कोलकाता: भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर चुनाव जीतकर बिना इस्तीफा दिये, तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने वाले चार विधायकों ने शुभेंदु अधिकारी पर गंभीर आरोप लगाये हैं. बुधवार को इन विधायकों कहा कि नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने विधानसभा में उनके भाषण को रोकने का प्रयास करने पर आयकर विभाग की छापेमारी की धमकी दी. अधिकारी ने इस आरोप को आधारहीन बताया है.
बजट पर चर्चा के दौरान शुभेंदु को कई बार टोका
भाजपा से विधायक चुने गये कृष्ण कल्याणी (रायगंज), तन्मय घोष (विष्णुपुर), सौमेन रॉय (कालियागंज) और बिस्वजीत दास (बागदा) ने गृह विभाग के बजट पर चर्चा के दौरान कई बार शुभेंदु अधिकारी के भाषण के बीच में हस्तक्षेप किया था. उन्होंने अधिकारी पर ‘झूठ फैलाने और राज्य सरकार के विरुद्ध अफवाह फैलाने’ का आरोप लगाया.
दलबदल कानून के तहत अयोग्य नहीं हुए हैं विधायक
इन चार विधायकों ने पिछले साल सदन की सदस्यता से त्यागपत्र दिये बिना सत्ताधारी दल तृणमूल कांग्रेस का दामन थाम लिया था. उन्हें दलबदल कानून के तहत अयोग्य घोषित नहीं किया गया है और वे अब भी विपक्ष की बेंच पर बैठते हैं. सदन में जब मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बजट पर बोलना शुरू किया, तो अधिकारी और भाजपा के अन्य विधायकों ने बहिर्गमन किया.
विधायकों ने लगाये ये आरोप
ममता बनर्जी का भाषण समाप्त होने के बाद, कृष्ण कल्याणी ने विधानसभा अध्यक्ष बिमान बनर्जी से शिकायत की कि सदन से बाहर जाते समय शुभेंदु अधिकारी ने उनके भाषण के दौरान व्यवधान पैदा करने के लिए चारों विधायकों को धमकी दी. कहा कि उनके यहां आयकर के छापे पड़ सकते हैं.
शुभेंदु ने आरोपों को आधारहीन बताया
अध्यक्ष ने इस शिकायत का संज्ञान लिया और कहा कि सदन के नियमों के तहत चारों विधायकों को सुरक्षा दी जायेगी. इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि इससे पता चलता है कि पश्चिम बंगाल में आयकर विभाग पर किसका नियंत्रण है. बाद में अधिकारी ने संवाददाताओं से कहा कि आरोप आधारहीन है.
Posted By: Mithilesh Jha