Bareilly News : उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में चोरी का मोबाइल बताकर रिश्वत लेने वाले सर्विलांस टीम के दो सिपाहियों को जांच में दोषी पाया गया है. इसके बाद इज्जतनगर थाने में दोनों सिपाहियों के खिलाफ रविवार रात भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज की गई है. एसएसपी ने दोनों सिपाहियों को तुरंत निलंबित कर दिया.
शहर के इज्जतनगर थाना क्षेत्र के कर्मचारी नगर निवासी राजकुमार ने शिकायत में बताया कि, छह महीने पहले अपने घर के पास ही रहने वाले सलीम से पांच हजार में एक मोबाइल खरीदा था. मोबाइल खरीदने के चार माह बाद सलीम की मौत हो गई. 26 फरवरी को सर्विलांस में तैनात सिपाही सतीश ने राजकुमार को फोन करके बताया कि वह चोरी का मोबाइल चला रहा है. उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. इस पर राजकुमार अपने दोस्त के साथ सतीश से मिलने के लिए ऑफिस आया. यहां पर सतीश और उसके साथी सिपाही ने उसे जेल भेजने की धमकी देते हुए 20 हजार की मांग की.
राजकुमार ने सतीश और उसके साथी सिपाही को 10 हजार की रकम दे दी. रिश्वत की रकम मिलने के बाद दोनों पुलिसकर्मियों ने सादा कागज पर हस्ताक्षर करा लिए. इसके साथ ही किसी से शिकायत करने पर जेल भेजने की धमकी दी. मगर, सिपाहियों की धमकी के बाद भी पीड़ित ने आईजी रमित शर्मा से मिलकर शिकायत की. आईजी ने एसपी क्राइम से आरोपों की जांच कराई.
एसपी क्राइम की जांच में आरोप सही पाए गए. इसके बाद रविवार रात राजकुमार की शिकायत पर इज्जतनगर थाना पुलिस ने सिपाही सतीश के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज की है. इस मामले की जांच में साथी सिपाही महेंद्र का नाम भी सामने आया है. उसका नाम भी विवेचना में बढ़ाया जाएगा. एसएसपी ने दोनों सिपाहियों को तत्काल सस्पेंड कर दिया है.
रिपोर्ट- मुहम्मद साजिद, बरेली