तापसी पन्नू की Boycott ट्रेंड पर सीधी बात, बोलीं- ये ‘मजाक’ के अलावा और कुछ नहीं है…
तापसी पन्नू का कहना है कि वह उस दौर से गुजर चुकी हैं जब सोशल मीडिया पर टिप्पणियों से वह परेशान हो जाया करती थीं, लेकिन अब उन्हें इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है. तापसी की फिल्म ‘‘दोबारा'' शुक्रवार को सिनेमाघरों में चुकी है. ‘‘दोबारा'' का निर्देशन अनुराग कश्यप ने किया है.
बॉलीवुड अभिनेत्री तापसी पन्नू (Taapsee Pannu) की फिल्म दोबारा शुक्रवार को सिनेमाघरों में रिलीज हो चुकी है. पिछले कुछ समय से सोशल मीडिया पर बॉलीवुड फिल्मों के बहिष्कार का एक ट्रेंड चल पड़ा है. अब तापसी पन्नू ने इसपर प्रतिक्रिया दी है. उनका कहना है कि हिंदी फिल्मों का बहिष्कार करने का चलन एक ‘मजाक’ के अलावा और कुछ नहीं है. अभिनेत्री का मानना है कि सोशल मीडिया पर हिंदी फिल्मों के बहिष्कार की अपील करना दर्शकों की बुद्धिमता को कम करके आंकने जैसा ही है.
इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है
तापसी का कहना है कि वह उस दौर से गुजर चुकी हैं जब सोशल मीडिया पर टिप्पणियों से वह परेशान हो जाया करती थीं, लेकिन अब उन्हें इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है. तापसी की फिल्म ‘‘दोबारा” शुक्रवार को सिनेमाघरों में चुकी है. ‘‘दोबारा” का निर्देशन अनुराग कश्यप ने किया है.
बहिष्कार करने का चलन एक मजाक बन गया है
तापसी ने गुरुवार को यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘यदि सोशल मीडिया पर फिल्मों का बहिष्कार करने और कलाकारों की आलोचना करने का चलन जारी रहता है तो कुछ निश्चित समय के बाद लोग इस ओर ध्यान नहीं देंगे. मेरी एक फिल्म में इस विषय से संबंधित एक संवाद भी है.” अभिनेत्री ने कहा, ‘‘मैं फिल्म जगत में दूसरों के बारे में बात नहीं कर सकती, लेकिन मेरे और अनुराग के लिए फिल्मों का बहिष्कार करने का चलन एक मजाक बन गया है.”
आमिर खान ने बायकॉट ट्रेंड पर कही ये बात
दरअसल, हाल ही में कुछ लोगों ने सोशल मीडिया पर आमिर खान की फिल्म ‘‘लाल सिंह चड्ढा” और अक्षय कुमार की ‘‘रक्षा बंधन” का बहिष्कार करने की अपील की थी. इसके बाद आमिर ने कहा था कि वह फिल्म का बहिष्कार करने की अपील से दुखी हैं और उन्होंने दर्शकों से अपनी फिल्म देखने का आग्रह किया था.
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दर्शक कोई फिल्म पसंद करते हैं तो…
तापसी ने कहा, ‘‘यदि दर्शक कोई फिल्म पसंद करते हैं तो वे निश्चित रूप से फिल्म देखने जाएंगे. अगर उन्हें फिल्म नहीं पसंद है, तो वे नहीं देखेंगे. लेकिन, हिंदी फिल्मों के बहिष्कार की अपील करना मेरे दर्शकों की बुद्धिमता को कम करके आंकने जैसा ही है.”