सर, मुझे फेल मत करना, वरना ससुराल में मेरी इज्जत चली जायेगी, यूपी बोर्ड की छात्रा ने परीक्षक से की अपील
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की हाईस्कूल और इंटर की कॉपियों के मूल्यांकन का कार्य ताजनगरी के पांच केंद्रों पर चल रहा है. इस दौरान मूल्यांकन करने वाले अध्यापकों के सामने तरह-तरह के मामले आ रहे हैं. किसी मामले में भावुकता है तो कोई कॉपी मूल्यांकन करने वाले शिक्षक को पैसे दे रही है.
Agra News: उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा कॉपियों का मूल्यांकन शुरू हो गया है. ऐसे में कॉपियों में छात्र-छात्राओं द्वारा फेल ना करने की विनती करने के मामले सामने आ रहे हैं. कोई कॉपी में पैसे डाल कर नंबर बढ़ाने की बात कर रहा है, तो किसी कॉपी में कोई भावुक स्टोरी लिखकर फेल ना करने की मिन्नतें कर रहा है.
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की हाईस्कूल और इंटर की कॉपियों के मूल्यांकन का कार्य ताजनगरी के पांच केंद्रों पर चल रहा है. इस दौरान मूल्यांकन करने वाले अध्यापकों के सामने तरह-तरह के मामले आ रहे हैं. किसी मामले में भावुकता है तो कोई कॉपी मूल्यांकन करने वाले शिक्षक को पैसे दे रही है.
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‘दो महीने पहले ही हुई है शादी, फेल मत करना’
इंटर की गृह विज्ञान की कॉपी चेक करने वाले एक शिक्षक ने बताया कि एक छात्रा ने कॉपी में लिखा है कि ‘सर मेरी शादी 2 महीने पहले ही हुई है. ससुराल जाने के बाद पढ़ाई नहीं हो पाई, क्योंकि काफी काम करना पड़ता है. अतः आपसे निवेदन है कि मुझे भले ही अच्छे अंक ना दें, लेकिन विषय में फेल ना करें. अगर मैं फेल हो गई तो ससुराल में मेरी इज्जत चली जाएगी.’
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‘काम करने की वजह से पढ़ने का समय नहीं मिला’
वहीं, दूसरे एक परीक्षक ने बताया कि गृह विज्ञान विषय की ही एक अन्य छात्रा ने उत्तर पुस्तिका में लिखा है कि ‘मैं गरीब घर से हूं. घर चलाने के लिए घर-घर जाकर काम करती हूं. इस वजह से मुझे पढ़ने का समय नहीं मिल पाता, इसलिए कृपया आप मुझे पास कर दें. मैं सदा आपकी आभारी रहूंगी.’
उत्तर पुस्तिकाओं में भावुक अपील के साथ ही तमाम पुस्तिकाएं ऐसी भी हैं, जो परीक्षकों की जेब भर रही हैं. दरअसल, इन पुस्तिकाओं में पैसे निकल रहे हैं. किसी पुस्तिका में ₹500, किसी में ₹100 तो किसी में ₹50 निकल रहे हैं. वहीं किसी पुस्तिका में ₹20 भी मिल रहे हैं.
बोर्ड परीक्षाओं की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कर रहे शिक्षकों को पुस्तिकाओं में जो भी पैसे मिलते हैं, शाम को वह बाकी परीक्षकों के साथ बैठकर उन पैसों की चाय पी लेते हैं.
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की कॉपियों के मूल्यांकन का कार्य अभी और चलेगा. जिले के पांच केंद्रों पर होने वाले मूल्यांकन कार्य के लिए अभी भी परीक्षकों की कमी हो रही है. तमाम परीक्षक छुट्टी पर हैं तो कई परीक्षक मूल्यांकन कार्य से अनुपस्थित है.
रिपोर्ट – राघवेंद्र सिंह गहलोत, आगरा