सुपौल में जांच करने पहुंचे पदाधिकारियों के साथ युवती ने की हाथापाई, वायरल हुआ वीडियो
सुपौल जिले के एक प्राथमिक विद्यालय में जांच करने गए अधिकारियों को एक शिक्षक की बेटी के विरोध का सामना करना पड़ा. युवती ने चप्पल लिए अधिकारी का घेराव कर दिया. इसका वीडियो भी वायरल हो रहा है.
बिहार के सुपौल जिले के छातापुर प्रखंड क्षेत्र स्थित प्राथमिक विद्यालय शर्मा टोला कटही में निरीक्षण करने पहुंचे पदाधिकारियों के साथ एक युवती के द्वारा हाथापाई और व अमर्यादित व्यवहार का मामला सामने आया है. मामले से संबंधित वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. जिसमें युवती पदाधिकारियों से उलझती नजर आ रही है. हालांकि प्रभात खबर इस वीडियो की पुष्टि नहीं करता है.
शिक्षक रमेश कुमार रमण की पुत्री है युवती
वायरल वीडियो की जब पड़ताल की गई तो पता चला कि घटना को अंजाम दे रही युवती विद्यालय में पदस्थापित शिक्षक रमेश कुमार रमण की पुत्री है. मंगलवार सुबह करीब साढ़े आठ बजे डीपीओ स्थापना राहुल चंद्र चौधरी, बीईओ नंदकिशोर सिंह के साथ विद्यालय का निरीक्षण करने पहुंचे थे. जहां परिसर में मौजूद युवती निरीक्षण के बाद कक्ष से बाहर निकले डीपीओ एवं बीईओ से उलझ गई.
भुगतान कीजिए फिर जांच कीजिए
युवती बस एक ही रट लगा रही थी कि पहले भुगतान कीजिए फिर जांच कीजिए. जिस पर पदाधिकारियों के द्वारा उसे बैंक खाता चेक करने का सुझाव दिया जा रहा था. इस दौरान युवती अपने पैर से चप्पल खोलकर हाथ में लेती दिख रही है. इसी क्रम में कई ग्रामीण मौके पर पहुंचे और युवती को समझा बुझाकर उसे शांत कराया. जिसके बाद डीपीओ एवं बीईओ अपने वाहन में बैठकर वहां से निकल गये.
मार्च 2017 से वेतन भुगतान नहीं
बताया जाता है कि विद्यालय में पदस्थापित शिक्षक श्री रमण को मार्च 2017 से वेतन भुगतान नहीं हो रहा है. श्री रमण पर एचएम रहने की अवधि में छात्रवृत्ति व पोशाक राशि गबन करने, उपयोगिता प्रमाण पत्र जमा नहीं करने तथा पद से हटाये जाने के बाद नये एचएम को प्रभार नहीं देने के आरोप में उनका वेतन भुगतान पर कई बार रोक लगाया गया था. विभागीय कार्रवाई के बाद श्री रमण के द्वारा बीते 26 मार्च को बीआरसी में एनओसी जमा किया गया था. जिसके बाद एनओसी में उल्लेखित बिंदुओं की जांच करने ही डीपीओ एवं बीईओ विद्यालय पहुंचे थे.
जांचोपरांत की जायेगी कार्रवाई
इस संदर्भ में पूछने पर डीपीओ राहुल चंद्र चौधरी ने बताया कि श्री रमण के द्वारा बीआरसी में जमा किये गए एनओसी के सत्यापन हेतु विद्यालय पहुंचे थे. जिससे कि वेतन भुगतान की प्रक्रिया पूरी की जा सके. मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है. जांच के बाद यथोचित कार्रवाई की जाएगी