पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में शिक्षक भर्ती घोटाला (Teacher Recruitment Scam) मामले में एक बार फिर ईडी सक्रिय नजर आ रही है. जांच में अब चार्टर्ड अकाउंटेंट और कई फर्जी कंपनियां ईडी की जांच के दायरे में हैं. ईडी ने गुरुवार सुबह से ही काेलकाता में कई जगहों पर छापेमारी की है. ईडी सूत्रों के मुताबिक जांचकर्ताओं ने कई टीमों में बंटकर कोलकाता में कम से कम 10 जगहों पर छापेमारी की है. उनके साथ केंद्रीय सेना के जवान भी हैं. स्थानीय सूत्रों के मुताबिक, ईडी अधिकारियों ने बड़ाबाजार में जिस जगह पर छापेमारी की, वह एक चार्टर्ड अकाउंटेंट का कार्यालय है. ईडी सूत्रों के मुताबिक अनियमितताओं की जांच के आधार पर वहां छापेमारी की गई.
ईडी अधिकारियों को गुरुवार सुबह अलीपुर स्थित एक आवास, साल्ट लेक में बंगाल केमिकल्स, मानिकतला में एक कार्यालय, गणेशचंद्र एवेन्यू, बड़ाबाजार, डलहौजी इलाके में देखा गया है. हालांकि ईडी की तलाशी का कारण सार्वजनिक रूप से ज्ञात नहीं है, केंद्रीय जांच एजेंसी के एक सूत्र ने कहा कि छापेमारी शिक्षक भ्रष्टाचार मामले की जांच पर आधारित है.
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शिक्षक भर्ती भ्रष्टाचार मामले की जांच में अब चार्टर्ड अकाउंटेंट और कई फर्जी कंपनियां ईडी की जांच के दायरे में हैं. 31 अक्टूबर को ईडी ने हावड़ा के राउंड टैंक लेन स्थित चार्टर्ड अकाउंटेंट मनोज मल्होत्रा के घर पर छापेमारी की थी. केंद्रीय एजेंसी के मुताबिक, मनोज अनुब्रत मंडल के चार्टर्ड अकाउंटेंट मनीष कोठारी की चार्टर्ड फर्म से जुड़ा था. ईडी ने दावा किया कि मनोज के घर की तलाशी में कई दस्तावेज मिले हैं. उस दस्तावेज में चार्टर्ड अकाउंटेंट प्रभुदयाल समेत कई नाम मिले हैं. आज का अभियान उसी पर आधारित है. ईडी का अनुमान है कि गौ तस्करी जैसे प्राथमिक भर्ती भ्रष्टाचार से प्राप्त काले धन को भी फर्जी कंपनियां खोलकर सफेद किया जा रहा है. नारकेलडांगा मेन रोड पर चार्टर्ड अकाउंटेंट प्रभुदयाल रांदेर का चार मंजिला मकान है. पड़ोसी का दावा है कि उन्होंने यह फ्लैट प्रभुदयाल की कंपनी से खरीदा है.
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