Swarved Mahamandir: दुनिया के सबसे बड़े मेडिटेशन सेंटर के बारे में जानें खास बातें, देखें VIDEO
Swarved Mahamandir - स्वर्वेद महामंदिर विश्व का अद्वितीय आध्यात्मिक केंद्र है. सात तल वाले महामंदिर के हर तल पर सद्गुरुदेव की संगमरमर की सुंदर मूर्ति सुसज्जित है. 182 फीट ऊंचे और 80 हजार वर्गफीट क्षेत्र में निर्मित मंदिर में एक साथ 20 साधक योग और साधना कर सकेंगे.
PM Modi inaugurates Swarved Mahamandir in Varanas : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार सुबह मुख्यमंत्री योगी के साथ विहंगम योग संत समाज के वार्षिकोत्सव में शामिल हुए. साथ ही, स्वर्वेद महामंदिर धाम के प्रथम चरण का लोकार्पण किया. उन्होंने पूरे मंदिर की वास्तुकला समेत अन्य चीजों की जानकारी ली. स्वर्वेद महामंदिर विश्व का अद्वितीय आध्यात्मिक केंद्र है.
182 फीट ऊंचे और 80 हजार वर्गफीट क्षेत्र में निर्मित मंदिर में एक साथ 20 साधक योग और साधना कर सकेंगे. महामंदिर की दीवारों पर स्वर्वेद के दोहे, वेदों के मंत्र और संतों की वाणियों को सफेद मकराना संगमरमर पर उकेरा गया है.
सात तल वाले महामंदिर के हर तल पर सद्गुरुदेव की संगमरमर की सुंदर मूर्ति सुसज्जित है. स्वर्वेद महामंदिर धाम के दरवाजे विश्व के सभी वर्ग संप्रदाय के लिए खुले हुए हैं.
स्वर्वेद महामंदिर वाराणसी के उमरहा में स्थित दुनिया का अनोखा मंदिर है. सात मंजिला और 180 फीट ऊंचे स्वर्वेद महामंदिर की संगमरमरी दीवारों पर स्वर्वेद के चार हजार दोहे लिखे हैं.
19 साल तक लगातार 600 कारीगर, दो सौ मजदूर और 15 इंजीनियर की मेहनत आज महामंदिर के पूर्ण स्वरूप में साकार हो चुकी है. मंदिर का प्रथम तल आम लोगों के लिए खुल गया है.
स्वर्वेद महामंदिर दुनिया का ऐसा अनोखा मंदिर है, जहां देवी और देवता की प्रतिमा नहीं है. मंदिर में पूजा की जगह ब्रह्म ज्ञान की प्राप्ति के लिए योग साधना की जाएगी.
गुरु परंपरा को समर्पित इस महामंदिर को योग साधकों की साधना के लिए तैयार किया गया है. 100 करोड़ की लागत से तैयार मंदिर का निर्माण वाराणसी शहर से 15 किलोमीटर की दूरी पर उमरहा में दिसंबर 2004 में शुरू हुआ था.