CSJMU Kanpur: वैदिक गणित से हल करें वर्ग और घन के सवाल, विश्वविद्यालय में दो दिवसीय कार्यशाला का हुआ समापन…
कानपुर विश्वविद्यालय में स्कूल ऑफ बेसिक साइंस के गणित विभाग की ओर से दो दिवसीय वैदिक गणित कार्यशाला अयोजित की गई. मंगलवार को एसएनयूएन के वैदिक गणित समन्वयक डॉ. अनिल कुमार ने वैदिक गणित की मदद से वर्ग और घन के विभिन्न संबंधों को हल करने का तरीका बताया.
Kanpur : छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय के यूआईईटी लेक्चर हॉल में अयोजित दो दिवसीय वैदिक गणित की कार्यशाला का समापन हुआ. दूसरे दिन विशेषज्ञ ने छात्र छात्राओं को वैदिक गणित के माध्यम से वर्ग और घन के सवालों को हल करने का तरीका बताया. स्कूल ऑफ बेसिक साइंस के गणित विभाग की ओर से दो दिवसीय वैदिक गणित कार्यशाला अयोजित की गई. मंगलवार को एसएनयूएन के वैदिक गणित समन्वयक डॉ. अनिल कुमार ने वैदिक गणित की मदद से वर्ग और घन के विभिन्न संबंधों को हल करने का तरीका बताया.
छात्रों को ब्रह्मांड और वैदिक गणित के बीच के संबंध समझाया
डॉ. अनोखेलाल पाठक ने ब्रह्मांड और वैदिक गणित के बीच के संबंध को समझाया और स्वामी भारती जी के दूसरे सूत्र की व्याख्या की. डॉ. कैलाश विश्वकर्मा ने छात्र-छात्राओं को वैदिक गणित के कठिन सवालों को सरलता से हल करना बताया. उन्होंने कहा कि वैदिक गणित के सिद्धांतों को सीखने के लिए विद्यार्थियों को प्रेरित होना चाहिए. कार्यक्रम का संचालन डॉ. नमिता तिवारी ने किया. कार्यक्रम संयोजक गणित विभाग के समन्वयक डॉ. डीके सिंह व विभाग की उपनिदेशक डॉ. अंजू दीक्षित रहीं. इस कार्यक्रम में स्कूल और बेसिक साइंस के मेंबर्स व काफी संख्या में छात्र-छात्राएं मौजूद रहें.
विवि में जल्द खुलेगा वैदिक गणित का केंद्र
सीएसजेएमयू के कुलपति प्रो० विनय कुमार पाठक के मार्गदर्शन में गणित विभाग में वैदिक गणित पर दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का शुभारंभ सोमवार को हुआ था. यूआईटी के लेक्चर हॉल में हुए इस कार्यक्रम के शुरुआती सत्र का दीप प्रज्वलित कर कुलपति प्रोफेसर विनय कुमार पाठक, प्रति कुलपति सुधीर कुमार अवस्थी, कुलसचिव डॉ अनिल कुमार यादव और डॉ डीके सिंह ने उद्घाटन किया.
अपने संबोधन में कुलपति विनय कुमार पाठक ने कहा था कि जल्द ही विश्वविद्यालय में वैदिक गणित पर एक अत्याधुनिक केंद्र खोला जाएगा. उन्होने विवि के छात्र छात्राओं से कहा कि अगर विद्यार्थी अपने स्टार्टअप को शुरू करने की इच्छा रखते है तो उन्हे यूनिवर्सिटी की तरफ से फंडिंग उपलब्ध कराई जाएगी.
रिपोर्ट- आयुष तिवारी