शुभेंदु का आरोप :TMC के 100 से अधिक लोग फर्जी प्रमाणपत्र से बनाये गये उम्मीदवार,अगले सप्ताह करुंगा बड़ा खुलासा

शुभेंदु अधिकारी ने राज्य सरकार के कर्मचारियों को केंद्रीय दर पर महंगाई भत्ता देने की मांग की है. समान काम के लिए समान वेतन, अस्थायी कर्मचारियों के लिए वेतन संरचना बनाने की मांग उठाई है.

By Shinki Singh | August 1, 2023 2:52 PM

पश्चिम बंगाल में विधानसभा सत्र के दौरान भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी ने राज्य सरकार पर निशाना साधा है. भाजपा नेता का कहना है कि पंचायत चुनाव में सर्टिफिकेट को लेकर बहुत बड़ी धोखाधड़ी की गई है. इस मामले का खुलासा 15 अगस्त से पहले करुंगा ताकि जनता सच्चाई से रुबरु हो सकें. शुभेंदु अधिकारी का कहना है कि पंचायत चुनाव के दौरान तृणमूल के 100 से अधिक लोग फर्जी प्रमाणपत्र से उम्मीदवार बनाये गये हैं. मतदान के दौरान जारी किये गये अधिकांश प्रमाणपत्र फर्जी हैं. शुभेंदु ने आरोप लगाया है कि बीडीओ, एसडीओ ने भी बहुत बड़ी धांधली की है. उलबेरिया के बीडीओ ने तो बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार किया है. माामले की जांच बेहद आवश्यक है.

राज्य सरकार के कर्मचारियों को केंद्रीय दर पर महंगाई भत्ता देने की मांग

इस बार विधानसभा में सभी विपक्षी नेता डीए देने का समर्थन करते हुए नजर आ रहे हैं. शुभेंदु अधिकारी ने राज्य सरकार के कर्मचारियों को केंद्रीय दर पर महंगाई भत्ता देने की मांग की है. विपक्षी दल के नेता ने समान काम के लिए समान वेतन, अस्थायी कर्मचारियों के लिए वेतन संरचना बनाने की मांग उठाई है. राज्य सरकार ने खुद स्वीकार किया है कि कई लाख पद खाली पड़े हैं, लेकिन कोई भर्ती नहीं की जा रही है. प्रतिभाएं सड़कों पर बैठी हैं. लेकिन विधानसभा सत्र के दौरान इन मुद्दों पर राज्य सरकार चर्चा नहीं कर रही है.

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बंगाल में 2 करोड़ से अधिक लोग बेरोजगार

भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी ने राज्य सरकार पर पलटवार करते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल में नौकरियों के लिये 6 लाख से अधिक पद खाली है.फिर भी नियुक्तियां नहीं की जा रही है. शिक्षक भर्ती मामले को लेकर अभ्यार्थी सड़कों पर बैठे हुए है आखिरकार मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को उनका दर्द सुनाई क्यों नहीं दे रहा है. बंगाल में 2 करोड़ से अधिक लोग बेरोजगार है फिर भी नियुक्तियां क्यों नहीं की जा रही है. आखिरकार राज्य सरकार क्या चाहती है बंगाल की जनता से. महंगाई बढ़ती जा रही है और बेरोजगारी भी लगातार बंगाल में बढ़ रही है.

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शुभेंदु ने तृणमूल पर लगाया असंसदीय भाषा का इस्तेमाल करने का आरोप

विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी मंगलवार को विधानसभा में सत्तापक्ष तृणमूल कांग्रेस पर जमकर बरसे. दरअसल सदन में तृणमूल के उप सचेतक तापस राय ने असंसदीय भाषा का इस्तेमाल किये जाने का मुद्दा उठाया था. उन्होंने कहा कि सदन में विपक्ष के कुछ विधायक असंसदीय भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं. जो सही नहीं है. तापस राय के यह बयान की विरोधी दल के नेता शुभेंदु अधिकारी ने कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि, कौन असंसदीय भाषा का इस्तेमाल कर रहा ? सोमवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पहले भाजपा के विधायकों को ”हरिदास पाल’ कहा था. शुभेंदु ने कहा कि हरिदास पाल का इस्तेमाल बांग्ला में क्यों करते हैं, यह हम सब को पता है. सीएम विरोधियों के लिए कैसे इस तरह के शब्दों का इस्तेमाल कर सकती हैं. ऐसे में असंसदीय भाषा का इस्तेमाल कौन कर रहा है. शुभेंदु के बोलने के दौरान सत्तापक्ष के सभी विधायक चुप थे.

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पहले चोरी रोकें, फिर बकाया राशि लेने एक साथ चलेंगे दिल्ली : शुभेंदु

राज्य के प्रति केंद्र सरकार की ‘अर्थिक अवहेलना’ पर सत्तपक्ष की ओर से एक प्रस्ताव पेश किया गया. विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने तृणमूल के इस प्रस्ताव का विरोध किया. उनका कहना था कि हमने केंद्र का पैसा नहीं रोका है. मैंने चोरी रोक दी है. अपने भाषण के अंत में विपक्षी दल के नेता ने कहा कि अगर केंद्रीय फंड की चोरी को रोक दी जाती है, तो वह तृणमूल के साथ मिलकर दिल्ली जाने को तैयार हैं. ताकि, राज्य सरकार की बकाया राशि का भुगतान हो जाये.

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100 दिन रोजगार योजगार से जुड़ीं कई शिकायतों के आंकड़े सदन में पेश

विपक्षी दल के नेता ने मालदा और मुर्शिदाबाद जिले से संबंधित आवास योजना और 100 दिन रोजगार योजगार से जुड़ीं कई शिकायतों के आंकड़े सदन में पेश किये. शुभेंदु ने कहा कि राज्य में विभिन्न केंद्रीय परियोजनाओं के नाम में बदलाव ही नहीं गया है, बल्कि जल जीवन मिशन, शिक्षा आदि के लिए आवंटित केंद्रीय फंड की पूरी राशि खर्च ही नहीं की गयी है. विपक्षी दल के नेता का दावा है कि आने वाले दिनों में राज्य को इन दोनों विभागों के लिए पैसा नहीं मिलेगा. इस बीच, राज्य की मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य ने भी शुभेंदु के इस बयान पर पलटवार किया. उनका कहना था कि विपक्षी दल के नेता का यह बयान पूरी तरह से राजनीति से प्रेरित है. चंद्रिमा ने कहा कि शुभेंदु आवास योजना से जुड़े जिन घटनाओं का दावा कर रहे हैं, वे सभी 2018 की हैं. उस वक्त शुभेंदु तृणमूल कांग्रेस में ही थे.

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