Loading election data...

शिक्षकों की नौकरी में भ्रष्टाचार के विरोध में धरना दे रही एसएससी अभ्यर्थी मिट्ठू मंडल की मौत

west bengal news: देर शाम उसने मेयो रोड पर ही दम तोड़ दिया, जहां लंबे अरसे से एसएससी के अभ्यर्थी नौकरी देने की मांग के समर्थन में आंदोलन कर रहे हैं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 27, 2022 7:29 PM

कोलकाता: पश्चिम बंगाल में शिक्षक भर्ती में गड़बड़ी के खिलाफ प्रदर्शन कर रही एक महिला अभ्यर्थी की मौत हो गयी है. आंदोलन के दौरान जिस अभ्यर्थी की जान चली गयी, उका नाम मिट्ठू मंडल (Mithu Mondal) है. वह मालदा (Malda) के कालियाचक (Kaliachak) की रहने वाली थी. शनिवार देर शाम उसने मेयो रोड (Mayo Road) पर ही दम तोड़ दिया, जहां लंबे अरसे से एसएससी के अभ्यर्थी (SSC Aspirants) नौकरी देने की मांग के समर्थन में आंदोलन कर रहे हैं.

साल्टलेक में 187 दिन दिया था धरना

लंबे समय से मेयो रोड स्थित गांधी प्रतिमा के सामने एसएससी अभ्यर्थी धरने पर बैठे हुए हैं. इनमें से एक अभ्यर्थी मिट्ठू मंडल की शनिवार देर शाम मौत हो गयी. संयुक्त मंच के संयोजक पार्थ प्रतिम मंडल व प्रकाश घोष ने बताया कि यह अभ्यर्थी उनके आंदोलन में लंबे समय से जुड़ी हुई थी. इससे पहले वह साल्टलेक में 187 दिनों के धरने में भी शामिल थी.

मेरिट लिस्ट में नाम है, लेकिन नहीं मिली नौकरी

एसएससी की मेधा सूची में नाम होने के बावजूद नौकरी नहीं मिलने के कारण वह मानसिक रूप से बीमार हो गयी थी. वह मालदा के कालियाचौक की रहनेवाली थी. संयोजक ने बताया कि 11वीं-12वीं स्तर की श्रेणी (एसएलएसटी) में वह राजनीति विज्ञान विषय की मेरिट सूची में थीं और काफी समय से हमारे साथ भी नौकरी की गुहार सरकार से लगा रही थी.

Also Read: अनीस खान की मौत की सीबीआई जांच की मांग पर भड़कीं ममता बनर्जी, कहा- बंगाल पुलिस का अपमान न करें

नौकरी नहीं मिलने से निराश थी मिट्ठू

लंबे अरसे तक धरना-प्रदर्शन के बावजूद सरकार के कानों पर जूं नहीं रेंगी और योग्य उम्मीदवारों को नौकरी नहीं मिली. इसकी वजह से वह काफी निराश हो गयी थी. स्कूल सेवा आयोग के भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन से भी वह जुड़ी थी.

अयोग्य लोगों को मिल रही नौकरी- अभ्यर्थियों का आरोप

अभ्यर्थियों ने आरोप लगाया है कि अयोग्य आवेदकों को नौकरी दी जा रही है, लेकिन परीक्षा पास करने वाले आज भी बेरोजगार घूम रहे हैं. नौकरी के मामले में जो भ्रष्टाचार हो रहा है, उसी का खामियाजा क्वालिफाईड अभ्यर्थियों को भुगतना पड़ रहा है. संघर्ष करते-करते मिठू दुनिया से चली गयी.

Also Read: अनीस हत्याकांड के विरोध में छात्रों का राइटर्स मार्च, पुलिस से हुई झड़प, रणक्षेत्र बना पार्क सर्कस

Posted By: Mithilesh Jha

Next Article

Exit mobile version