आगरा जेल का एसपी और सिटी मजिस्ट्रेट ने किया औचक निरीक्षण, व्यवस्थाएं दुरुस्त करने के दिए निर्देश
आगरा जिला जेल में पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के अचानक से निरीक्षण के दौरान हड़कंप मच गया. अधिकारियों ने बताया कि जेल में निरीक्षण के दौरान कोई भी लापरवाही नहीं मिली है.
आगरा . उत्तर प्रदेश में आगरा की जिला जेल में रविवार सुबह प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों ने औचक निरीक्षण किया. अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर जेल के अंदर की कई बैरक, अस्पताल और रसोई घर की जांच पड़ताल की. साथ ही यह देखा कि किसी अपराधी के पास कोई आपत्तिजनक सामान तो नहीं है. पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के जेल में अचानक से निरीक्षण के दौरान हड़कंप मच गया. अधिकारियों ने बताया कि जेल में निरीक्षण के दौरान कोई भी लापरवाही नहीं मिली है. आगरा के पुलिस कमिश्नर और जिलाधिकारी के निर्देश पर एसीपी हरीपर्वत मयंक तिवारी और सिटी मजिस्ट्रेट आनंद कुमार के निर्देशन में रविवार सुबह अचानक से जिला जेल का औचक निरीक्षण किया गया. जैसे ही अधिकारी जिला जेल पर पहुंचे जेल की सुरक्षा में तैनात कर्मचारी सतर्क हो गए. बिना किसी पूर्व सूचना के पहुंचे अधिकारियों को देखकर हड़कंप मच गया. अधिकारियों ने जेल के अंदर प्रवेश कर कई स्थानों का निरीक्षण किया और जेल में सुरक्षा व्यवस्था व अपराधियों के पास किसी भी तरह के आपत्तिजनक सामान की जांच पड़ताल की.
पुलिस कमिश्नर और DM के निर्देश पर हुआ औचक निरीक्षण
एसीपी हरिपर्वत मयंक तिवारी ने बताया कि आज सुबह जिला जेल का औचक निरीक्षण किया गया है. जिसमें यह तय किया गया है कि किसी भी अपराधी के पास कोई भी संदिग्ध वस्तु नहीं मिलनी चाहिए. जिससे कि अपराधियों पर सख्ती की जा सके और यूपी में अपराध कम किया जा सके. जिसमें 12 से 15 बैरकों का निरीक्षण किया गया. उसके साथ ही चिकित्सालय का भी निरीक्षण हुआ और रसोईघर की भी जांच पड़ताल की गई. निरीक्षण में किसी के पास भी कोई संदिग्ध वस्तु नहीं पाई गई है. वहीं उन्होंने बताया कि इस तरह के औचक निरीक्षण लगातार जारी रहेंगे. सिटी मजिस्ट्रेट आनंद कुमार सिंह ने बताया कि आज सुबह जिला जेल का औचक निरीक्षण किया गया है. जेल में इस समय 2883 कैदी हैं. निरीक्षण में बैरकों में सघन तलाशी की गई और चिकित्सालय व मैश का भी निरीक्षण किया गया. किसी के पास कोई भी आपत्तिजनक सामग्री प्राप्त नहीं हुई है.
रिपोर्ट- राघवेंद्र, आगरा