सुपौल के राघोपुर थाना क्षेत्र के राघोपुर पंचायत अंतर्गत वार्ड नंबर 12 गद्दी गांव में शुक्रवार की देर रात्रि एक घर से परिवार के पांच लोगों का शव फंदा से लटका हुआ पाया गया. स्थानीय लोगों को गुरुवार की संध्या दुर्गंध का अहसास हुआ तो आस पड़ोस के लोग किसी अनहोनी की शंका जताने लगे. लेकिन जब मुखिया ने खिड़की के अंदर झांका तो अंदर का दृश्य हैरान करने वाला था. पांच लोगों का शव फंदा पर झूलता पाया गया. मृतकों में पति-पत्नी व तीन बच्चे शामिल हैं, जिसकी पहचान 52 वर्षीय मिश्री लाल साह, 45 वर्षीय उनकी पत्नी रेणु देवी, 15 वर्षीया पुत्री रोशन कुमारी, 14 वर्षीय पुत्र ललन कुमार व आठ वर्षीया पुत्री फूल कुमारी के रूप में की गई.
घटना के बावत स्थानीय मुखिया मो तस्लीम एवं सरपंच युवराज मंडल सहित अन्य ग्रामीणों ने बताया कि आर्थिक तंगी के कारण ही इस परिवार के सामने इस तरह का हालात सामने आया है. बताया कि मिश्री लाल साह की बड़ी पुत्री नीतू कुमारी आज से लगभग पांच वर्ष पूर्व घर से भागकर अपनी मर्जी से शादी कर ली थी, जिसके बाद से मिश्री लाल साह डिप्रेशन में रहने लगा था. हालांकि बाद में बड़ी पुत्री के उत्तरप्रदेश स्थित ससुराल भी इनलोगों का आना-जाना चालू हो गया, लेकिन उसके बाद भी मिश्रीलाल साह समाज के लोगों से अलग-थलग रहने लगा. जिसके बाद वो अपने आस पड़ोस के लोगों से भी बात नहीं करता था. बताया कि डिप्रेशन में जाने के बाद वह पुस्तैनी जमीन बेचकर ही गुजारा करता था, अपने काम धंधे को बिल्कुल छोड़ दिया.
जांच के दौरान पता चला कि सभी मृतकों ने नया कपड़ा पहना हुआ था, जिसे लेकर कुछ ग्रामीणों ने अंदाजा लगाया कि शायद ये जादू टोने का मामला हो सकता है. बताया कि कोई भी व्यक्ति सज धजकर व नये कपड़े पहनकर आत्महत्या क्यों करेगा. हो सकता है, कहीं न कहीं मामला जादू टोना से भी जुड़ा हो. हालांकि पुलिस को अनुसंधान के क्रम में जादू टोना से संबंधित कोई भी सामान मौके से बरामद नहीं हुआ.
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वहीं ग्रामीणों का कहना है कि आपसी बंटवारा के समय उसके हिस्से में लगभग 15 कट्ठा जमीन थी, जिसे बेचने के क्रम में अब सिर्फ पांच कट्ठा जमीन बच गयी थी. उसमें भी कुछ विवाद रहने के कारण वह उसे बेच नहीं पा रहा था. जिसके कारण उसकी आर्थिक स्थिति काफी चरमरा गई थी. ग्रामीणों का अनुमान है कि आर्थिक रूप से हालात खराब रहने के कारण ही उसके द्वारा ऐसा कदम उठाया गया.
जांच के दौरान पता चला कि सभी मृतकों ने नया कपड़ा पहना हुआ था, जिसे लेकर कुछ ग्रामीणों ने अंदाजा लगाया कि शायद ये जादू टोने का मामला हो सकता है. बताया कि कोई भी व्यक्ति सज धजकर व नये कपड़े पहनकर आत्महत्या क्यों करेगा. हो सकता है, कहीं न कहीं मामला जादू टोना से भी जुड़ा हो. हालांकि पुलिस को अनुसंधान के क्रम में जादू टोना से संबंधित कोई भी सामान मौके से बरामद नहीं हुआ.
वहीं गांव के लोगों ने बताया कि मृतक मिश्रीलाल साह को नशे की भी लत थी. बताया कि वह रोज नशा करने के लिए बाजार जाता था और पुनः घर आ जाता था. इस दौरान वह किसी से बात भी नहीं करता था. लोगों को अंदेशा है कि नशे की आदत रहने एवं कुछ काम-धंधा नहीं रहने के कारण भी वो ऐसा कदम उठा सकता है. लोगों ने आखिरी बार मृतक मिश्रीलाल साह को गत शनिवार को देखा था. मृतक के आस पड़ोस के लोगों ने बताया कि गत शनिवार को वह डीलर के यहां से राशन लेकर अपने घर आया था. इसी दौरान कुछ लोगों ने उसे देखा था. जिसके बाद लगभग सात दिनों के अंदर उसे किसी ने नहीं देखा.
शनिवार की सुबह लगभग सात बजे मौके पर भागलपुर से फोरेंसिक की चार सदस्यीय जांच टीम पहुंची, जिसके बाद जांच टीम द्वारा विभिन्न आधुनिक यंत्रों व वैज्ञानिक तरीके से मामले का तहकीकात शुरू कर दिया गया. फोरेंसिक टीम की जांच पूरी होने के बाद पुलिस ने पुनः मोर्चा संभाला और सभी शवों को बाहर निकलवाया. फोरेंसिक जांच टीम में सहायक निदेशक दीपक कुमार, एसएसए नागेन्द्र कुमार सिंह राघव, विवेक कुमार एवं एटेंडेंट ताज्जुब अली शामिल थे.
सुपौल के एसपी मनोज कुमार ने कहा कि प्रथम दृष्टया ये मामला सुसाइडल लगता है. ये एफएसएल की टीम ने भी माना है. शेष पोस्टमॉर्टम और विसरा रिपोर्ट से क्लियर होगा. सामाजिक रूप से ये परिवार अपने भाइयों एवं समस्त ग्रामीणों से नगन्य संपर्क रखता था. आर्थिक रूप से साधन विहीन था. मजदूरी कर जीवन चला रहा था. ग्रामीणों के अनुसार आर्थिक तंगी सुसाइड का कारण माना जा सकता है. इसकी एक लड़की भाग कर शादी दो साल पहले कर चुकी है. इस घटना के बाद पूरा परिवार अंतर्मुखी हो गया था.
प्रभारी जिलाधिकारी सह डीडीसी मुकेश कुमार सिन्हा ने इस संबंध में पूछेजाने पर बताया कि घटना की जानकारी मिली है.जहां तक आर्थिक तंगी से मौत की बात है तो इस संबंध में गहन जांच करायी जाएगी. तभी इस संबंध में कुछ भी कहा जा सकता है.
Posted By: Thakur Shaktilochan