अभिनेता सोनू सूद लॉकडाउन के दौरान घर से दूर फंसे मजदूरों को बस, ट्रेन और हवाई जहाज की मदद से घर तक पहुंचाए. उनकी ये दरियादिली से खुश लोग उन्हें मसीहा का दर्जा देने लगे. सोनू ने कई जरूरतमंदों का ऑपरेशन करवाया, खेती करने के लिए ट्रैक्टर देकर मदद की, बच्चे के लिए ऑनलाइन क्लास करवाने के लिए मोबाइल फोन का इंतजाम करवाया. इसके अलावा भी सोशल वर्क द्वारा कई ऐसी योजनाएं शुरू करवाई जिससे लोगों को लाभ मिले.
सोनू ने जिन लोगों की मदद की, उन लोगों ने तो उन्हें भगवान का दर्जा दे दिया. सोनू के फैंन उनसे इतना खुश हैं कि लोगों ने उन्हें भारत रत्न देने की मांग की है. फैंस ने कहा है कि सोनू सूद ने गरीबों की मदद के लिए जो काम किए हैं, वे हर कोई नहीं कर सकता है। इसलिए सोनू सूद को भारत रत्न दिया जाए. एक यूजर ने तो अपने घर के मंदिर में भगवान शिव की तस्वीर के बगल में सोनू सूद की तस्वीर लगाई हुई है.
https://twitter.com/somnathsrivast6/status/1314752599682408448
सोनू ने कुछ ऐसा दिया रिएक्शन
भारत रत्न देने की बात सुनकर सोनू ने कुछ खास उत्साह नहीं दिखलाया, अभिनेता ने एक इमोजी के जरिए बता दिया है कि वे जमीन से जुड़े इंसान हैं और लोगों की इसी तरह मदद करना चाहते हैं. उन्होंने फैन के प्यार की कद्र करते हुए एक हाथ जोड़ने वाले इमोजी का इस्तेमाल किया है. वैसे हाल ही में इंडिया टुडे की तरफ से भी सोनू सूद को हेल्थगीरी अवॉर्ड से नवाजा गया था क्योंकि कोरोना काल में उन्होंने लोगों की मदद कर बेहतरीन काम किया था. एक्टर ने भी वो अवॉर्ड मिलने पर खुशी जाहिर की थी.
फिल्मों में नकारात्मक किरदार निभाने वाले सोनू असल जिंदगी में हैं सबके हीरो
सोनू ने वैसे तो बॉलीवुड में अपनी शुरूआत एक अभिनेता के रूप में कि थी. 2002 में भगत सिंह की बायोपिक से उन्होंने बॉलीवुड में कदम रखा. इसके बाद आशिक बनाया आपने, शीशा, एक विवाह ऐसा भी में उन्होंने बतौर लीड अभिनेता काम किया, पर 2010 में रिलीज दबंग में उनके द्वारा निभाए गए खलनायक कि भूमिका को लोगों ने काफी पसंद किया और बाद में उन्होंने शूटआउट एट वडाला और एंटरटेंमेंट जैसी फिल्मों में विलेन का किरदार निभाया.