BHU के छात्रों ने राष्ट्रपति को भेजा खून से लिखा पत्र, CHS में एडमिशन को लेकर उठाई ये मांग

काशी हिंदू विश्वविद्यालय द्वारा संचालित सेंट्रल हिंदू गर्ल्स स्कूल और बॉयज स्कूल में लॉटरी सिस्टम से एडमिशन को खत्म करने के लिए काफ़ी दिनों से बीएचयू के छात्र धरनारत है. वहीं इस मामले पर अबतक बीएचयू प्रशासन के संज्ञान न लिए जाने पर छात्रों ने अनोखे तरकीब से विरोध दर्ज कराया.

By Prabhat Khabar News Desk | April 26, 2022 7:22 AM

Varanasi News: काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) द्वारा संचालित सेंट्रल हिंदू गर्ल्स स्कूल और बॉयज स्कूल (सीएचएस ) में लॉटरी सिस्टम से एडमिशन को खत्म करने के लिए काफ़ी दिनों से बीएचयू के छात्र धरनारत है. वहीं इस मामले पर अबतक बीएचयू प्रशासन के संज्ञान न लिए जाने पर छात्रों ने अनोखे तरकीब से विरोध दर्ज कराया. 2 दर्जन छात्रों ने अपने खून से ख़त लिख उसपर हस्ताक्षर कर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को चिठ्ठी भेजी है. इस चिट्ठी में स्कूल की विशिष्टता और लॉटरी सिस्टम की गड़बड़ियों का पुरा उल्लेख करते हुए इसे ख़त्म करने की गुहार लगाई है.

छात्रों को उम्मीद है कि राष्ट्रपति बीएचयू के विजिटर होने के नाते इस प्रकरण में हस्तक्षेप कर CHS प्रवेश परीक्षा को तत्काल बहाल कराने का निर्देश देंगे. NSUI बीएचयू के छात्रों ने कैंपस के अंदर ही पहले सीरिंज से खून निकाले और उसे पेन में रिफिल कर चिट्ठियां लिखीं. ये ख़त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और BHU के कुलपति प्रो. सुधीर कुमार जैन समेत बीएचयू के विजिटर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को भेजी गई. छात्रों ने इस खत के माध्यम से राष्ट्रपति समेत सभी से गुहार लगाई है कि आप सब लॉटरी (जुआ) प्रणाली से दाखिला ख़त्म कराए ताकि समाज के गरीब वंचित और मेधावी छात्रों की प्रतिभा के साथ खिलवाड़ होना बंद हो.

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छात्रों ने आगे कहा कि यह प्रणाली अन्यायपूर्ण और दोषपूर्ण है. इसका नकारात्मक असर सीएचएस जैसे संस्था की गुणवत्तापरक शिक्षा पर भी पड़ेगा। यदि इसके बावजूद हमारी मांगो पर ध्यान नही दिया गया तो अब हम सभी आंदोलित छात्र जल्द ही अनिश्चितकालीन धरने पर उतरेंगे और जरूरत पड़ी तो भूख हड़ताल और आमरण अनशन भी करेंगे.

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