Jharkhand news, west singhbhum news, किरीबुरु (पश्चिमी सिंहभूम) : स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (SAIL) का अध्यक्ष बनने से पूर्व सेल की डायरेक्टर (कमर्शियल) सोमा मंडल आरएमडी के अधिनस्थ खदानों का निरीक्षण करने पश्चिमी सिंहभूम जिले में माइंस में पहुंची. 3 दिवसीय दौरे के क्रम में सोमा मंडल आरएमडी के अधिनस्थ किरीबुरू, मेघाहातुबुरु, गुवा, बोलानी, बर्सुवां, चिरिया आदि खादानों की स्थिति से होंगी अवगत.
उल्लेखनीय है कि सेल के वर्तमान अध्यक्ष अनिल कुमार चौधरी 31 दिसंबर, 2020 को सेवानिवृत्त हो रहे हैं. इनके स्थान पर सोमा मंडल सेल अध्यक्ष का पदभार ग्रहण करेंगी. अध्यक्ष का पद संभालने से पूर्व वह आरएमडी के अधिनस्थ किरीबुरु, मेघाहातुबुरु, गुवा, बोलानी, बर्सुवां, चिरिया आदि खादानों का दौरा कर वहां की स्थितियों के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त करेगी.
अपने 3 दिवसीय दौरे के क्रम में साेमा मंडल राउरकेला से सड़क मार्ग होते सेल की मेघालया गेस्ट हाउस पहुंची. मेघालया गेस्ट हाउस में थोड़ा विश्राम के बाद वह मेघाहातुबुरु खादान का दौरा कर प्लांट का नया क्रेशर का उद्घाटन किया एंव खादान के व्यू प्वाइंट से पूरे खादान की स्थिति का जायजा लिया.
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20 दिसंबर, 2020 को सोमा मंडल सेल गुवा एंव बोलानी खादान का दौरा करेंगी. वहीं, शाम 6 बजे आरएमडी ट्रेंनिंग सेंटर सभागार (हिल्टौप, किरीबुरु) में आरएमडी के सभी खादानों के सीजीएम के साथ रिव्यू बैठक करेंगी. 21 दिसंबर, 2020 को बर्सुवा एवं तालडीह खादान का दौरा करेंगी. वहीं, 22 दिसंबर, 2020 को मेघालया गेस्ट हाउस से सड़क मार्ग होते हुए राउरकेला के लिए प्रस्थान करेगी.
मालूम हो कि सेल की भावी अध्यक्ष सोमा मंडल के लिए भविष्य में चुनौतियां काफी बड़ी है. इन चुनौतियों में मेघाहातुबुरु खादान का सेंटर ब्लॉक, किरीबुरु खादान का साउथ ब्लॉक एवं गुवा का दुरगाईबुरु खादान का स्टेज- 2 फॉरेस्ट क्लीयरेंस हासिल कर खादान को जल्द चालू कराने के अलावे तमाम खादानों में पड़े लाखों टन फाइंस की बिक्री से जुड़ी जटिल प्रक्रिया का समाधान कर सेल को भारी लाभ की ओर अग्रसर कराना है.
आरएमडी, सेल की मेघाहातुबुरु खादान का सेंटर ब्लॉक में 10.52 मिलियन टन (63.25 ग्रेड) तथा किरीबुरु का साउथ ब्लॉक में 43 मिलियन टन (ग्रेड लगभग 60) लौह अयस्क का खनन के लिए स्टेज- 2 फारेस्ट क्लियरेंस (वर्ष-2010 से लंबित) के अलावे सेल की गुवा अयस्क खादान (दुरगाईबुरु) का 361.295 हेक्टेयर वन भूमि के डायवर्जन के लिए स्टेज- 2 फारेस्ट क्लियरेंस (वर्ष 2007 से लंबित) अब तक वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय से नहीं मिलने की वजह से करीब 5000 करोड रुपये की लागत से गुवा में बनने वाली 10 मिलियन टन क्षमता का पैलेट एवं बेनिफिसियेशन प्लांट का अस्तित्व भी खतरे में है. उक्त तीनों खादानों को स्टेज- 2 क्लियरेंस मिलने से तीनों खादानों में स्थायी एवं अस्थायी तौर पर हजारों पद का सृजन होता, जिससे सारंडा एवं आसपास के बेरोजगारों की रोजगार संबंधित समस्या का समाधान के अलावे क्षेत्र का सर्वांगीण विकास होता.
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तीन दिवसीय दौरे के क्रम में सेल की निदेशिका (कमर्शियल) सोमा मंडल सेल अधिकारी एचएन राय (निदेशक, टेक्निकल, आरएमएल एवं प्रोजेक्ट), एके कुंडू (कार्यपालक निदेशक, सेल्स), आर मुनि राजू (कार्यपालक निदेशक, पीएंडए) के साथ पहुंची. यहां पहुंचने पर किरीबुरु के सीजीएम डीके बर्मन, मेघाहातुबुरु के सीजीएम आरपी सेलबम, सेल्स के सीजीएम जयदीप दासगुप्ता, उप महाप्रबंधक पीएंडए अमित विश्वास, किरीबुरू के वरिष्ठ प्रबंधक पीएंडए रमेश सिन्हा, मेघाहातुबुरु प्रबंधक पीएंडए आलोक वर्मा, सीआईएसएफ के उप समादेष्टा मंजित कुमार समेत अन्य अधिकारियों ने स्वागत किया. इस दौरान सीआईएसएफ जवानों ने सोमा मंडल को गार्ड आफ ऑनर दिया.
Posted By : Samir Ranjan.