शूटिंग करने खड़गपुर आये थे सुशांत सिंह राजपूत, आत्महत्या की खबर से भावुक हुए लोग
खड़गपुर : फिल्म अभिनेता और ‘एमएस धौनी द अनटोल्ड स्टोरी’ के हीरो रहे सुशांत सिंह राजपूत की मौत की खबर सुनते ही खड़गपुरवासी काफी सदमे में हैं. शहरवासियों को यकीन नहीं हो रहा है कि कुछ वर्षों पहले जिस अभिनेता ने शूटिंग के लिए खड़गपुर शहर में पांव रखा था, जिसकी फिल्म की शूटिंग के लिए खुद शहरवासी भीड़ का हिस्सा बने थे. वही अभिनेता खुद को समाज की भीड़ से अलग करके चिर निद्रा में सो गया है.
खड़गपुर : फिल्म अभिनेता और ‘एमएस धौनी द अनटोल्ड स्टोरी’ के हीरो रहे सुशांत सिंह राजपूत की मौत की खबर सुनते ही खड़गपुरवासी काफी सदमे में हैं. शहरवासियों को यकीन नहीं हो रहा है कि कुछ वर्षों पहले जिस अभिनेता ने शूटिंग के लिए खड़गपुर शहर में पांव रखा था, जिसकी फिल्म की शूटिंग के लिए खुद शहरवासी भीड़ का हिस्सा बने थे. वही अभिनेता खुद को समाज की भीड़ से अलग करके चिर निद्रा में सो गया है.
खड़गपुर शहर और मुंबई शहर की दूरी काफी है. रेलनगरी खड़गपुर शहर में जीने वाले साधारण से लोग मायानगरी मुंबई की चकाचौंध से काफी दूर हैं. मुंबई जाने पर भी किसी फिल्म अभिनेता को करीब से देखना और उसकी फिल्म की शूटिंग का हिस्सा बनना हर किसी के नसीब में नहीं है. फिर भी ‘एमएस धौनी द अनटोल्ड स्टोरी’ फिल्म के कुछ अंश जब खड़गपुर शहर में फिल्माये गये, तो शूटिंग देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ी.
फिल्मी सीन के लिए भीड़ की जरूरत भी थी. खड़गपुर के लोगों ने उस जरूरत को भी पूरा किया. शूटिंग के दौरान लोगों ने फिल्म के नायक सुशांत सिंह राजपूत को करीब से देखा था. भारतीय क्रिकेट के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धौनी ने खड़गपुर रेलवे स्टेशन पर भारतीय टीम में शामिल होने से पहले टीटीई की नौकरी की थी. उस दौरान खड़गपुर शहर के आधे से ज्यादा लोग न तो धौनी को देखे थे और न ही जानते थे. भारतीय दल में धौनी के शामिल होते ही धौनी के नाम के साथ खड़गपुर शहर का नाम भी जुड़ गया था.
फिल्म की शूटिंग के दौरान सुशांत सिंह राजपूत ने महेंद्र सिंह धौनी के साथ खड़गपुर रेलवे स्टेशन पर काम करनेवाले टीटीई मित्र और क्रिकेट खेलने वाले मित्रों के साथ मुलाकात करके उनसे बात की थी. धौनी के मित्रों के साथ व्यवहार की बारीकियां सीखकर फिल्म में अभिनय किया था. सुशांत सिंह राजपूत की मौत की खबर सुनकर खड़गपुरवासियों ने दुख जताया है. रविवार को कुछ लोग कह रहे थे कि असली धौनी को देखने का मौका नहीं मिला, लेकिन सुशांत सिंह राजपूत ने उस कमी को काफी हद तक दूर कर दिया.