Jharkhand News: गढ़वा में किसानों से फर्जी हस्ताक्षर कराकर 60 लाख रुपये का गबन, ऐसे हुई गड़बड़ी
आत्मा को 60 लाख रुपये प्राप्त हुये थे. इस राशि से किसानों की अरहर फसल पर कीटनाशक दवा का छिड़काव करना था, लेकिन जिला कृषि पदाधिकारी सह प्रभारी आत्मा द्वारा इसके लिये जीतेंद्र कृषि विज्ञान केंद्र (गढ़वा) को 60 लाख रुपये का भुगतान कर दिया गया.
Jharkhand News: गढ़वा के कृषि प्रौद्योगिकी अभिकरण संस्थान (आत्मा) की ओर से अरहर फसल पर दवा छिड़काव के नाम पर किसानों के फर्जी हस्ताक्षर कर 60 लाख रुपये गबन का मामला सामने आया है. इस मामले की डीसीएलआर ने जांच की है़ जांच के बाद उपायुक्त को कार्रवाई के लिए लिखा गया है.
60 लाख रुपये का किया भुगतान
जानकारी के अनुसार एनएफएसएम के एडिशनल एरिया कवरेज प्रोग्राम के तहत आत्मा को 60 लाख रुपये प्राप्त हुये थे. इस राशि से किसानों की अरहर फसल पर कीटनाशक दवा का छिड़काव करना था, लेकिन जिला कृषि पदाधिकारी सह प्रभारी आत्मा द्वारा इसके लिये जीतेंद्र कृषि विज्ञान केंद्र (गढ़वा) को 60 लाख रुपये का भुगतान कर दिया गया. डीसीएलआर ने अपनी जांच रिपोर्ट में लिखा है कि जीतेंद्र कृषि विज्ञान केंद्र को ही क्यों प्राधिकृत किया गया और इसकी तकनीकी योग्यता का आधार क्या है. इसका विभाग के पदाधिकारियों ने संतोषजनक उत्तर एवं साक्ष्य नहीं दिया.
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प्रखंडवार गहन जांच की अनुशंसा
जांच रिपोर्ट में कहा गया है कि राज्य कृषि निदेशालय द्वारा शारदा एग्रो एजेंसी को निविदा के लिए चयनित किया गया था. इसके अलावा डीसीएलआर ने अपनी जांच में पाया है कि किसानों की जो वितरण सूची उपलब्ध करायी गयी, उसके अवलोकन से यह स्पष्ट होता है कि एक ही व्यक्ति द्वारा अधिकतर हस्ताक्षर किये गये हैं. किसानों का खाता नंबर, प्लॉट नंबर अंकित नहीं किया गया है. भू-धारिता की प्रामाणिकता राजस्वकर्मी से सत्यापित नहीं है. डीसीएलआर ने इसके लिए प्रखंडवार गहन जांच कराने की अनुशंसा की है. यह मामला वित्तीय वर्ष 2012-13 का है, लेकिन इसकी जांच रिपोर्ट हाल ही में सौंपी गयी है.
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किन प्रखंडों में कितनी राशि निकाली गयी
इस योजना के तहत गढ़वा के 682 किसानों की 1216 हेक्टेयर भूमि के लिए 9.10 लाख रुपये, रमना प्रखंड के 455 किसानों की 1351 हेक्टेयर भूमि के लिए 10.12 लाख रुपये, कांडी प्रखंड के 497 किसानों की 884 हेक्टेयर भूमि के लिए 6.62 लाख रुपये, भवनाथपुर प्रखंड के 742 किसानों की 925 हेक्टेयर भूमि के लिए 6.93 लाख रुपये, केतार प्रखंड के 669 किसानों की 825 हेक्टेयर भूमि के लिए 6.18 लाख रुपये, सगमा प्रखंड के 781 किसानों के बीच 1269 हेक्टेयर भूमि के लिए 9.49 लाख रुपये, डंडई प्रखंड के 274 किसानों की 668 हेक्टेयर भूमि के लिए पांच लाख रुपये तथा डंडा प्रखंड के 468 किसानों की 869 हेक्टेयर भूमि के लिए 6.5 लाख रुपये की निकासी की गयी है.
रिपोर्ट : पीयूष तिवारी, गढ़वा