शिक्षक भर्ती घोटाला: एसपी सिन्हा, सुबीरेश भट्टाचार्य,कल्याणमय गांगुली,पर्णा बोस समेत 12 बनाये गये आरोपी
पश्चिम बंगाल में शिक्षक भर्ती घोटाले से जुड़े एक मामले में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने वेस्ट बंगाल सेट्रल स्कूल सर्विस कमीशन (डब्ल्यूबीसीएसएससी) के तत्कालीन सलाहकार एसपी सिन्हा समेत 12 लोगों के खिलाफ अलीपुर स्थित सीबीआई की स्पेशल कोर्ट में आरोप पत्र दायर किया.
पश्चिम बंगाल में शिक्षक भर्ती घोटाले से जुड़े एक मामले में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने वेस्ट बंगाल सेट्रल स्कूल सर्विस कमीशन (डब्ल्यूबीसीएसएससी) के तत्कालीन सलाहकार एसपी सिन्हा समेत 12 लोगों के खिलाफ अलीपुर स्थित सीबीआई की स्पेशल कोर्ट में आरोप पत्र दायर किया. सीबीआई ने अप्रैल में कलकत्ता हाइकोर्ट के निर्देश पर थर्ड आरएलएसटी ( एनटी ), 2016 के माध्यम से पश्चिम बंगाल के सेकेंडरी एवं हायर सेकेंडरी स्कूलों में कक्षा नौ और 10 में सहायक शिक्षकों की नियुक्तियों में हुए घोटाले को लेकर प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू की.
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शिक्षक भर्ती घोटाले में सीबीआई ने दायर की चार्जशीट
चार्जशीट में डॉ शांति प्रसाद सिन्हा (डब्ल्यूबीसीएसएससी के पूर्व सलाहकार), अशोक कुमार साहा (डब्ल्यूबीसीएसएससी के पूर्व सहायक सचिव), डॉ सुबीरेश भट्टाचार्य (डब्ल्यूबीसीएसएससी के पूर्व चेयरमैन), डॉ कल्याणमय गांगुली (वेस्ट बंगाल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन के एडहॉक कमेटी के पूर्व अध्यक्ष), पर्णा बोस (डब्ल्यूबीसीएसएससी के पूर्व प्रोग्राम ऑफिसर), समरजीत आचार्ज (डब्ल्यूबीसीएसएससी के प्रोग्राम ऑफिसर), प्रसन्न कुमार राय उर्फ राकेश ( घोटाले में बिचौलिये की भूमिका निभाने का आरोपी), प्रदीप सिंह उर्फ छोटू (प्रसन्न का सहयोगी), जूही दास, मोहम्मद आजाद अली मिर्जा, इमाम मोमिन और रोहित कुमार झा को आरोपी बनाया गया है. इनमें पर्णा, समरजीत, जूही, मोहम्मद आजाद, इमाम मोमिन और रोहित को छोड़कर शेष सभी छह आरोपी गिरफ्तार किये जा चुके हैं, जो फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं.
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बड़ी साजिश के तहत हुआ घोटाला
सीबीआई की चार्जशीट में आरोप लगाया गया है कि शिक्षक भर्ती घोटाले को बड़ी साजिश के तहत अंजाम दिया गया. आरोपी सीधे तौर पर इसका हिस्सा रहे हैं. डब्ल्यूबीसीएसएससी के पूर्व चेयरमैन व उत्तर बंगाल विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति सुबीरेश भट्टाचार्य पर आरोप है कि उन्होंने करीब 300 परीक्षार्थियों की मार्कशीट बदली थी. अयोग्य उम्मीदवारों की मार्कशीट के नंबर बढ़ाये गये, जिसके आधार पर स्कूलों में उनकी नियुक्ति हुई. सुबीरेश भट्टाचार्य वर्ष 2014 से 2018 तक डब्ल्यूबीसीएसएससी के चेयरमैन रहे और इसी दौरान शिक्षकों की नियुक्ति में भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे.
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