Indian Railways: धनबाद रेल मंडल के मुख्यालय में स्थित धनबाद स्टेशन का विकास आने वाले समय में होना है. डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (डीएफसी) की लाइन बिछनी है. इस कारण मुख्य भवन से लेकर पार्सल, आरपीएफ, जीआरपी समेत अन्य भवनों को जोड़ा जाना है. ऐसे में काम शुरू होने पर धनबाद स्टेशन का दक्षिणी छोर से यात्रियों का आना जाना बढ़ेगा. यही कारण है कि प्लेटफॉर्म संख्या छह से लेकर आठ तक में सुविधाएं बढ़ाने की कवायद तेज हो गयी है. इतना ही नहीं प्लेटफॉर्म के स्टॉलों की कीमत भी अधिक हो गयी है. पहले जहां दो से तीन लाख सालाना पर स्टॉल का आवंटन होता था. वहीं इस बार स्टॉल की कीमत छह से 12 लाख के बीच है.
प्लेटफॉर्म संख्या छह पर 12 लाख का स्टॉल
प्लेटफाॅर्म संख्या छह का स्टॉल सबसे अधिक महंगा रहा है. स्टॉल को जीएसटी लेकर 12 लाख सालाना पर आवंटित किया गया है. वहीं प्लेटफॉर्म संख्या आठ पर तीन नये स्टॉल बनाये गये हैं. इस प्लेटफॉर्म पर स्टॉल की संख्या चार हो गयी है. नये बने तीन स्टॉल को सालाना करीब आठ-आठ लाख रुपये जीएसटी के साथ आवंटित किया गया है. जबकि प्लेटफॉर्म संख्या एक के स्टॉल करीब 10 लाख, दो-तीन के सात से आठ लाख, चार-पांच के छह से सात लाख व छह-सात के 12 लाख तक व आठ नंबर प्लेटफॉर्म के स्टॉल की कीमत आठ लाख तक जीएसटी के साथ गयी है.
साउथ साइड की बढ़ी डिमांड
धनबाद स्टेशन के दो-तीन व चार-पांच के तीन से चार स्टॉल ऐसे भी हैं, जिसे चलाने में किसी ने रुचि नहीं दिखायी. वहीं, साउथ साइड के स्टॉलों में रुचि ज्यादा दिख रही है. ऑनलाइन प्रक्रिया होने के कारण बाहर के लोग भी टेंडर में भाग ले रहे हैं. स्टॉल की कीमत बढ़ने का एक बड़ा कारण यह भी है.
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