बरेली: अपनों से जंग में उलझी सपा, निकाय चुनाव में टिकट बेचने को लेकर जिलाध्यक्ष-पूर्व विधायक आमने सामने

बरेली सपा में संगठन का काफी समय से विरोध है. हर मीटिंग में किसी न किसी की कहासुनी होती है. हाल ही में पूर्व पार्टी के पूर्व विधायक सुल्तान बेग ने नगर पंचायत अध्यक्ष का टिकट 35 लाख रुपए तक में देने का आरोप लगाकर सनसनी फैला दी है. इसके बाद दोनेां नेताओं में आरोप प्रत्यारोप तेज हो गए हैं.

By Sanjay Singh | August 7, 2023 6:04 PM

Bareilly: लोकसभा चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) मिशन 80 की तैयारियों में जुटी है. इसके लिए पार्टी संगठन की तरफ से कार्यक्रम किए जा रहे हैं. दूसरी ओर समाजवादी पार्टी की ओर से भी ऐसी ही तैयारियों के दावे किए जा रहे हैं. हालांकि, बरेली में सपा को भाजपा के बजाय अपनों से ही मुकाबला करना पड़ रहा है. यहां नगर निकाय चुनाव में टिकट बेचने के आरोपों का मामला शांत नहीं हो रहा है.

35 लाख रुपए में टिकट बेचने का आरोप

समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक सुल्तान बेग ने संगठन पर 35 लाख रुपए तक में टिकट बेचने का आरोप लगाया है. हालांकि संगठन ने निकाय चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशियों से पूर्व विधायक के आरोपों का खंडन कराया है. दोनों प्रत्याशियों ने पूर्व विधायक पर झूठ बोलने का आरोप लगाया है. इसके बावजूद मामला शांत नहीं हुआ है. पूरे बरेली में इसकी चर्चा है.

नगर पंचायत शाही से चेयरमैन पद का चुनाव लड़ने वाले अतहर हुसैन का कहना है कि उन पर पूर्व विधायक ने गलत आरोप लगाया है. वह पूर्व विधायक पर मानहानि का दावा करेंगे.अतहर हुसैन का आरोप है कि पूर्व विधायक सुल्तान बेग ने उनकी टिकट की पैरवी के लिए रुपए मांगे थे, जिस वह नहीं दे पाए. इस वजह से अतहर हुसैन ने उनकी पैरवी नहीं की.

प्रत्याशियों ने आरोपों को नकारते हुए दी दलील

अतहर हुसैन का दावा है कि इसके बाद उन्होंने राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से मुलाकात कर अपनी बात रखी थी. इसके बाद पार्टी ने उन्हें प्रतयाशी बनाया. उनकी मां पिछली बार चेयरमैन थीं. अतहर हुसैन ने अब पूर्व विधायक सुल्तान बाग की झूठ फैलाने को लेकर राष्ट्रीय अध्यक्ष से शिकायत करने की बात कही है.

Also Read: PM SVANidhi Yojana: रेहड़ी पटरी वालों को बिजनेस के लिए अब बिना गारंटी मिलेगा लोन, यूपी पूरे देश में अव्वल

इसके साथ ही शेरगढ़ नगर पंचायत के पूर्व चेयरमैन सबीना अंसारी के पति बाबू अंसारी ने भी पूर्व विधायक पर झूठ बोलने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि उनकी पत्नी समीना अंसारी चुनाव लड़ी थी. दो बार चेयरमैन रह चुकी हैं. मुझे टिकट लखनऊ से मिला था. उन्होंने भी पूर्व विधायक पर चुनाव में विरोध करने और दूसरे को मैदान में उतारने की बात कही. बाबू अंसारी ने भी मामले में शिकायत करने की बात कही है. इसके अलावा जिलाध्यक्ष ने भी उन पर तमाम आरोप लगाए हैं. वहीं पूर्व विधायक सुल्तान बेग का कहना है कि कोई भी चोर खुद को चोर नहीं बताता.

यह है मामला

बरेली सपा में संगठन का काफी समय से विरोध है. हर मीटिंग में किसी न किसी की कहासुनी होती है. मगर, दो दिन पूर्व सपा के पूर्व विधायक सुल्तान बेग ने नगर पंचायत अध्यक्ष का टिकट 35 लाख रुपए तक में देने का आरोप लगाया था.

उनका कहना था कि वह नगर पंचायत शाही में 9 बार से सपा के चेयरमैन थे. मगर, अचानक उनका टिकट काट दिया. उन्होंने जिसके बारे में लिखकर दिया था, उसको टिकट नहीं दिया. सपा ने बसपा की मरहूम पूर्व चेयरमैन के बेटे को टिकट दिया. यहां सपा पांचवे नंबर पर आ गई. हालांकि, सपा प्रत्याशी अतहर हुसैन सिर्फ 192 वोटों से हारे थे.

यहां भी मिली थी शिकस्त

नगर पंचायत फतेहगंज पश्चिमी में भी सपा ने नए आदमी को टिकट दे दिया. वह 350 वोट नहीं ले पाया. मीरगंज विधानसभा से तीन बार के पूर्व विधायक सुल्तान बेग ने निकाय चुनाव में टिकट वितरण को लेकर कई बातें बताई. लेकिन, इसी बीच जिलाध्यक्ष शिव चरण कश्यप खड़े हो गए. उन्होंने कहा कि विधायक शहजिल इस्लाम ने राष्ट्रीय अध्यक्ष से टिकट कराया था. इस पर पूर्व विधायक सुल्तान बेग बोले कि 35 लाख रुपए लिए गए थे.

इससे खफा जिलाध्यक्ष बोले ने आरोप लगाया कि पूर्व विधायक सुल्तान बेग को हिस्सा नहीं मिला, इसलिए आरोप लगा रहे हैं. जिलाध्यक्ष ने टिकट वितरण की बात घूमाने के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष का फैसला कहकर पूर्व विधायक से सख्त लहजे में बैठने को कहा. इससे काफी देर तक कहासुनी हुई.

दोनों के समर्थक नारेबाजी करने लगे. यह हंगामा काफी देर तक चलता रहा था. काफी मुश्किल से जिला महासचिव संजीव यादव, पूर्व विधायक विजय पाल सिंह, पूर्व जिला उपाध्यक्ष अरविंद यादव आदि ने दोनों को शांत किया. इसके बाद हंगामा करने वाले समर्थकों को शांत किया. मगर, इसके बाद बैठक में अफरा तफरी मची रही थी.

हर बैठक में संचालन पर कलह

सपा की बैठकों में संचालन को लेकर भी कलह होता है. जिलाध्यक्ष और महासचिव के बीच रिश्ते बेहतर नहीं हैं. इसलिए संचालन हर बार दूसरे पदाधिकारियों से कराया जाता है. इसको लेकर भी कहासुनी होती है. मासिक बैठक में भी जिलाध्यक्ष पर जिला महासचिव संजीव यादव के बजाय महनगर महासचिव दीपका शर्मा से संचालन कराने की बात सामने आई है.

गुटबाजी में हर चुनाव हार रही है पार्टी

बरेली सपा में काफी समय से गुटबाजी है. विधानसभा चुनाव, जिला पंचायत चुनाव, एमएलसी से लेकर नगर निकाय चुनाव तक में पार्टी को करारी शिकस्त मिली है. निकाय चुनाव में सपा बहेड़ी नगर पालिका की सीट हार गई. इसके साथ ही कई नगर पंचायत में भी हार मिली है. बरेली नगर निगम में मेयर प्रत्याशी की पहले से भी बुरी हार हुई है. इसके साथ ही पिछली बार 24 से अधिक पार्षद जीते थे, जबकि इस बार घटकर संख्या 12 ही रह गई है.

सपा हाईकमान तक टिकट बेचने की शिकायत

निकाय चुनाव में नगर पालिका, नगर पंचायत और पार्षदों के टिकट रुपए लेकर देने के आरोप काफी समय से लग रहे हैं. बरेली में पार्षदों के टिकट के नाम पर रुपए लेने का एक ऑडियो भी वायरल हुआ था. इसके साथ ही हर मीटिंग में रुपए लेकर टिकट को लेकर हंगामा हो रहा है. टिकट वितरण से खफा कई पार्टी के पुराने लोग पार्टी भी छोड़ चुके हैं. इस मामले में सपा प्रमुख अखिलेश यादव से भी कुछ लोगों ने शिकायत की है.

पुराने नेताओं ने मीटिंग में आना छोड़ा

बरेली में काफी समय से गुटबाजी है. इसकी वजह से पार्टी में अनुशासन नहीं रहा है. हर मीटिंग में कहासुनी होती है. पार्टी के पुराने नेता का कहना है कि पार्टी के सीनियर नेताओं को सम्मान मिलता था. मगर, अब संगठन के लोग ही किसी को सम्मान नहीं देते. इसलिए पार्टी के प्रमुख नेताओं ने अपनी इज्जत बचाने के लिए मीटिंग में जाना छोड़ दिया है. पार्टी मुखिया को बरेली का संगठन भंग कर देना चाहिए. इसके बाद ही पार्टी के हालात सुधर सकेंगे.

सोशल मीडिया पर सपा प्रमुख से पार्टी बचाने को गुहार

बरेली में पार्टी की हालत काफी खराब है. इसको लेकर पार्टी के पुराने नेताओं ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव से बात कर संगठन को भंग करने की सलाह दी थी. मगर, अब सोशल मीडिया पर सपाई पार्टी अध्यक्ष से पार्टी बचाने की गुहार लगा रहे हैं. उन्होंने लिखा है कि क्या बरेली में पार्टी लावारिस है. इसके साथ ही कई यूजर्स ने अलग अलग बात लिखी है. सपा की मासिक बैठक का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. यह वीडियो सपा प्रमुख अखिलेश यादव और प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल को भी भेजा गया है. इसमें काफी पूर्व विधायक और जिलाध्यक्ष में काफी कहासुनी हो रही है.

रिपोर्ट- मुहम्मद साजिद, बरेली

Next Article

Exit mobile version