Loading election data...

मकर संक्रांति पर बरकट्ठा में लगने वाले सूरजकुंड मेले का आयोजन होगा या नहीं, सस्पेंस बरकरार

Jharkhand news, Hazaribagh news, बरकट्ठा (हजारीबाग) : हजारीबाग जिला अंतर्गत बरकट्ठा का धार्मिक पर्यटक स्थल सूरजकुंड में मकर संक्रांति पर लगने वाले मेले पर सस्पेंस बना हुआ है. जानकारी हो कि मकर संक्रांति के अवसर पर सूरजकुंड में 14 से 31 जनवरी तक प्रसिद्ध मेला लगता है. इस दिन सूरजकुंड में हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंच कर मकर स्नान करते हैं. लेकिन, कोरोना संक्रमण के कारण इस मेले के आयोजन को लेकर संशय बना हुआ है. अभी तक प्रशासनिक अधिकारी भी इस मेले को लेकर रेस नहीं दिख रहे हैं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 27, 2020 6:46 PM

Jharkhand news, Hazaribagh news, बरकट्ठा (हजारीबाग) : हजारीबाग जिला अंतर्गत बरकट्ठा का धार्मिक पर्यटक स्थल सूरजकुंड में मकर संक्रांति पर लगने वाले मेले पर सस्पेंस बना हुआ है. जानकारी हो कि मकर संक्रांति के अवसर पर सूरजकुंड में 14 से 31 जनवरी तक प्रसिद्ध मेला लगता है. इस दिन सूरजकुंड में हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंच कर मकर स्नान करते हैं. लेकिन, कोरोना संक्रमण के कारण इस मेले के आयोजन को लेकर संशय बना हुआ है. अभी तक प्रशासनिक अधिकारी भी इस मेले को लेकर रेस नहीं दिख रहे हैं.

जैसे- जैसे मेले का समय नजदीक आ रहा है, वैसे- वैसे लोगों की जिज्ञासा भी बढ़ती जा रही है. वहीं, मेले को लेकर अब तक प्रशासनिक तैयारियां भी शुरू नहीं हुई है. सूरजकुंड में लगने वाले मेले से सरकार को हर साल करीब 20 लाख रुपये की राजस्व की प्राप्ति होती है.

Also Read: साल के अंतिम रविवार को हुंडरू फॉल में पर्यटकों की उमड़ी भीड़, सैलानियों ने जमकर उठाया लुत्फ

सूरजकुंंड में गर्म जल का कुंड है, जो लोगों के आस्था का प्रतीक भी माना जाता है. मकर संक्रांति के दिन जो श्रद्धालु गंगा सागर नहीं जा पाते हैं, वो सूरजकुंड में स्नान कर अपनी आस्था को पूर्ण करते हैं. साथ ही 16 दिनों के मेले का आनंद भी उठाते हैं. मेले में झारखंड ही नहीं, बल्कि दूसरे प्रदेशों से भी पर्यटक घूमने आते है.

नये वर्ष की शुरुआत होने वाली है, पर अभी तक सूरजकुंड मेले के निलामी डाक प्रक्रिया संबंधी प्रशासनिक महकमे में कोई सुगबुगाहट नहीं देखी जा रही है. इससे लोगों में मेले को लेकर संस्पेंस बना हुआ है. झारखंड सरकार ने कोविड- 19 को लेकर गाइडलाइन में सामाजिक दूरी बनाये रखने का नियम जारी किया है. लेकिन, इस मेले के आयोजन को लेकर अभी तक कोई गाइडलाइन नहीं आयी है. यही कारण है कि लोगों को इस बार मेले आयोजित होने में संशय लग रहा है.

Posted By : Samir Ranjan.

Next Article

Exit mobile version