कानपुर: श्रीप्रकाश जायसवाल का लोकसभा चुनाव 2024 लड़ने से इनकार, राहुल गांधी और प्रियंका के लिए कही ये बात
लोकसभा चुनाव 2024 में कांग्रेस को कानपुर से नए चेहरे की तलाश करनी पड़ सकती है. कानपुर से पार्टी के वरिष्ठ नेता श्रीप्रकाश जायसवाल लगातार दो चुनाव में हार के बाद अब मैदान में नहीं उतरने का मन बना चुके हैं. हालांकि, उन्होंने उम्मीद जताई है कि मेहनत के बलबूते कांग्रेस अच्छे नतीजे हासिल कर सकती है.
Kanpur: कानपुर से कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व केंद्रीय कोयला मंत्री श्री प्रकाश जायसवाल ने 2024 लोकसभा चुनाव में अपनी भूमिका को लेकर मीडिया को बड़ा बयान दिया है. उन्होंने चुनाव नहीं लड़ने के संकेत दिए हैं.
राहुल और प्रियंका की तरह मेहनत करें कांग्रेस कार्यकर्ता
पूर्व केंद्रीय मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल ने 1999 से लेकर 2009 तक कानपुर लोकसभा सीट से लगातार जीत दर्ज की. लेकिन, बीते दो लोकसभा चुनाव में उन्हें भाजपा उम्मीदवार से शिकस्त का सामना करना पड़ा. उन्होंने कांग्रेस के कार्यकर्ताओं से कहा है कि वह राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के हाथों को मजबूत करें और उनकी ही तरह मेहनत करें, जिससे पार्टी और मजबूत होकर सत्ता ने आ सके. श्रीप्रकाश जायसवाल के चुनाव नहीं लड़ने के पीछे खराब सेहत की बात कही जा रही है.
कर्नाटक में कांग्रेस को मिली जीत अच्छा संकेत
श्रीप्रकाश जायसवाल ने कहा कि कहा कि कर्नाटक में कांग्रेस को मिली जीत अच्छा संकेत है. साल 2024 को लेकर गठबंधन की कोशिश होनी चाहिए. लेकिन, ये गठबंधन कांग्रेस की शर्तों पर हो तभी इसका उचित परिणाम मिल सकेगा. 2024 चुनाव को देखते हुए पार्टी के हर एक कार्यकर्ता को बहुत ज्यादा मेहनत करनी होगी. पार्टी नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी कांग्रेस को मजबूत करने के लिए लगातार काम कर रहे हैं. इतनी ही मेहनत पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं को करनी चाहिए, तभी बेहतर परिणाम देखने को मिलेंगे.
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मेयर से लेकर केंद्रीय मंत्री तक का तय किया सफर
कानपुर में कांग्रेस को मजबूत करने वाले श्रीप्रकाश जायसवाल साल 1989 से राजनीति में हैं. वह सबसे पहले कानपुर के मेयर बने थे. बाद में 1999 में उन्होंने पहली बार लोकसभा का चुनाव लड़ा था और जीत दर्ज की थी. इसके बाद वर्ष 2004 और 2009 के लोकसभा चुनाव में भी वह कानपुर से जीत हासिल करने में सफल रहे. वर्ष 2004 में केंद्र की मनमोहन सरकार के कार्यकाल में वह गृह राज्य मंत्री रहे.
खराब सेहत बताई जा रही वजह
इसके बाद मनमोहन सरकार के दूसरे कार्यकाल में श्रीप्रकाश जायसवाल को केंद्रीय कोयला मंत्री बनाया गया. इसके बाद वर्ष 2014 की मोदी लहर में जायसवाल अपनी सीट नहीं बचा पाए और चुनाव हार गए. इसके बाद उन्होंने 2019 का लोकसभा चुनाव भी लड़ा. लेकिन, एक बार फिर हार नसीब हुई. इसके बाद से ही उनकी कानपुर में राजनीतिक सक्रियता कम हो गई है. उनकी सेहत भी खराब बताई जा रही है.
रिपोर्ट: आयुष तिवारी