मुकुल रॉय मुद्दा: स्पीकर की अदालत में सुनवाई टलती है, तो हाइकोर्ट जायेगी बीजेपी
Mukul Roy News|West Bengal News Hindi|BJP TMC News|शुभेंदु अधिकारी ने कहा, ‘अध्यक्ष के पद पर विश्वास है, हमें इसे संसदीय प्रणाली के नजरिये से देखना होगा. लेकिन चीजों की एक सीमा है.
कोलकाता: भारतीय जनता पार्टी (BJP) की पश्चिम बंगाल इकाई ने कहा है कि सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (TMC) में शामिल हुए पार्टी के पूर्व नेता मुकुल रॉय (Mukul Roy) को विधायक के तौर पर अयोग्य ठहराने की उसकी याचिका पर अगर लंबे समय तक सुनवाई जारी रहती है, तो वह इस मुद्दे पर कलकत्ता हाइकोर्ट (Calcutta High Court) का दरवाजा खटखटायेगी.
शुक्रवार को दूसरे दिन की सुनवाई के बाद अध्यक्ष बिमान बंद्योपाध्याय (Biman Banerjee) ने कहा कि 17 अगस्त को फिर से सुनवाई होगी. विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी (LoP Suvendu Adhikari) ने संवाददाताओं से कहा, ‘हमें अध्यक्ष के पद पर विश्वास है, हमें इसे संसदीय प्रणाली के नजरिये से देखना होगा. लेकिन चीजों की एक सीमा है. अगर सुनवाई के चरण को लंबे समय तक बढ़ाने की प्रवृत्ति है, तो हम उच्च न्यायालय का रुख करेंगे.’
लोकसभा चुनाव होने में अभी तीन साल बाकी हैं. नरेंद्र मोदी (सत्ता से) को हटाना आसान नहीं है.
शुभेंदु अधिकारी, नेता प्रतिपक्ष, पश्चिम बंगाल
नंदीग्राम (Nandigram) के भाजपा विधायक (BJP Leader Suvendu Adhikari) ने कहा कि उन्होंने वकीलों से इस मुद्दे पर चर्चा शुरू कर दी है. 17 जुलाई को अध्यक्ष के कक्ष में मुकुल रॉय (Mukul Roy MLA) को विधायक के रूप में अयोग्य घोषित करने के अनुरोध वाली याचिका पर पहली सुनवाई में भाग लेने के बाद शुभेंदु अधिकारी ने कहा था कि इस मामले पर जल्द से जल्द फैसला लिया जाना चाहिए और यदि आवश्यक हुआ, तो भाजपा अदालत का दरवाजा खटखटायेगी.
पिछले साल दिसंबर में तृणमूल कांग्रेस से भाजपा में शामिल होने वाले शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि बीजेपी के पास संदेह करने के कारण हैं, क्योंकि अतीत में कभी भी विधानसभा में दलबदल विरोधी कानून लागू नहीं किया गया है. उन्होंने कहा, ‘ऐसे कई मामले हैं.’
दिल्ली में निर्वाचन आयोग के साथ तृणमूल कांग्रेस की बैठक में पश्चिम बंगाल की छह रिक्त सीटों पर जल्द से जल्द उपचुनाव कराने की मांग पर, शुभेंदु अधिकारी ने आश्चर्य जताया कि यह कैसे संभव हो सकता है, जीब राज्य प्रशासन ने खुद घोषित किया है कि राज्य में कोविड की स्थिति अभी भी बनी हुई है.
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उन्होंने कहा, ‘राज्य ने खुद राजनीतिक सभाओं और धार्मिक जुलूसों पर प्रतिबंध लगा दिया है, जबकि सभागारों में 50 लोगों के इकट्ठा होने की अनुमति है.’ श्री अधिकारी ने कहा कि कोई भी चुनाव कराने से पहले अधिकांश मतदाताओं का टीकाकरण, यहां तक कि एक खुराक भी जरूरी है.
उपचुनाव के मुद्दे पर तृणमूल ने भाजपा को कोसा
इस बीच, तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता कुणाल घोष ने दावा किया कि भाजपा विधानसभा उपचुनावों में देरी करने के लिए उत्सुक है, क्योंकि इस साल की शुरुआत में हुए आठ चरणों के चुनावों में बंगाल के लोगों द्वारा खारिज किये जाने के बाद उसका हारना तय है.
कुणाल घोष ने आरोप लगाया कि आठ चरणों के चुनाव ने कोरोना की स्थिति को खराब किया, क्योंकि बंगाल के बाहर से भाजपा नेताओं ने बड़ी संख्या में लोगों को उस समय यहां बुलाया, जब महामारी फैल रही थी.
तृणमूल प्रमुख ममता बनर्जी की दिल्ली यात्रा के बारे में पूछे जाने पर, जहां उन्होंने 2024 के लोकसभा चुनावों से पहले भाजपा विरोधी दलों के गठबंधन को एक साथ लाने के तरीकों का पता लगाने के वास्ते वरिष्ठ विपक्षी नेताओं के साथ बातचीत की, शुभेंदु अधिकारी ने इसे अधिक महत्व देने से इंकार कर दिया.
भाजपा विधानसभा उपचुनावों में देरी करने के लिए उत्सुक है, क्योंकि इस साल की शुरुआत में हुए आठ चरणों के चुनावों में बंगाल के लोगों द्वारा खारिज किये जाने के बाद उसका हारना तय है.
कुणाल घोष, प्रवक्ता, तृणमूल कांग्रेस
मोदी को सत्ता से हटाना आसान नहीं- शुभेंदु
शुभेंदु ने कहा कि वर्ष 2019 में वह कोलकाता के ब्रिगेड परेड ग्राउंड में तृणमूल कांग्रेस की एक वरिष्ठ नेता के रूप में मंच पर कई विपक्षी नेताओं के साथ शामिल हुई थी. हालांकि, इसके बाद हुए लोकसभा चुनावों में भाजपा सत्ता में लौट आयी. उन्होंने कहा, ‘लोकसभा चुनाव होने में अभी तीन साल बाकी हैं. नरेंद्र मोदी (सत्ता से) को हटाना आसान नहीं है.’
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Posted By: Mithilesh Jha