गोरखपुर में दूसरे दिन भी बिजली निगम के अभियंताओं और कर्मचारियों का जारी रहा हड़ताल, परेशान हुए लोग
गोरखपुर बिजली कर्मियों की हड़ताल के कारण गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण और इंडस्ट्रियल एस्टेट में बिजली गुल. उद्यमियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है इससे उन्हें आर्थिक नुकसान हो रहा है.
गोरखपुर . बिजली अभियंता और कर्मचारियों का हड़ताल दूसरे दिन भी जारी रहा. जिससे पूरे यूपी के साथ साथ गोरखपुर जिले में भी हाहाकार मचा हुआ है. शुक्रवार को जहां 50 बिजली घर बंद थें वही शनिवार को बिजली हड़ताल के दूसरे दिन भी 35 बिजली घर बंद पड़े थें. गोरखपुर में बिजली निगम को 20 करोड़ से अधिक का नुकसान हुआ है. लगातार तीसरे दिन भी बिजली बिल जमा करने का काउंटर बिजली विभाग के ऑफिस में बंद पड़ा था .जिससे बिजली का बिल जमा करने वाले लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. उन्हें बिना बिजली का बिल जमा किए वापस जाना पड़ रहा है.
650 बिजली विभाग के संविदा कर्मचारियों को किया बर्खास्त
प्रशासन द्वारा आपूर्ति सुचारू रूप से रखने के लिए अधिकारियों को जिम्मेदारी दी गई थी. ग्रामीण इलाकों में भी व्यवस्था ठीक रखने के लिए अधीक्षण अभियंता ग्रामीण और मुख्य अभियंता को उतरना पड़ा फिर भी स्थिति नही संभल सकी. ग्रामीण इलाकों में कई जगह पर 24 घंटे से बिजली की आपूर्ति नहीं हो पाई. गोरखपुर में बिजली निगम के कुल 4629 कर्मचारी हैं जिनमे 2397 कर्मचारी हड़ताल पर है. उत्तर प्रदेश में 650 बिजली विभाग के संविदा कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया गया जिसमें 207 संविदा कर्मचारी गोरखपुर जोन के हैं. वहीं गोरखपुर के मोहद्दीपुर बिजली ऑफिस के बाहर अभियंता और कर्मचारियों की हड़ताल लगातार दूसरे दिन भी जारी रही.
छोटे-मोटे फाल्ट नहीं ठीक कर पाए संविदा कर्मी
ग्रामीण इलाके में बिजली घर का चार्ज लेखपालों ने लिया है. कई जगह ग्रामीण क्षेत्रों में फाल्ट आने के बाद संविदा कर्मी के साथ वो लोग फाल्ट ठीक करने के लिए गए लेकिन संविदा कर्मियों ने कई जगह पर कुशल जानकारी न होने का हवाला देते हुए फाल्ट को ठीक करने से मना कर दिया. वहीं प्रशासन के अधिकारी निगम के अभियंताओं से अपने-अपने बिजली घर के कुशल संविदा कर्मी का फोन नंबर लेकर उन्हें ढूंढ रहे हैं. ताकि सकुशल संविदा कर्मी लाइन मैन मिल सके जिससे फाइट को जल्द से जल्द शुरू कराया जा सके.
हड़ताल के कारण उद्यमीयों को करना पड़ रहा काफी परेशानी का सामना
वहीं बिजली कर्मियों की हड़ताल के कारण गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण और इंडस्ट्रियल एस्टेट में बिजली गुल हो जाने से उद्यमियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है इससे उन्हें आर्थिक नुकसान हो रहा है. इस मामले में लघु उद्योग भारती के अध्यक्ष दीपक ने बताया कि हड़ताल के कारण उद्यमीयों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है जिससे आर्थिक नुकसान भी हो रहा है इस समय हड़ताल पर जाना अनुचित है. उन्होंने कहा कि शासन और प्रशासन को उनकी समस्या का जल्द से जल्द समाधान करना चाहिए नहीं तो उद्योगों को बंद करना पड़ेगा.
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हड़ताल से हो रहा उद्यमियों को काफी नुकसान
महासचिव चैंबर ऑफ इंडस्ट्रीज प्रवीण मोदी ने कहा कि बिजली निगम के अभियंताओं और कर्मचारियों ने पहले ही हड़ताल पर जाने की घोषणा की थी. बिजली निगम प्रबंधन को इसके विकल्प का वैकल्पिक व्यवस्था पूरी कर लेनी चाहिए थी.लेकिन ऐसा नहीं किया गया जिससे उद्यमियों को काफी नुकसान हो रहा है. वही सरिया व डिस्टलरी की फैक्ट्री में उत्पादन का काम चालू रहा क्योंकि वहां पर बिजली का उत्पादन होता है इसलिए उनके उत्पादन पर कोई असर नहीं पड़ा. अंकुर स्टील फैक्ट्री के प्रबंध निदेशक अशोक जालान ने कहा कि बिजली का उत्पादन होने के कारण दिक्कत नहीं है.
रिपोर्ट – कुमार प्रदीप