योगी सरकार (Yogi Government) के प्रयासों से ताजनगरी को तीसरे एक्सप्रेसवे का जल्द ही निर्माण होने जा रहा है. भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (National Highway Authority of India) द्वारा आगरा-ग्वालियर (Agra-Gwalior) के मध्य आगरा-ग्वालियर ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे (Greenfield Expressway) का निर्माण किया जा रहा है. इस एक्सप्रेसवे के बन जाने के बाद आगरा से ग्वालियर की यात्रा मात्र एक घंटे में पूरा होगा. आगरा से ग्वालियर की दूरी 121 किलोमीटर है. चार लेन की रोड से इस दूरी को तय करने में अभी दो से ढाई घंटे लगते हैं. जिसे देखते हुए आगरा-ग्वालियर ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे का निर्माण किया जा रहा है. छह लेन का एक्सप्रेसवे बनने से यह दूरी 88.40 किमी हो जाएगी. इसे तय करने में एक घंटे से कम का समय लगेगा. यह एक्सप्रेसवे आगरा जिले की तीन तहसीलों से होकर गुजरेगा. इसके लिए तहसील सदर, फतेहाबाद और खैरागढ़ के 15 गांवों की 117.83 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण होगा. भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) ग्वालियर खंड ने भूमि अधिग्रहण का नोटिस (तीन-ए) जारी कर दिया है. इसका प्रस्ताव बनाकर शासन को भेज दिया गया है. यह एक्सप्रेसवे देवरी गांव स्थित इनर रिंग रोड से शुरू होगा और सुसेरा गांव ग्वालियर में जाकर खत्म होगा. जिले में एक्सप्रेसवे की लंबाई 22 किलोमीटर की होगी. इसे ऊंचाई पर बनाया जाएगा. दो से तीन मीटर की दीवार भी बनाई जाएगी. इससे जानवर सीधे एक्सप्रेसवे पर नहीं पहुंच सकेंगे.
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बता दें कि आगरा-ग्वालियर ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे के निर्माण पर 2497.84 करोड़ रुपए खर्च होंगे. एक किमी सड़क के निर्माण की लागत 25.80 करोड़ रुपए आएगी. इसका निर्माण कार्य तीन फेज में किया जाएगा. आगरा से धौलपुर तक एक्सप्रेसवे के निर्माण में 972 करोड़ रुपए खर्च होंगे. आगरा-ग्वालियर ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे बनने से वाहन चालकों को फायदा होगा. यमुना एक्सप्रेसवे, नेशनल हाईवे-19 व लखनऊ एक्सप्रेसवे से आने वाले वाहन चालक अगर ग्वालियर जाना चाहते हैं तो इनर रिंग रोड के माध्यम से सीधे ग्वालियर जा सकेंगे. इसी तरह से न्यू दक्षिणी बाईपास से आने वाले वाहन एक्सप्रेसवे से होकर गुजर सकेंगे. इससे समय के साथ ही ईंधन की भी बचत होगी.