Agra: निजी हॉस्पिटल में भ्रूण लिंग जांच का पर्दाफाश, हरियाणा STF की टीम ने चिकित्सक को रंगेहाथ पकड़ा

Agra News: ताजनगरी के थाना एत्माद्दौला क्षेत्र के ट्रांस यमुना कॉलोनी फेस टू में स्थित प्रिया हॉस्पिटल पर हरियाणा की स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गर्भपात की सूचना पर छापा मारा. टीम को पहले से ही अस्पताल में गर्भपात कराए जाने की सूचनाएं मिल रही थी.

By Prabhat Khabar News Desk | May 21, 2022 6:58 PM

Agra News: थाना एत्माद्दौला क्षेत्र के ट्रांस यमुना फेस टू में प्रिया हॉस्पिटल में गर्भपात की सूचना पर हरियाणा की टीम ने स्टिंग ऑपरेशन कर छापा मारा. टीम को हॉस्पिटल में पहले से ही गर्भपात द्वारा निकाला गया एक भ्रूण भी मौके पर बरामद हुआ. हरियाणा की टीम के साथ आगरा के सीएमओ भी मौके पर पहुंचे और अस्पताल पर जांच-पड़ताल के बाद कार्रवाई के निर्देश दे दिए गए हैं. अस्पताल में मौजूद गर्भपात में प्रयुक्त किए जाने वाली मशीनें और अस्पताल को सील करने की कार्रवाई जारी है.

ताजनगरी के थाना एत्माद्दौला क्षेत्र के ट्रांस यमुना कॉलोनी फेस टू में स्थित प्रिया हॉस्पिटल पर हरियाणा की स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गर्भपात की सूचना पर छापा मारा. टीम को पहले से ही अस्पताल में गर्भपात कराए जाने की सूचनाएं मिल रही थी. जिसके बाद हरियाणा के जिला नुहु के डिप्टी सिविल सर्जन डॉ अरविंद और डॉक्टर आशीष सिंगला के नेतृत्व में एक टीम तैयार की गई. जिसके बाद टीम ने डमी पेशेंट को अस्पताल में स्टिंग के लिए भेजा. जहाँ डॉक्टर से गर्भपात की बात की गई. डॉ राजीव कुमार ने पेशेंट को गर्भपात के लिए ₹40000 बताए. जैसे ही पेशेंट ने डॉक्टर को पैसे मुहैया कराए बाहर इंतजार में खड़ी टीम ने पैसे के साथ डॉक्टर को धर दबोचा.

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डॉक्टर को जैसे ही पता चला कि यह पेशेंट नहीं बल्कि हरियाणा की टीम है और स्टिंग ऑपरेशन करने आई है. डॉक्टर के हाथ पांव फूल गए और अपने हाथ में पकड़े हुए ₹10000 डॉक्टर ने वॉशबेसिन के पाइप में डालने की कोशिश की. लेकिन टीम के साथ मौजूद पुलिस ने वह पैसे अपने कब्जे में ले लिए. आपको बता दें कि स्टिंग ऑपरेशन के दौरान डॉक्टर को अस्पताल में जैतपुर कला के रहने वाले अवनीश और उनकी पत्नी सुप्रिया भी मिली. जो कि अपने बच्चे का गर्भपात कराने पहुंची थी. संबंधित बच्ची के माता-पिता से सीएमओ अरुण कुमार श्रीवास्तव ने काफी पूछताछ की, लेकिन बच्चे के पिता ने कुछ भी बताने से इंकार कर दिया. उसका यही कहना था कि हम इस और बच्चा नहीं चाहते थे इसलिए यहां पर आए थे.

सीएमओ अरुण श्रीवास्तव ने पिता से पूछा कि गर्भपात की बात कितने रुपए में तय हुई थी, तो उसने बताया कि ₹10000 में गर्भपात कराना तय हुआ था. लेकिन बच्ची के पिता ने एजेंट के बारे में कुछ भी नहीं बताया. और गर्भ परीक्षण के सवाल पर भी लगातार इंकार करता रहा. आगरा के सीएमओ अरुण श्रीवास्तव का कहना है कि ट्रांस यमुना के प्रिया हॉस्पिटल में पहले गर्भपात की सूचना पर कार्रवाई की गई थी और इसके बाद डॉक्टर ने हाईकोर्ट से स्टे ले लिया था और करीब 1 महीने पहले फिर से अस्पताल शुरू हो गया.

इस बार फिर से अस्पताल में गर्भपात की सूचना लगातार मिल रही थी. जिसके बाद हरियाणा की टीम के साथ हॉस्पिटल पर छापामार कार्रवाई की गई जहां पर अस्पताल की कार्यप्रणाली संदिग्ध मिली. जिसके बाद फिर से अस्पताल पर कार्रवाई की जा रही है. वहीं छापेमारी के दौरान अस्पताल में एक भ्रूण भी मिला है. और उसके पिता से बात की गई तो उसने बताया कि उसके पास पहले से 3 लड़कियां हैं. वह अभी चौथा बच्चा नहीं चाहता था इसलिए यहां गर्भपात कराने आया है. भ्रूण का पोस्टमार्टम किया जाएगा जिसके बाद अस्पताल को सील करने की कार्रवाई पूरी की जाएगी.

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