बरेली : उत्तर प्रदेश के तेज तर्रार आईपीएस में शुमार बरेली के कप्तान (एसएसपी) प्रभाकर चौधरी की गाज एक और दरोगा पर गिरी है. उन्होंने आगजनी और धमकी देने के आरोपी को 2 महीने बाद क्लीन चिट देने वाले थाने के सब इंस्पेक्टर (दरोगा) अभय कुमार पांडे को सस्पेंड कर दिया. इसके साथ ही मामले की विभागीय जांच शुरू कराई है. इससे पहले एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने स्मैक तस्करों से सौदेबाजी के आरोप में एक दरोगा और दो सिपाहियों को सस्पेंड किया था, तो वहीं एलएलबी की स्टूडेंट से मोबाइल पर इश्क फरमाने वाले पुलिस लाइन में तैनात सिपाही को सस्पेंड कर जेल भिजवाया था. जिसके चलते पुलिस महकमें में हड़कंप मच गया है.
बरेली देहात के भुता थाना क्षेत्र के मनकापुर गांव निवासी विकास कुमार ने 2 महीने 25 फरवरी को गांव के ही नरेश पाल के खिलाफ आगजनी और जान से मारने की धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कराई थी. इस मामले में पुलिस ने जांच पड़ताल की. विकास कुमार ने आरोप लगाया था कि नरेश पाल ने झोपड़ी में आग लगा दी. आग की रोशनी में नरेश पाल को देखने का जिक्र रिपोर्ट में किया गया था. मगर आरोपी भाग गया. इस मामले में पुलिस ने 25 फरवरी, 2023 रिपोर्ट दर्ज कर जांच की. थाने के इंस्पेक्टर ने सब इंस्पेक्टर अभय कुमार पांडे को जांच दी.
आरोप है कि विवेचना में अभय कुमार पांडे ने आरोपी को क्लीन चिट दे दी. उसके खिलाफ कोई साक्ष्य न मिलने की बात कही. इसके साथ ही अभियुक्तों से रुपये लेने की बात सामने आई. एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल होने की चर्चा है. एसएसपी प्रभाकर चौधरी से पीड़ित ने शिकायत की. एसएसपी ने मामले की जांच कराई. इसमें आरोपी दरोगा पर लापरवाही, अनुशासनहीनता एल और भ्रष्टाचार आदि के आरोप मिले. इसके बाद सब इंस्पेक्टर को निलंबित कर दिया गया. इसके साथ ही विभागीय जांच शुरू कर दी गई है. मगर, कप्तान के एक्शन से पुलिस कर्मियों में काफी दहशत है.
रिपोर्ट- मुहम्मद साजिद, बरेली
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