Surya Grahan: कल लगेगा इस साल का पहला सूर्य ग्रहण, जनिए आज कितने बजे लग रहा ग्रहण का सूतक
Surya Grahan - Solar Eclipse June 2020 Date and Time in India: कल सूर्य ग्रहण लग रहा है. वहीं सूतक काल आज रात से ही लग जाएगा. आज रात में 09:52 मिनट से सूतक काल शुरू हो जाएगा. यह साल 2020 का पहला सूर्य ग्रहण होगा. इस सूर्य ग्रहण का कोरोना कनेक्शन भी बताया जा रहा है. कल जो सूर्य ग्रहण लगेगा इसमें खास बात ये हैं कि ये वलयाकार सूर्य ग्रहण होगा, जिसमें चंद्रमा सूर्य का करीब 98.8% भाग ढक देगा. भारत समेत इस ग्रहण का नजारा नेपाल, पाकिस्तान, सऊदी अरब, यूऐई, एथोपिया तथा कोंगों में दिखेगा. वहीं भारत में देहरादून, सिरसा अथवा टिहरी के कुछ प्रसिद्ध शहर है जहां पर लोग वलयाकार सूर्य ग्रहण का खूबसूरत नजारा देख पाएंगे. देश के अन्य हिस्सों में आंशिक सूर्य ग्रहण दिखाई देगा.
मुख्य बातें
Surya Grahan – Solar Eclipse June 2020 Date and Time in India: कल सूर्य ग्रहण लग रहा है. वहीं सूतक काल आज रात से ही लग जाएगा. आज रात में 09:52 मिनट से सूतक काल शुरू हो जाएगा. यह साल 2020 का पहला सूर्य ग्रहण होगा. इस सूर्य ग्रहण का कोरोना कनेक्शन भी बताया जा रहा है. कल जो सूर्य ग्रहण लगेगा इसमें खास बात ये हैं कि ये वलयाकार सूर्य ग्रहण होगा, जिसमें चंद्रमा सूर्य का करीब 98.8% भाग ढक देगा. भारत समेत इस ग्रहण का नजारा नेपाल, पाकिस्तान, सऊदी अरब, यूऐई, एथोपिया तथा कोंगों में दिखेगा. वहीं भारत में देहरादून, सिरसा अथवा टिहरी के कुछ प्रसिद्ध शहर है जहां पर लोग वलयाकार सूर्य ग्रहण का खूबसूरत नजारा देख पाएंगे. देश के अन्य हिस्सों में आंशिक सूर्य ग्रहण दिखाई देगा.
लाइव अपडेट
500 साल बाद बन रहा है ऐसा योग
ग्रहण से 12 घंटे पहले सूतक काल लग जाता है. सूतक काल में मंदिरों के कपाट बंद कर दिये जाते है. आज रात में ग्रहण का सूतक काल लग जाएगा. सूतक लगने से मंदिर के कपाट बंद हो जाएंगे. पांच सौ साल बाद ऐसी स्थिति बनने जा रही है जब इस दिन एक साथ छह ग्रह वक्री होंगे. सूर्य कर्क रेखा पर होगा, इससे यह वर्ष का सबसे बड़ा दिन भी होगा. इस दिन राहु, केतु के साथ, बुध, शुक्र, गुरु और शनि वक्री होंगे.
कैसे लगता है सूर्य ग्रहण
पृथ्वी हमारे सौर मंडल का एक ग्रह है. पृथ्वी सूर्य के चारों और चक्कर लगाती है. जबकि चंद्रमा पृथ्वी के चारों और चक्कर लगाता है. जब चंद्रमा घूमते घूमते सूर्य और पृथ्वी के बीच में आ जाता है तो वह सूर्य के प्रकाश को पृथ्वी तक नहीं पहुंचने देता. इस लिए सूर्य का प्रकाश हम तक नहीं पहुंच पाता और सूर्य हमें दिखाई नहीं देता. इसे सूर्य ग्रहण कहते है. संक्षेप में कहें तो सूर्य और पृथ्वी के मध्य जब चंद्रमा आ जाता है तो सूर्य ग्रहण होता है.
जानें क्यों कहा जाता है चूड़ामणि सूर्य ग्रहण
सभी जगहों पर यह सूर्य ग्रहण एक जैसा नहीं दिखाई देगा. कुछ जगहों पर यह ग्रहण खंडग्रास यानी आंशिक सूर्य ग्रहण के रूप मे दिखाई देगा तो कुछ जगहों पर यह कंगन की भांति सूर्य चमकता हुआ दिखाई देगा, इसलिए इसे चूड़ामणि सूर्य ग्रहण कहा जाता है.
06 घंटे लंबा होगा ग्रहणकाल
कल रविवार की सुबह 9:15 बजे ग्रहण शुरू हो जाएगा और 12:04 बजे दोपहर में पूर्ण ग्रहण दिखेगा. इस दौरान कुछ देर के लिए अंधेरा सा छा जाएगा. इसके बाद 03:04 बजे ग्रहण समाप्त होगा. यानी यह ग्रहण करीब 06 घंटे लंबा होगा. लंबे ग्रहण की वजह से पूरी दुनिया में इसकी चर्चा हो रही है.
जानिए भारत में कैसा दिखेगा सूर्य ग्रहण का नजारा
इस बार का सूर्य ग्रहण वलयाकार सूर्य ग्रहण होगा. लेकिन यह ग्रहण हर स्थान पर वलयाकार रूप में नहीं दिखेगा. भारत में देहरादून, चमोली, कुरुक्षेत्र, मसूरी, टोहान क्षेत्र में ग्रहण का कंकण (वलयाकार) यानि खग्रास रुप दिखाई देगा. लेकिन कई जगहों पर जैसे कोलकाता, हैदराबाद, शिमला, चेन्नई, मुंबई, चंडीगढ़, आदि शहरो में आंशिक सूर्य ग्रहण ही दिखेगा. जानकारी अनुसार नई दिल्ली में सूर्य का 95 प्रतिशत हिस्सा ढका हुआ दिखाई देगा.
जानिए ग्रहण के समय क्या करना चाहिए
ग्रहण के दौरान कोई भी शुभ कार्य नहीं करना चाहिए. ग्रहण के समय भगवत भजन- कीर्तन, इष्ट मंत्र, गुरु मंत्र, आदित्य हृदय स्त्रोत, सूर्य देवता के मंत्र, का जाप करना चाहिए. ग्रहण के बाद दान करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है. ग्रहण के सूतक पूर्व खाद्य पदार्थों में तुलसी दल कुशा रखने का विधान है.
सूर्य ग्रहण के तुरंत बाद क्या करना चाहिए
ग्रहण खत्म होने के बाद पानी में गंगाजल डालकर स्नान करना चाहिए. फिर पूरे घर में गंगाजल का छिड़काव करके भगवान का स्नान करा कर पूजा-पाठ करना चाहिए. मान्यता है कि ग्रहण के बाद दान पुण्य करने से ग्रहण के दुष्प्रभाव नहीं पड़ते.
ग्रहण काल में ये काम न करें
ग्रहण काल के समय खाना नहीं खना चाहिए और न ही कुछ पीना चाहिए भगवान का स्मरण करते हुए पूजा, जप, दान आदि धार्मिक कार्य करें. इस समय नवग्रहों का दान करना भी लाभकारी रहेगा. जो विद्यार्थी अच्छा परिणाम चाहते हैं वे ग्रहण काल में पढाई शुरू न करें, बल्कि ग्रहण के समय से पहले से शुरू कर ग्रहण के दौरान पढ़ाई करते रहें तो अच्छा रहेगा.
सूतक और ग्रहण काल में यह करना वर्जित
आज रात में सूतक लग जाएगा. सूतक और ग्रहण काल में मूर्ति स्पर्श नहीं करना चाहिए. वहीं, अनावश्यक खाना-पीना, निद्रा, तेल मर्दन वर्जित है. झूठ-कपट आदि वृथा अलाप, नाखून काटने आदि से परहेज करना चाहिए. वृद्ध, रोगी, बालक एवं गर्भवती स्त्रियों को यथा अनुकूल भोजन या दवाई आदि लेने में कोई दोष नहीं है.
खुली आंखों से न देखें सूर्य ग्रहण
ग्रहण के दौरान आपको घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए. चंद्रमा की तरह सूर्य ग्रहण खुली आंखों से नहीं देखना चाहिए. क्योंकि इसका बुरा असर आपकी आंखों पर पड़ सकता है. सूर्य ग्रहण को सुरक्षित तकनीक या तो एल्युमिनेटेड मायलर, ब्लैक पॉलिमर, शेड नंबर 14 के वेल्डिंग ग्लास या टेलिस्कोप द्वारा सफेद बोर्ड पर सूर्य की इमेज को प्रोजेक्ट करके करके उचित फिल्टर का उपयोग करके देखा जा सकता है.
सूर्य ग्रहण और सूतक काल का समय
देश की राजधानी दिल्ली में सूर्य ग्रहण की शुरुआत 09:15 बजे होगी. ग्रहण 12:02 PM बजे अपने पूर्ण प्रभाव में होगा और इसकी समाप्ति 03:04 बजे होगी. यह ग्रहण 06 घंटे का लंबा ग्रहण होगा. लंबे ग्रहण की वजह से पूरी दुनिया में इसकी चर्चा हो रही है. देश के अन्य शहरों में ग्रहण के समय में कुछ अंतर देखने को मिल सकता है. इस ग्रहण का सूतक काल मान्य होगा. जिसकी शुरुआत ग्रहण लगने से ठीक 12 घंटे पहले हो जाएगी. सूतक काल आज रात 09:52 बजे से लग जाएगा.
सूर्यग्रहण के दौरान छह ग्रह रहेंगे वक्री
सूर्यग्रहण के समय एक साथ छह ग्रह वक्री यानी उल्टी चाल चल रहे होंगे. बुध, गुरु, शुक्र, राहू व केतु वक्री रहेंगे. यह ग्रहण आर्थिक मंदी की ओर इशारा कर रहा है. वहीं ग्रहण के समय मंगल जलतत्व की राशि में बैठकर सूर्य, बुध, चंद्रमा और राहू पर दृष्टि कर रहा है. यह सब भारी बारिश की ओर संकेत दे रहा है. दूसरी ओर वृहतसंहिता के हवाले से कहा कि एक माह में दो से अधिक ग्रहण लगने से आमजन को कष्टों का सामना करना पड़ सकता है. ऐसा योग 900 साल बाद बन रहा है.