Happy New Year: नये साल में सैलानियों का इंतजार कर रहा एशिया का सबसे गर्म जलकुंडों का झरना सूर्यकुंड
Happy New Year|पहाड़ियों की तलहटी में बसा सूर्यकुंड झारखंड के बाहर भी काफी प्रसिद्ध है. इसके गर्म जलकुंड का तापमान 88.5 डिग्री सेल्सियस रहता है. सूर्यकुंड के बगल में पहाड़ के नीचे कल-कल बहती नदी की निर्मल धारा के पास नये साल पर हजारों सैलानी पिकनिक मनाने आते हैं.
झारखंड की राजधानी रांची से करीब 90 किलोमीटर दूर स्थित हजारीबाग जिला में एशिया के सबसे गर्म जलकुंडों का झरना है. नाम है- सूर्यकुंड. यह हजारीबाग जिला के बरकट्ठा प्रखंड में स्थित है. दिल्ली-कोलकता हाईवे एनएच-2 जीटी रोड के करीब सूर्यकुंड को अब पर्यटन स्थल केरूप में विकसित किया जा चुका है. यही वजह है कि बरकट्ठा में स्थित सूर्यकुंड आज पहचान का मोहताज नहीं है.
पहाड़ियों की तलहटी में बसा सूर्यकुंड झारखंड के बाहर भी काफी प्रसिद्ध है. इसके गर्म जलकुंड का तापमान 88.5 डिग्री सेल्सियस रहता है. सूर्यकुंड के बगल में पहाड़ के नीचे कल-कल बहती नदी की निर्मल धारा के पास नये साल पर हजारों सैलानी पिकनिक मनाने आते हैं. धार्मिक पर्यटक स्थल परिसर में सूर्यकुंड, रामकुंड, सीताकुंड, लक्ष्मणकुंड, भरतकुंड एवं विष्णुकुंड बने हैं.
जलकुंडों का नामकरण विचारों के आधार पर किया गया है, जो तथ्यों पर आधारित है. परिसर में सप्त अश्व पर सवार सूर्य भगवान का मंदिर, प्राचीन विष्णु मंदिर, काली मंदिर, चामुंडा मंदिर, शिव मंदिर, हनुमान मंदिर समेत कई मंदिर हैं. कुंडों में प्रतिदिन सैकड़ों श्रद्धालु स्नान करने आते हैं.
मकर संक्रांति (14 जनवरी) के अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु मकर स्नान के लिए जुटते हैं. साल भर देश के विभिन्न राज्यों से बड़ी संख्या में श्रद्धालु और पर्यटक यहां आते हैं. अधिकतर महाराष्ट्र, बिहार, गुजरात व पश्चिम बंगाल से होते हैं. मकर संक्रांति पर करीब एक माह तक यहां मेला लगता है, जिसमें दर्जनों खेल-तमाशे, सर्कस, थियेटर लगते हैं. झूला के साथ-साथ लोग मिठाई का भी लुत्फ उठाते हैं.
पर्यटकों के लिए डाक बंगला का रंग-रोगन हर साल किया जाता है. एक नवनिर्मित रेस्ट हाउस एवं एनएच-2 से सूर्यकुंड परिसर तक पीडब्ल्यूडी रिंग रोड सड़क का निर्माण कराया गया है. सफाई का विशेष ध्यान दिया जा रहे है. परिसर में लगभग 5 करोड़ की लागत से सूर्यकुंड परिसर में विकास के कई काम हुए हैं, जिसमें रेस्टोरेंट का निर्माण. स्टीम बाथ, स्वीमिंग पूल, कियोस्क बनाये गये हैं. सुरक्षा के लिए पिकेट का निर्माण भी किया गया है.
हजारीबाग जिला मुख्यालय से 65 किलोमीटर, बरही चौक से 28 किलोमीटर, बगोदर से 21 किलोमीटर तथा बरकट्ठा से मात्र तीन किलोमीटर की दूरी पर स्थित है सूर्यकुंड. यहां किसी भी टू व्हीलर, भाड़े की सवारी गाड़ी या प्राइवेट वाहन से जीटी रोट फोर लेन से बरकट्ठा होते हुए सूर्यकुंड परिसर पहुंचा जा सकता है. सड़क पर ही सूर्यकुंड का भव्य गेट पर्यटन विभाग से लगाया गया है.
बरकट्ठा से रेयाज खान की रिपोर्ट