Loading election data...

सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव IT छापे से नाराज, बोले – कई महीने पहले से पता था कि सपाइयों पर पड़ेगा छापा

सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने पूछा कि छापा मारने की कार्रवाई करने के बाद सपा का नाम उससे जोड़ा जा रहा है. देश के पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ इस बात का जवाब दें कि आखिर उनके पास ऐसा कौन सा सुबूत है, जिससे इस पूरे मामले का सपा से कनेक्शन साबित होता है.

By Prabhat Khabar News Desk | December 31, 2021 2:22 PM
an image

Akhilesh Yadav In Kannauj: सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने शुक्रवार को कन्नौज में प्रेस वार्ता करके भाजपा की जमकर खिंचाई की. उन्होंने इनकम टैक्स विभाग की ओर से की जा रही छापामार कार्रवाई को ही निशाने पर ले लिया. उन्होंने कहा कि बीते कई महीनों से सूचना आ रही थी कि छापा मारने की कार्रवाई की जाने वाली है.

बता दें कि आयकर विभाग ने शुक्रवार को देशभर में 50 जगहों पर छापेमारी की. इस दौरान समाजवादी पार्टी के एमएलसी और इत्र कारोबारी पुष्पराज जैन पम्पी के ठिकानों पर भी आयकर विभाग ने रेड की. इनकम टैक्स की टीम की कार्रवाई कन्नौज, कानपुर, दिल्ली-एनसीआर, मुंबई और सूरत समेत कई जगहों पर जारी है. आयकर विभाग की इस कार्रवाई से समाजवादी पार्टी नाराज है. आज सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव इत्र कारोबारी पुष्पराज जैन पम्पी के साथ कन्नौज में प्रेस कॉन्फ्रेंस करने वाले थे लेकिन उससे पहले ही आयकर विभाग ने रेड कर दी.

सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने कहा कि इत्र कारोबारी पीयूष जैन का सीडीआर सार्वजनिक किया जाना चाहिए. उन्होंने एक बार फिर कहा कि पम्मी पर छापा पड़ना था मगर गलती से वे पीयूष जैन के घर पहुंच गए. उन्होंने यह भी कहा कि समाजवादी लोगों पर छापे पड़ने तय थे. दिल्ली के नेता जब भी यूपी में आते हैं तो ऐसा लगता है कि एजेंसी को साथ में लेकर आते हैं. उनको इसी दौरान छापेमारी के निर्देश दिए जाते हैं.

यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि कन्नौज की पहचान इत्र से है. सुगंध का राजधानी कन्नौज है. इत्र कारोबार से किसान भी जुड़े हैं. यहां परफ्यूम पार्क बनाया जाना था. इससे किसानों को फायदा होता लेकिन बीजेपी की सरकार आते ही काम रुक गया. भारतीय जनता पार्टी ने कन्नौज के कई काम रोक दिए. अगर ये काम होते तो दुनिया में कन्नौज का डंका बजता. कन्नौज की जनता इस बार भाजपा को हराकर रहेगी.

Also Read: Akhilesh Yadav: उन्नाव में गरजे अखिलेश यादव, भारतीय जनता पार्टी ने अपने ही कारोबारी पर छापा डाल दिया

Exit mobile version