Agra : ताजमहल की सुरक्षा में कोई चूक ना हो और उसकी सुरक्षा चाक-चौबंद रहे इसके लिए कुछ कड़े नियम जारी किए गए हैं. ताजमहल की सुरक्षा कारणों के चलते 2 किलोमीटर के दायरे में ड्रोन उड़ाने पर पूर्ण रूप से पाबंदी थी. अब इस पाबंदी का दायरा और ज्यादा बढ़ा दिया गया है. अब कोई भी व्यक्ति ताज के 8 किलोमीटर के दायरे में ड्रोन नहीं उड़ा पाएगा. अगर कोई गलती से उड़ता भी है तो ड्रोन कैचर गन उस ड्रोन को तत्काल पकड़ लेगी.
ताजमहल के पास कई बार ड्रोन उड़ाने की शिकायतें सामने आ चुकी है. कभी ताजगंज क्षेत्र से तो कभी ताजमहल के पार्श्व में स्थित मेहताब बाग से ड्रोन उड़ाया जा चुका है. ताज सुरक्षा द्वारा ऐसे लोगों पर कई बार कार्यवाही भी की गई. वहीं पर्यटकों को जागरूक करने के लिए कई जगह बोर्ड लगाकर यह जानकारी दी गई. वहीं ताज के प्रतिबंधित एरिया में ड्रोन उड़ाने पर पाबंदी है. लेकिन इसके बावजूद कई बार ड्रोन उड़ाने की घटनाएं सामने आती रहीं है.
ड्रोन की घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए चेन्नई की एक कंपनी को ड्रोन कैचर की जिम्मेदारी दी गई थी. जो किसी भी तरह के ड्रोन को कैच कर सके. कुछ समय पहले कंपनी द्वारा एक ट्रायल भी किया गया लेकिन बैटरी बैकअप कम होने के चलते ट्रायल सफल नहीं हुआ. वहीं अब कंपनी दोबारा से फुल बैटरी बैकअप के साथ ड्रोन कैचर का दूसरा ट्रायल करने वाली है. ताजमहल के 8 किलोमीटर के दायरे में उड़ने वाले किसी भी ड्रोन को यह ड्रोन कैचर अपनी पकड़ में ले लेगा.
सीआईएसएफ कमांडेंट राहुल यादव ने बताया कि डॉन कैचर का दूसरा ट्रायल जल्द ही किया जाएगा. अगर यह ट्रायल सफल रहा तो ताजमहल के आसपास व ऊपर उड़ने वाले ड्रोन को यह कैचर आसानी से पकड़ लेगा. कैचर द्वारा ड्रोन पकड़ते ही कंट्रोलर का कंट्रोल उसके ऊपर से खत्म हो जाएगा और कैचर ही ड्रोन को कंट्रोल करेगा.