Agra News: उत्तर प्रदेश के आगरा जनपद में शुक्रवार से होने वाली आईसीएमआर (इंडियन काउंसिल आफ मेडिकल रिसर्च) की परीक्षा को लेकर छात्र इधर से उधर भटकते रहे. उन्हें एक केंद्र से दूसरे केंद्र में भेजा जाता रहा, जिसकी वजह से उनका काफी समय बर्बाद हुआ. उग्र परीक्षार्थियों ने इसे लेकर काफी हंगामा भी किया. इन परीक्षाओं को तीन पालियों में आयोजित करने का कार्यक्रम तैयार किया गया, इसके बाद जब परीक्षार्थी केंद्रों पर पहुंचे तो उन्हें एक जगह से दूसरी जगह भेजा जाता रहा. दो परीक्षा केंद्र बदलने के बाद तीसरे परीक्षा केंद्र पर प्रथम और दूसरी पाली की परीक्षाएं कई अनियमितताओं के साथ संपन्न हो गई. लेकिन, देर शाम तक तीसरी पाली की परीक्षा शुरू नहीं हो सकी और केंद्र के बाहर हंगामे की आशंका में पुलिस को तैनात कर दिया गया.
आईसीएमआर को आगरा में कई परीक्षा केंद्रों पर सहायक तकनीकी व अन्य कई पदों पर परीक्षा शुरू करनी थी. यह परीक्षा आज शुक्रवार सुबह 8:30 बजे से शुरू होनी थी. ऐसे में आगरा के देवरी रोड पर स्थित पंडित मनीष शर्मा डिग्री कॉलेज पर सैकड़ो परीक्षार्थी समय से पहले ही पहुंच गए. लेकिन, उनका आरोप है कि परीक्षा केंद्र में प्रवेश के बावजूद उनकी परीक्षा नहीं शुरू हुई. काफी देर तक उन्होंने इंतजार किया फिर उनसे कहा गया कि आपकी परीक्षा अब कलाल खेरिया स्थित राधे जमुना देवी गर्ल्स डिग्री कॉलेज पर होगी. ऐसे में तमाम परीक्षार्थियों को देवरी रोड से 12 किलोमीटर दूर कलाल खेरिया जाना पड़ा.
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एक परीक्षार्थी ने जानकारी दी कि कलाल खेरिया स्थित परीक्षा केंद्र पर पहुंचने के बाद करीब दो घंटे तक उनकी परीक्षा शुरू नहीं हुई. कॉलेज प्रशासन से जब देरी का कारण पूछा गया तो कोई भी संतुष्ट जवाब नहीं मिला. काफी देर तक हंगामा होता रहा. इसके बाद दूसरी पाली के भी कॉलेज पर पहुंच गए. ऐसे में कॉलेज प्रशासन ने फिर से परीक्षा केंद्र बदल दिया और कहा कि आगरा फिरोजाबाद रोड पर स्थित वनस्थली परीक्षा केंद्र पर आपकी परीक्षा होगी. वहीं आपको बता दें कि वनस्थली परीक्षा केंद्र कलाल खेरिया से करीब 20 किलोमीटर की दूरी पर है.
परीक्षा देने आए एक छात्र ने बताया कि काफी दूर-दूर से तमाम परीक्षार्थी परीक्षा देने के लिए आए हैं. लेकिन, परीक्षा केंद्र संचालकों की लापरवाही के चलते उनका काफी समय बर्बाद हो रहा है. वहीं उन्हें अपने भविष्य की चिंता भी सता रही है. आगरा के एडीएम सिटी अनूप कुमार से जब इस बारे में बात की गई तो उन्होंने बताया कि आईसीएमआर की परीक्षा जिला प्रशासन द्वारा संचालित नहीं कराई जा रही है. सिर्फ फोर्स उपलब्ध कराने के लिए कहा गया था.