Sawan 2023: खूंटी के अंगराबारी स्थित बाबा आम्रेश्वर धाम में रविवार की शाम को शृंगार पूजा किया गया. इसे लेकर बाबा आम्रेश्वर धाम में शिवलिंग को चनामृत और दूध से अभिषेक किया गया. वैदिक मंत्रोच्चार के साथ 16 विधियों के साथ विशेष शृंगार पूजा और आरती का आयोजन हुआ. पहली सोमवारी को लेकर मंदिर और शिवलिंग को फूलों से भव्य तरीके से सजाया गया है. वहीं, श्रद्धालुओं की संभावित भीड़ को लेकर पुलिस प्रशासन भी अलर्ट है.
रविवार को 16 हजार श्रद्धालुओं ने झारखंड के मिनी बाबाधाम में किया जलार्पण
इससे पहले रविवार को काफी संख्या में श्रद्धालुओं ने पूजा-अर्चना कर जलार्पण किया. पूरा मंदिर परिसर बोल बम और महादेव के जयकारों से गूंज उठा. खूंटी के अलावा, रांची, सिमडेगा, गुमला सहित आसपास के जिलों से बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे थे. पूरे दिन श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा. बाबा आम्रेश्वर धाम प्रबंध समिति के महामंत्री मनोज कुमार ने बताया कि लगभग 16 हजार भक्तों ने झारखंड के मिनी बाबाधाम में जलार्पण किया.
बनई और चुरगी नदी के जल से बाबा का होगा जलार्पण
सावन महीने का पहला सोमवार 10 जुलाई, 2023 को है. पहली सोमवारी को लेकर आम्रेश्वर धाम में बड़ी संख्या में श्रद्धालु जलार्पण करने पहुंचेगें. खूंटी-तोरपा रोड में बनई नदी से भक्त जल लेकर पैदल चल कर आम्रेश्वर धाम पहुंचेंगे. जहां महादेव पर जलार्पण करेंगे. वहीं, तोरपा-खूंटी रोड में भी चुरगी नदी से जल लेकर भक्त पैदल पहुंचेंगे. जलार्पण को लेकर भक्त रात से ही पहुंचने लगते हैं. जिसके कारण बड़ी भीड़ होती है. पहली सोमवारी को लेकर जिला प्रशासन और बाबा आम्रेश्वर धाम प्रबंध समिति ने सारी तैयारी पूरी कर ली है.
Also Read: श्रावणी मेला : 9 व 10 जुलाई को बाबाधाम में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ने की संभावना, पुलिस प्रशासन अलर्टसुरक्षा की चाक-चौबंद व्यवस्था
दो महीने तक लगने वाले श्रावणी मेले में भक्तों की भीड़ को देखते हुए सुरक्षा की चाक-चौबंद व्यवस्था की गई है. जिला पुलिस, जैप और अन्य सुरक्षा बलों की तैनाती की गयी. वहीं, अधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गई है. तोरपा, कर्रा, खूंटी और मुरहू थाना की पुलिस के अलावा महिला पुलिसकर्मियों की भी प्रतिनियुक्ति की गई है. प्रबंधन समिति के पदाधिकारी और वालंटियर भी मौजूद रहेंगे. बनई नदी से लेकर धाम परिसर और इसके आसपास विद्युत विभाग द्वारा निर्बाध बिजली आपूर्ति एवं पर्याप्त लाइट की व्यवस्था गई है. वहीं, खोया- पाया केंद्र की स्थापना की गई है. साफ-सफाई की भी व्यवस्था करायी गयी है.