कोलकाता
केंद्रीय स्तर पर डीए की मांग कर रहे आंदोलनकारियों को धमकी भरी चिट्ठी मिली है. चिट्ठी में कहा गया है कि शहीद मीनार के सामने बने आंदोलनकारियों के अस्थायी मंच को बम से उड़ा दिया जायेगा. सफेद कागज पर रंगीन पेंसिल से हाथ से लिखा एक नोट मंच पर मिला, जिसमें बांग्ला में लिखा है “ नाटक बंद करें वरना बम से मंच को उड़ा देंगे.” धमकी भरी चिट्ठी मिलने के बाद आंदोलनकारियों में रोष देखा गया.
किसने यह चिट्ठी लिखी है, यह अब तक पता नहीं चल सका है. इस बीच मैदान थाने में इस संबंध में आंदोलनकारियों ने शिकायत भी की है. हालांकि घटना को लेकर आंदोलनकारी चिंतित नहीं हैं. उनका कहना है कि आंदोलन चलेगा. इसमें और तेजी आयेगी.
उल्लेखनीय है कि बकाया डीए की मांग पर शहीद मीनार में धरना आंदोलन को 46 दिन हो गये हैं. रविवार को आंदोलनकारियों के पांच सदस्यीय प्रतिनिधि दल ने राज्यपाल सीवी आंनद बोस के साथ भी मुलाकात की थी. हालांकि समाधान का रास्ता नहीं निकल सका था. उल्लेखनीय है कि सोमवार को अनशन कर रहे एक आंदोलनकारी की तबीयत खराब हो गयी और उसे अस्पताल ले जाना पड़ा.
कोलकाता
राज्य के सरकारी कर्मचारियों के एक धड़े ने बकाया डीए की मांग को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी, जिस पर 15 मार्च को सुनवाई होने वाली थी. लेकिन अब यह सुनवाई 21 मार्च को होगी. सोमवार को सुप्रीम कोर्ट प्रशासन की ओर से दी गयी जानकारी के अनुसार, मामले पर आगामी 21 मार्च को सुनवाई होगी. गौरतलब है कि कलकत्ता हाइकोर्ट ने राज्य सरकार को बकाया डीए का भुगतान करने का निर्देश दिया है, राज्य सरकार ने हाइकोर्ट के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है, जिस पर सुनवाई लंबित है.