Odisha News: इस्पात उद्योग के श्रमिकों ने किया विरोध प्रदर्शन, 10 लाख रुपये इंश्योरेंस समेत रखी यह मांगे
सीटू ने इस्पात उद्योग के श्रमिकों के साथ देशव्यापी आंदोलन किया. इसआंदोलन में 10 लाख रुपये इंश्योरेंस समेत कई मांगे रखी गई हैं.
राउरकेला. एसडब्ल्यूएफआइ के आह्वान पर सीटू के नेतृत्व में देश भर के इस्पात उद्योगों में कार्यरत स्थायी और अस्थायी श्रमिकों ने बुधवार को विरोध-प्रदर्शन किया. स्टील कर्मचारी ट्रेड यूनियन और राउरकेला कॉन्ट्रैक्टर्स वर्कर्स यूनियन, सीटू की ओर से राउरकेला स्टील प्लांट के बिरसा चौक गेट के पास धरना दिया गया. सीटू की ओर से एनजेसीएस में इस्पात श्रमिकों के साथ तत्काल वेतन समझौता, अधिकारियों और ठेकेदारों द्वारा ठेका श्रमिकों का शोषण बंद करने, मूल वेतन में वृद्धि, केंद्र सरकार द्वारा निर्धारित न्यूनतम मजदूरी का भुगतान, 10 लाख रुपये का समूह बीमा समेत अन्य मांगें की गयीं.
स्थायी इस्पात श्रमिकों का 39 महीने का बकाया एरियर भुगतान, रात्रि भत्ता, ग्रेच्युटी में सीलिंग व्यवस्था वापस लेने, अधिकारियों को पीआरपी के न्यूनतम वेतन के तौर पर इस्पात श्रमिकों को बोनस प्रदान करने की मांग रखी गयी.
ठेका श्रमिकों ने किया काम बंद
सीटू के इस देशव्यापी आंदोलन में देश भर के स्टील प्लांट व खदानों में आंदोलन किया गया. जिससे बणई अनुमंडल के बरसु्आं, कालटा व तालडीही खदानों में ठेका श्रमिकों ने काम बंद कराया. बताया गया कि 12 फरवरी को उक्त मांगों को लेकर एसडब्ल्यूएफआइ के आह्वान पर स्टील सिटी बोकारो में स्थायी और अस्थायी श्रमिकों का राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है.
आज के प्रदर्शन में स्टील एम्पलाइज ट्रेड यूनियन के महासचिव बसंत नायक, राउरकेला कॉन्ट्रैक्टर्स वर्कर्स यूनियन के महासचिव विमान माइती, उपाध्यक्ष श्रीमंत बेहेरा, सचिव बीपी महापात्र, राज किशोर प्रधान, अजय शर्मा, प्रभात मोहंती, विश्वजीत माझी, सुरेंद्र मोहंती, विद्याधर नायक, यज्ञेश्वर साहू, बचीराम बेहेरा, बुबुन माइती, बसंत पाढ़ी, जीके नायक, ब्रज बेहुरिया, जगबंधु राउत, सुरेंद्र बेहेरा, सागर छोटराय, ऋषि जेना आदि ने आंदोलन का नेतृत्व किया.