने बताया कि दोपहर के ओपीडी में सीनियर डॉक्टर नहीं पहुंचते हैं. गुरुवार को ओपीडी में डॉ एके ठाकुर की ड्यूटी लगायी गयी थी.

नेत्र रोग

नेत्र रोग विभाग पहुंचने पर पता चला कि दोपहर के ओपीडी में कई दिनों से रेजिडेंट डॉक्टर ही मरीजों का इलाज करते हैं. सीनियर डॉक्टर नहीं पहुंचते है. विभागाध्यक्ष डॉ रजनीकांत सिन्हा हैं. सुबह के ओपीडी में गंभीर मरीज को ही वे देखते है. सुबह की ओपीडी का समय समाप्त होने पर वह चले जाते हैं.

चर्म रोग

चर्म रोग विभाग में गुरुवार को डॉ एसके मंडल की ड्यूटी लगायी गयी थी. सुबह के ओपीडी में वह पहुंचे थे. दोपहर के ओपीडी में रेजिडेंट डॉक्टर मरीजों का इलाज करते दिखे. कर्मी ने बताया कि दोपहर के ओपीडी में कभी-कभी ही सीनियर डॉक्टर पहुंचते हैं.

गायनी विभाग

शाम 4.15 बजे तक सीनियर डॉक्टर ओपीडी नहीं पहुंची. पता चला की जरूरी होने पर ही सीनियर डॉक्टर दोपहर के ओपीडी में आती हैं. कर्मी से पूछने पर बताया कि सीनियर डॉक्टर से दिखाना है, तो उसने सुबह आना होगा. गुरुवार को ओपीडी में डॉ राजलक्ष्मी तुबिद की ड्यूटी लगायी गयी थी.

सर्जरी विभाग

इस विभाग में डॉ अनिल कुमार की ड्यूटी लगायी गयी थी. सुबह के ओपीडी में डॉ अनिल कुमार ने मरीजों का इलाज किया. ओपीडी का समय समाप्त होने के बाद वह निकल गये. दोपहर के ओपीडी का समय समाप्त होने तक वह नहीं पहुंचे. इस दौरान ओपीडी में रेजिडेंट डॉक्टर मरीजों का इलाज करते दिखे.

डेंटल

दोपहर 3.30 बजे डेंटल विभाग में तीन रेजिडेंट डॉक्टर मिले. सीनियर डॉक्टर के आने के बारे में पूछने पर भड़क गये. कहा : हम क्या डॉक्टर नहीं है. मरीज को दिखाना है, तो हम ही देखेंगे. सीनियर डॉक्टर नहीं आयेंगे. डेंटल विभाग में डॉ एफ आजम की ड्यूटी लगायी गयी थी.

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