हॉकी इंडिया के कॉमनवेल्थ गेम्स से हटने के फैसले पर भड़के खेल मंत्री अनुराग ठाकुर, कही यह बात
अनुराग ठाकुर ने कहा कि मुझे लगता है कि किसी भी एसोसिएशन या फेडरेशन को ऐसे बयान देने से बचना चाहिए. सरकार और डिपार्टमेंट से चर्चा करनी चाहिए.
नयी दिल्ली : केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर हॉकी इंडिया के राष्ट्रमंडल खेलों से हटने के फैसले पर भड़के हुए हैं. उन्होंने समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा कि ऐसा नहीं है कि भारत में हॉकी के केवल 18 ही प्लेयर हैं. जब क्रिकेट के खिलाड़ी एक समय में आईपीएल और टी-20 वर्ल्ड कप खेल सकते हैं तो हॉकी के खिलाड़ी क्यों नहीं.
अनुराग ठाकुर ने कहा कि मुझे लगता है कि किसी भी एसोसिएशन या फेडरेशन को ऐसे बयान देने से बचना चाहिए. सरकार और डिपार्टमेंट से चर्चा करनी चाहिए. क्योंकि किसी भी टूर्नामेंट में केवल एक फेडरेशन की टीम नहीं, पूरे देश की जा रही है. उन्होंने कहा कि 130 करोड़ के देश में मात्र 18 खिलाड़ी ही नहीं हैं जो देश का प्रतिनिधित्व कर सकते हैं.
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केंद्रीय मंत्री ने कहा कि एक अवसर होता है दुनियाभर के ग्लोबल इवेंट में पार्टिसिपेट करने का और मेरा मानना है कि उनको खेल मंत्रालय और सरकार के साथ बैठकर निर्णय लेना चाहिए. हॉकी जैसे लोकप्रिय खेल में प्रतिभा की कमी नहीं है. जिस प्रकार आईपीएल के साथ टी-20 वर्ल्ड कप खेला जा सकता है उसी प्रकार एशियन और कॉमनवेल्थ क्यों ने खेल सकते हैं.
#WATCH | On Hockey India's announcement to withdraw from Commonwealth Games, Union Sports Minister Anurag Thakur says, "India doesn't have only 18 players. If cricketers can play in IPL as well as the world cup, why can't hockey players participate in Asian & Commonwealth Games?" pic.twitter.com/rfneturYGL
— ANI (@ANI) October 10, 2021
अनुराग ठाकुर ने कहा कि मैं यह स्पष्ट तौर पर कहना चाहता हूं कि भारत की टीम कहां पर रिप्रेजेंट करे यह केवल फेडरेशन तक ही सीमित नहीं है, यह भारत की सरकार को भी तय करना चाहिए. हालांकि भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) अध्यक्ष नरिंदर बत्रा ने हॉकी इंडिया के एशियाई खेलों पर ध्यान लगाने के लिए अगले साल होने वाले राष्ट्रमंडल खेलों से हटने के फैसले का समर्थन किया है.
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उन्होंने कहा कि बड़े लक्ष्यों के लिए ‘मुश्किल फैसले’ करना जरूरी होता है क्योंकि दूसरे दर्जे की टीम को भेजना भी सही नहीं होता. हॉकी इंडिया ने मंगलवार को राष्ट्रमंडल खेलों से यह कहते हुए हटने का फैसला किया था कि बर्मिंघम खेलों (28 जुलाई से आठ अगस्त) और हांगजोऊ एशियाई खेलों (10 से 25 सितंबर) के बीच केवल 32 दिन का ही समय होगा.
हॉकी इंडिया ने कहा कि वह ब्रिटेन में अपने खिलाड़ियों को भेजकर जोखिम नहीं उठना चाहता जो कोरोना महामारी से बुरी तरह प्रभावित है.
Posted By: Amlesh Nandan.