Dhanbad News: बरवाअड्डा थाना क्षेत्र के पांडेय बरवा निवासी टीपन महतो और उनका परिवार नाती की मौत से सदमे में था. सोमवार को दिन में टीपन बच्चे का शव लेकर अपने घर बरवाअड्डा पहुंचे थे. मौत की जानकारी टीपन के परिवार ने सभी से छुपाई. ग्रामीणों ने बताया कि पूरा परिवार सदमे में था. इसके बाद गीता की मां दुखिया देवी के साथ मिलकर सभी ने जहर खाकर जान देने का निर्णय लिया. पहले गीता को जहर लाने को कहा गया. फिर पिता ने आंशका जतायी कि हो सकता है कि दुकानदार गीता की उम्र व हालत देखकर जहर नहीं देगा. इसके बाद पिता, पुत्री जहर खरीदने धनबाद के हीरापुर गये. सब्जी के खेत में छिड़कने के लिए दी जानेवाली दवा खरीदी.
बच्चे की मौत के बाद प्लानिंग के तहत सभी ने जहर खाया. आस-पड़ोस में रहने वाले लोगों के अनुसार टीपन के घर में तीन थाली मिली है. इसमें एक में चावल था व एक थाली में सत्तू मिला है. संभवत: इसी में मिलाकर सभी ने जहर खाया होगा.
टीपन महतो का दो कमरे का पक्का मकान है. प्लानिंग के मुताबिक सोमवार की रात सभी एक ही कमरे में आ गये थे. फिर सभी ने एक साथ जहर खाया. सुबह चिल्लाने की आवाज सुनकर पड़ोसी पहुंचे तो देखा कि सभी छटपटाहट रहे है. बेड बिखरा पड़ा है. बच्ची रो रही है. फिर बरवाअड्डा पुलिस को घटना की सूचना दी गयी.
गीता की साढ़े तीन साल की पुत्री मिस्टी प्रिया अपने बड़े नाना के घर पर सुरक्षित है. वह नाना, नानी व अपनी मां के बारे में बार-बार पूछ रही है. यहां परिजनों ने बताया कि मिस्टी प्रिया का कहना है कि नाना, नाना व मां ने उसे भी दवा खाने को कहा, लेकिन तीता लगने के कारण नहीं खाया. रोने लगी तो छोड़ दिया.
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एसएनएमएमसीएच में अर्ध बेहोशी की हालत में टीपन महतो ने कहा कि मेरा बेटा नहीं है. गीता को बेटा हुआ तो वंश बढ़ने की उम्मीद जगी. लेकिन गीता का बेटा बीमार रहने लगा. इलाज कराया तो ठीक नहीं हुआ. इसके बाद झाडफूंक कराया. लेकिन उससे भी फायदा नहीं हुआ. बच्चे की मौत के बाद वंश खत्म हो जाने के डर व बच्चे की मौत के बाद बेटी के ससुराल वालों को क्या जवाब देंगे. यही सोच के साथ सभी ने जहर खा लिया.
बरवाअड्डा पुलिस ने घटनास्थल से दो सीसी जहर की जब्त की है. बरवाअड्डा थानेदार विक्रम कुमार सिंह ने बताया कि सुबह घटना की सूचना पर सभी को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. अभीतक पीडित पक्ष से कोई शिकायत नहीं मिली है.
जानकारी के अनुसार सरस्वती पूजा में गीता के सास, ससुर पांडेय बरवा में अपने एक अन्य रिश्तेदार के घर आए थे. इस दौरान सास, ससुर गीता से मिलने गये तो नहीं मिली. कहा कि आपलोग मुझे प्रताड़ित करते हैं. बच्चे के इलाज में मदद नहीं करते है. अब आपलोगों से कोई रिश्ता नहीं है. इसके बाद वह अपने घर लौट गये.
मृत बच्चे का मंगलवार को पोस्टमार्टम किया गया. बच्चे के शरीर में किसी तरह के जहर याह कीटनाशन नहीं पाया गया. डॉक्टरों ने बीमारी के कारण बच्चे की मौत होने की संभावना जतायी है. बच्चे का बिसरा प्रिजर्व कर लिया गया है.
नौहाट की दुलाली देवी ने अपनी बहू गीता को किसी भी तरह प्रताड़ित करने के आरोप से इंकार किया है. कहा कि उसका एकमात्र पुत्र मनोज दिल्ली में काम करता है. उसकी बहु छठ के बाद ही अपनी मायके चली गई. गोविंदपुर में एक निजी हॉस्पिटल में पोते का जन्म हुआ था. पहले से एक पोती है. कई बार बहु समेत पोता, पोती को घर लाने की कोशिश की, लेकिन उसके मायके वाले आने नहीं दिया. कहा कि बहू ही ससुराल में रहना नहीं चाहती है.