Loading election data...

दक्षिण कोरिया: 90 सेकेंड पहले घंटी बजाना पड़ा महंगा, छात्रों ने किया सरकार पर मुकदमा

दक्षिण कोरिया की राजधानी सोल में स्थित एक परीक्षा केंद्र में घंटी निर्धारित वक्त से पहले बजा दी गयी थी. ऐसे परीक्षा के पहले पेपर कोरियाई भाषा टेस्ट के दौरान हुआ था. कुछ छात्रों ने उसी वक्त विरोध किया.

By Prabhat Khabar News Desk | December 21, 2023 9:44 AM

दक्षिण कोरिया में छात्रों के एक समूह ने सरकार पर मुकदमा किया है. इस समूह में करीब 39 छात्र हैं. दरअसल, कॉलेज में नामांकन के लिए ली गयी प्रवेश परीक्षा अपने निर्धारित समय से 90 सेकेंड पहले खत्म कर दी गयी थी, इसको लेकर छात्रों ने यह कदम उठाया है. ये छात्र सरकार से 20 मिलियन वॉन के मुआवजे की मांग कर रहे हैं. ये रकम करीब 15,400 डॉलर (13 लाख रुपये) के बराबर है. दक्षिण कोरिया में किसी छात्र को इस परीक्षा की तैयारी करने में करीब इतना ही पैसा खर्च होता है. छात्रों के वकील ने बताया कि इस गलती से कई छात्रों की परीक्षा प्रभावित हुई है.

परीक्षार्थियों ने दावा किया है कि दक्षिण कोरिया की राजधानी सोल में स्थित एक परीक्षा केंद्र में घंटी निर्धारित वक्त से पहले बजा दी गयी थी. ऐसे परीक्षा के पहले पेपर कोरियाई भाषा टेस्ट के दौरान हुआ था. कुछ छात्रों ने उसी वक्त विरोध किया, लेकिन सुपरवाइजरों ने उनके पेपर्स ले लिये. अगले सत्र से पहले शिक्षकों ने अपनी गलती मानी और लंच ब्रेक के दौरान छात्रों को डेढ़ मिनट अतिरिक्त वक्त दिया, लेकिन इस अवधि में वे केवल अनुत्तरित प्रश्नों का ही उत्तर दे सकते थे. पहले से दिये जवाबों में बदलाव करने की उन्हें इजाजत नहीं दी गयी. बता दें कि दक्षिण कोरिया के कॉलेज एडमिशन टेस्ट को ‘सुन्युंग’ कहा जाता है. यह परीक्षा करीब आठ घंटे तक चलती है. इसमें कई विषयों का एक-एक करके टेस्ट लिया जाता है. ‘सुन्युंग’ को दुनिया की सबसे कठिन परीक्षाओं में गिना जाता है. इसमें छात्रों का काफी कुछ दांव पर लगा होता है.

दुखी छात्रों ने छोड़ दी आगे की परीक्षा, वीक्षक ने मानी गलती

छात्रों का कहना है कि परीक्षा केंद्र पर जो कुछ हुआ, वे उससे इतने व्यथित थे कि बाकी परीक्षा पर वे ठीक से फोकस नहीं दे सके. कुछ छात्रों ने बीच में ही परीक्षा छोड़ दी और घर लौट गये. उनके वकील किम वु सुक ने बताया कि शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने इस घटना के लिए अभी तक माफी नहीं मांगी है. वहीं, अधिकारियों ने कहा कि परीक्षा की निगरानी कर रहे प्रभारी सुपरवाइजर से समय देखने में गलती हुई है. छात्रों ने दावा किया है कि घंटी निर्धारित वक्त से दो मिनट पहले ही बज गयी थी.

छात्रों का ध्यान न भटके, इसके लिए बंद कर दिये जाते हैं एयरस्पेस

प्रवेश परीक्षा की अहमियत का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि इसके नतीजे यूनिवर्सिटी में दाखिले से लेकर नौकरियों और भविष्य के रिश्तों तक को प्रभावित करते हैं. सालाना होने वाली इस परीक्षा पर छात्र फोकस कर सकें और उनका ध्यान न भटके, इसके लिए कई कदम उठाये जाते हैं. इस परीक्षा के लिए देश का एयरस्पेस बंद कर दिया जाता है और स्टॉक मार्केट के खुलने का समय भी आगे बढ़ा दिया जाता है. इस साल परीक्षा के नतीजे आठ दिसंबर को जारी किये गये थे.

Also Read: सप्लाई चैन मैनेजमेंट में ऐसे बनाएं अपना करियर, 15 जनवरी तक कर सकते हैं आवेन

Next Article

Exit mobile version