गोरखपुर में बेटे ने मां को मृत घोषि‍त कर बेच दिया मकान, खुलासा होने पर सब रह गए हलकान

पुलिस ने सर्विलांस की मदद से युवक को उत्तराखंड से गिरफ्तार किया है. पुलिस ने ट्रांजिट रिमांड पर रविवार की सुबह उसे गोरखपुर लाई है. आपको बता दें डेढ़ साल पहले दर्ज हुए कूट रचित दस्तावेज तैयार कर जालसाजी करने के मामले में आरोपित की तलाश पुलिस कर रही थी.

By Prabhat Khabar News Desk | May 9, 2022 6:25 PM

Gorakhpur News: गोरखपुर के शाहपुर थानाक्षेत्र में एक व्यक्ति द्वारा अपनी मां को मृत घोषित कर मकान बेचने का मामला सामने आया है. इसमें पुलिस ने युवक को गिरफ्तार कर उसे जेल भेज दिया. कोर्ट के आदेश पर डेढ़ साल पहले युवक के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था.

वीर विपुल सिंह को मकान बेचा

पुलिस ने सर्विलांस की मदद से युवक को उत्तराखंड से गिरफ्तार किया है. पुलिस ने ट्रांजिट रिमांड पर रविवार की सुबह उसे गोरखपुर लाई है. डेढ़ साल पहले दर्ज हुए कूट रचित दस्तावेज तैयार कर जालसाजी करने के मामले में आरोपित की तलाश पुलिस कर रही थी. युवक मूलत: गाजीपुर जिले के मोहम्मदाबाद शेरपुर कला गांव का निवासी है. उसका गोरखपुर के शाहपुर थाना क्षेत्र के जंगल शालिग्राम में मकान है. युवक ने माता-पिता को मृत बताकर 2016 में दुर्गापुरम कॉलोनी पादरी बाजार निवासी वीर विपुल सिंह को मकान बेच दिया था.

पीड़ित ने कोर्ट में अर्जी दी

मूलत: गाजीपुर जिले के मोहम्मदाबाद शेरपुर कला गांव निवासी आकाश गिरी का गोरखपुर के शाहपुर थानाक्षेत्र के जंगल शालिग्राम में मकान है. उन्होंने 2016 में दुर्गापुरम कॉलोनी पादरी बाजार के रहने वाले वीर विपुल सिंह को मकान भेज दिया था. विपुल सिंह जब मकान पर गए तो वहां पर पहले से ही आकाश गिरी की मां सीमा गिरी मौजूद मिली पीढ़ी द्वारा कई बार थाने पर जाकर तहरीर दी गई लेकिन मुकदमा दर्ज न होने पर पीड़ित ने कोर्ट में अर्जी दी. दिसंबर 2020 में कोर्ट के आदेश पर शाहपुर पुलिस ने आकाश गिरी और उनके दो साथियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था.

कोई साक्ष्य नहीं मिला

पुलिस ने इन सभी लोगों के खिलाफ कूट रचित दस्तावेज तैयार करने और जालसाजी करने का मुकदमा दर्ज किया है. पुलिस द्वारा छानबीन में आकाश गिरी के साथियों के खिलाफ कोई साक्ष्य नहीं मिला. आरोपी आकाश गिरी उत्तराखंड के उधम सिंह नगर में जाकर रहने लगा पुलिस ने सर्विस लांस की मदद से आरोपित को उत्तराखंड से गिरफ्तार किया. जहां से उसे ट्रांजिट रिमांड पर गोरखपुर लाया गया जहां से उसे जेल भेज दिया गया है. इस मामले में गोरखपुर एसपी सिटी कृष्ण कुमार विश्नोई ने बताया कि सर्विसलांस की मदद से प्रभारी निरीक्षक शाहपुर वह उनकी टीम ने आरोपित को उत्तराखंड से गिरफ्तार किया है.

रिपोर्ट: कुमार प्रदीप

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