UP Election 2022: यूपी विधानसभा चुनाव-2022 में लोकतंत्र की ताकत को देखने का सबसे बड़ा मजबूत आधार इस बार के चुनाव में सोशल मीडिया बनने जा रही है. इसका सबसे बड़ा प्रमाण है अलग-अलग दलों द्वारा सभी राज्यों में आईटी सेल का गठन, जिसके माध्यम से सभी दल डिजिटल वार रूम से ही चुनाव लड़ने के लिए अपनी ताकत आजमा रहे हैं. इसी तर्ज पर समाजवादी पार्टी की महिला विंग भी डिजिटल वार रूम तैयार कर महिलाओं को प्रशिक्षण दे रही हैं. ताकि सोशल मीडिया के जरिये वे जनता तक अपनी पार्टी का एजेंडा पहुंचा सके.
डिजिटल वार रूम के माध्यम से सपा की महिला नेता महिलाओं को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर चुनाव में प्रचार करने का गुण भी सीखा रही हैं. इस दिलचस्प चुनावी जंग में डिजिटल मीडिया के रोल को देखना इसबार काफी रोचक रहेगा.
Also Read: UP Election 2022: सपाइयों को डिंपल यादव का बर्थडे मनाना पड़ा भारी, वाराणसी में 10 पर मुकदमा दर्जडिजिटल वॉर रूम को देखते हुए सोशल मीडिया के दिग्गजों का भी ये मानना है कि जिन लोगों ने 2019 में सबसे ज्यादा तैयारियां की होंगी, उन्हें ही सबसे ज्यादा इस चुनाव में फायदा मिलने वाला है. हालांकि सभी राजनीतिक दलों का अपना-अपना दावा है कि वह पूरी तरीके से डिजिटल वार रूम के माध्यम से चुनाव लड़ने को न सिर्फ तैयार हैं, बल्कि बहुत तेजी से आगे भी बढ़ रहे हैं.
Also Read: वाराणसी जिलाधिकारी ने विद्यालय के प्रधानाचार्य को जारी किया कारण बताओ नोटिस, जानें पूरा मामलाइसी कड़ी में सपा मुखिया अखिलेश यादव ने अपने कार्यकताओं को कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए निर्देश दिया है कि अब सोशल मीडिया के माध्यम से ही वे डिजिटल प्रचार करते हुए सभी कार्यकर्ताओं को इसका प्रशिक्षण दें.
किसी भी तरीके की पार्टी गतिविधि को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाने के लिए न सिर्फ सोशल मीडिया सक्षम हैं, बल्कि उन्हें जोड़ने के लिए भी एक मजबूत कड़ी हैं. जबसे चुनाव आयोग द्वारा रैलियों में प्रतिबंध लगाया, उसके बाद भले ही नेता परेशान हुए हों, लेकिन अब वो भी डिजिटल प्रचार को हथियार बनाने के लिए हर कवायद कर रहे हैं.
सपा ने इस बात को भली भांति समझते हुए वाराणसी में महिला नेताओं द्वारा बनाये गए डिजिटल वार रूम में लैपटॉप से लेकर टैब और इंटरनेट की पूरी सुविधा दी है. ताकि प्रत्येक दिन यहां दो घण्टे के लिए एकत्रित हो रही महिला कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण दे रही महिला नेता सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिये समाजवादी पार्टी के नीतियों को जनता तक कैसे पहुंचाना है, इसका गुण सीखा सके. इन नीतियों में प्रमुख रूप से सपा द्वारा फ्री बिजली का वादा, महिलाओं के सुरक्षा का वादा और महंगाई को कम करने जैसे मुद्दों को अपलोड करना सिखाया जा रहा है.
Also Read: UP Election 2022: चुनाव से पहले काशी के कार्यकर्ताओं से पीएम मोदी करेंगे संवाद, देंगे जीत का मंत्रसपा ने टेक्नोलॉजी की उपयोगिता को समझते हुए ज्यादा से ज्यादा महिलाओं को सोशल मीडिया के जरिए जोड़ते हुए उनकी सक्रियता को बढ़ाने के लिए भरपूर प्रयास किया है. इन सबके अलावा महिलाओं को ट्रेनिग भी दी जा रही है ताकि वे दो से तीन घण्टे सोशल मीडिया पर समय देकर पार्टी का प्रचार कर सके, जिसके द्वारा समाजवादी पार्टी के नीतियों को कैसे दूसरों तक पहुंचाया जाए, इसकी ट्रेनिंग उन्हें यहां सिखाई जा रही है.
बताते चलें कि कोरोना के कारण चुनाव आयोग ने रोड शो और रैलियों की बजाय सोशल मीडिया के जरिए प्रचार प्रचार करने का निर्देश दिया है, जिस पर अब पार्टियों ने काम करना भी शुरू कर दिया है. सपा के इस कदम से पार्टी द्वारा महिलाओं को वरीयता देने के मजबूत सन्देश देने के साथ ही साथ ये भी दर्शाता है कि इस बार सपा कोई भी कसर चुनावी जंग में छोड़ना नहीं चाहती.
रिपोर्ट- विपिन सिंह, वाराणसी