West Bengal : पंचायत चुनाव के मद्देनजर 23 जिलों में तृणमूल के विशेष प्रतिनिधि
पश्चिम बंगाल में अगले वर्ष होनेवाले पंचायत चुनाव के मद्देनजर राज्य की सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने 23 जिलों में विशेष प्रतिनिधि नियुक्त किये हैं. पार्टी की ओर से इनकी सूची भी जारी कर दी गयी है, ये प्रतिनिधि राज्य चुनाव आयोग से संपर्क में रहते हुए जिलों में आयोग से मतदाताओं की सूची प्राप्त करेंगे.
पश्चिम बंगाल में अगले वर्ष होनेवाले पंचायत चुनाव (Panchayat Election) के मद्देनजर राज्य की सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने 23 जिलों में विशेष प्रतिनिधि नियुक्त किये हैं. पार्टी की ओर से इनकी सूची भी जारी कर दी गयी है, ये प्रतिनिधि राज्य चुनाव आयोग से संपर्क में रहते हुए अपने-अपने जिलों में आयोग से मतदाताओं की सूची प्राप्त करेंगे. साथ ही मतदाता सूची में संशोधन से जुड़ी प्रक्रिया में वोटरों की मदद करेंगे.
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विशेष प्रतिनिधियों की सूची में अनुब्रत मंडल का नाम नहीं
पार्टी नेताओं व कार्यकर्ताओं के साथ समन्वय भी बनायेंगे. विशेष प्रतिनिधियों की सूची में बीरभूम के धाकड़ तृणमूल नेता अनुब्रत मंडल का नाम नहीं है. मवेशियों की तस्करी के मामले में गिरफ्तार अनुब्रत मंडल फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं. उनके स्थान पर बीरभूम में पार्टी की जिम्मेदारी लाभपुर के विधायक अभिजीत सिंह (राणा) को दी गयी है. इस सूची में राज्य के कुछ मंत्रियों, सांसदों व विधायकों को भी शामिल किया गया है.
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त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव: सीटों के आरक्षण पर 27 आपत्ति की हुई सुनवाई
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में सीटों के आरक्षण पर विभिन्न राजनीतिक पार्टियों द्वारा दायर 27 आपत्तियों पर जिला पंचायत चुनाव अधिकारी सह जिलाधिकारी एस. अरुण प्रसाद ने सुनवाई की. आरक्षण और परिसीमन को लेकर ड्राफ्ट पब्लिकेशन के उपरांत दो नवंबर तक आपत्ति दर्ज हुई थी, जिसपर सुनवायी हुई. परिसीमन पर एक भी आपत्ति नहीं थी. सभी आपत्ति सीटों के आरक्षण को लेकर थी, जिसमें 16 आपत्ति महिला पुरुष की सीटों को लेकर बाकी जाति को लेकर था. सुनावाई के लिए 15 लोगों को बुलाया गया था, जिसमें 13 लोग उपस्थित हुए. भाजपा नेत्री सह आसनसोल नगर निगम की पार्षद चैताली तिवारी ने पिछड़ी जाति सर्वे की प्रक्रिया पर ही आपत्ति दर्ज की है. इस पर सुनवाई 12 नवंबर को कोलकाता में राज्य चुनाव आयोग के मुख्यालय में होगी.
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