धनबाद : तीन सुसाइडल नोट छोड़ बरटांड़ के व्यवसायी ने दुकान में लगायी फांसी
धनबाद में हार्डवेयर दुकान के संचालक ने तीन सुसाइडल नोट छोड़कर अपनी दुकान में फांसी लगाकर जान दे दी. मृतक का पुलिस ने तीन सुसाइडल नोट बरामद किया है. इसमें अलग अलग बातें लिखी गयी हैं.
Dhanbad News: धनबाद जिले के बरटांड़ स्थित भवानी हार्डवेयर दुकान के संचालक निर्मल वर्णवाल (35 वर्ष) ने तीन सुसाइडल नोट छोड़कर शुक्रवार को अपनी दुकान में फांसी लगाकर जान दे दी. वह पुलिस लाइन प्रेम नगर का निवासी था. इधर घटना की सूचना देने के काफी देर बाद भी जब पुलिस नहीं पहुंची तो दुकानदार बीच सड़क पर बैठ गये और रोड जाम कर दिया. इसके बाद पुलिस पहुंची और किसी तरह दुकान खुलवाकर शव को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए एसएनएमएमसीएच भेज दिया.
आसपास के दुकानदारों ने बताया कि निर्मल ने सुबह करीब नौ बजे अपनी दुकान खोली थी. पूजा पाठ किया. फिर उसकी दुकान बंद हो गयी, लेकिन बाहर से ताला नहीं लगा था. इस बीच एक ग्राहक आकर लौट गया. कुछ समय बाद फिर एक ग्राहक आया तो पता चला कि दुकान अंदर से बंद है. फिर आसपास के दुकानदार जुटे और दुकान को खोलने का प्रयास किया. अंदर से किसी की आवाज नहीं आयी तो किसी अप्रिय घटना की आशंका पर दोपहर एक बजे धनबाद पुलिस को सूचना दी गयी. जब पुलिस के आने में देर हुई तो दुकानदारों ने विरोध में सड़क जाम कर दिया. इससे सड़क पर दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गयी. इस बीच कुछ स्कूलों की छुट्टी होने पर बच्चे भी परेशान होने लगे. जाम की सूचना मिलने पर पुलिस पहुंची और लोगों को समझा-बुझा कर शांत किया. फिर दुकानदारों की मदद से शटर उठाया गया तो अंदर दुकानदार का शव फंदे में झूलता मिला.
एक साल पहले पिता की हुई थी मौत
मृतक के ममेरे भाई संजय कुमार ने बताया कि एक साल पहले निर्मल के पिता राजेंद्र प्रसाद वर्णवाल की मौत हुई थी. उसी समय से वह परेशान था. उसका छोटा भाई कोलकाता में इंजीनियर है और उसकी शादी हो चुकी है. जबकि निर्मल ने शादी नहीं की थी. उसकी पांच बहनों की भी शादी हो चुकी है. अभी धनबाद में घर पर कोई नहीं हैं. मां भी बेटी के घर जमशेदपुर गयी है. उन्हें फोन कर घटना की जानकारी दी गयी है. पूरा परिवार शाम तक धनबाद पहुंच जायेगा.
सुसाइडल नोट में लिखा ना किया जाये मेरे शव का पोस्टमार्टम
मृतक का पुलिस ने तीन सुसाइडल नोट बरामद किया है. इसमें अलग अलग बातें लिखी गयी हैं. पहले सुसाइडल नोट में लिखा गया है कि पुलिस से कहना है कि मेरा सुसाइड नोट डिक्लेयरिंग के साथ शर्ट की अंदर वाली पॉकेट में है. दूसरी बात यह कि हो सके तो बिना पोस्टमार्टम के मेरे मृत शरीर को घर वालों को सौंंप दिया जाये. ताकि मेरा अंतिम संस्कार अच्छे से हो. दूसरे सुसाइडल नोट में लिखा गया है कि मैं निर्मल कुमार, पिता राज कुमार प्रसाद, निवासी प्रेमचंद नगर पुलिस लाइन हीरापुर धनबाद का रहने वाला हूं. मैं अपने जीवन में असफल और असंतुष्ट हूं. अत: मैं अपने निराशा भरे जीवन से मुक्ति पाने के लिए आत्महत्या कर रहा हूं. इस कृत्य के लिए मैं स्वयं जिम्मेवार हूं. तीसरे सुसाइडल नोट में लिखा गया है कि विकसित भारत का निराशावादी नागरिक हूं. मेरा छोटे भाई नीतिश कुमार व छोटी बहन भारती के मोबाइल पर कृपया इस बात की सूचना पहुंचा दें. पर ध्यान रहे, उनको पहले हिम्मत देना, ताकि वे ये सुन सकें.
मां ने पैसे नहीं दिये, तो युवक ने लगा ली फांसी
चिरकुंडा. मोबाइल गेम पबजी में बाइक गिरवी रखे बेटे ने मां से बाइक छुड़ाने के लिए पैसा मांगा, मां नहीं दे पायी तो बेटे ने फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली. मामला चिरकुंडा थाना क्षेत्र की विवेकानंद कॉलोनी का है और घटना गुरुवार रात की है. जानकारी के अनुसार निर्मल गोराईं का पुत्र आशीष गोराईं (22) गुरुवार की शाम को मां से पैसा मांगा. मां ने पैसा देने से असमर्थता जतायी. कुछ रिश्तेदारों ने भी आकर आशीष को समझाया. लेकिन रिश्तेदारों के जाने के बाद वह अपने कमरे में जाकर रस्सी के सहारे पंखा से झूल गया. कुछ देर बाद मां जब गयी तो देखा कि दरवाजा बंद है.
खिड़की से देखा तो पता चला कि वह लटका हुआ है तो पुलिस को सूचना दी. चिरकुंडा पुलिस ने शव को उतारा और शुक्रवार की सुबह पोस्टमार्टम करा कर परिजनों को सौंप दिया. मृतक एसएचएमएस कॉलेज कुमारधुबी में स्नातक का छात्र था. मामले में थाना प्रभारी सुनील कुमार सिंह ने बताया कि मृतक को पबजी खेलने की लत थी और इसी खेल में उसने बाइक गिरवी रख दी थी. गिरवी रखी बाइक को छुड़ाने को लेकर वह मां से पैसा मांग रहा था. नहीं देने पर आत्महत्या कर ली. मामले में यूडी केस दर्ज किया गया है. मृतक इकलौता बेटा था. दो बहनों की शादी हो चुकी है. पिता भी घर में नहीं रहते हैं. मां किसी तरह परिवार चलाती है.