कोलकाता. शिक्षक भर्ती घोटाले के सिलसिले में सीबीआइ ने रविवार को प्राथमिक शिक्षा परिषद के पूर्व अध्यक्ष और तृणमूल विधायक माणिक भट्टाचार्य के करीबी तापस मंडल और एक बिचौलिया (एजेंट) नीलाद्री घोष को गिरफ्तार कर लिया. तापस मंडल भी बिचौलिये की भूमिका में रहा है. दोनों आरोपियों को सोमवार को अलीपुर कोर्ट में पेश किया जायेगा. गौरतलब है कि माणिक भट्टाचार्य पहले ही गिरफ्तार हो चुके हैं. इधर, इसी मामले में सीबीआइ हुगली जिले के तृणमूल कांग्रेस के युवा नेता कुंतल घोष को भी हिरासत में लेकर पूछताछ करना चाहती है. कुंतल को हिरासत में लेने के सीबीआइ के आवेदन पर अदालत में सुनवाई सोमवार को होगी.
सीबीआइ सूत्रों का कहना है कि तापस मंडल एवं नीलाद्री घोष समेत रुपये लेकर शिक्षक की अवैध तरीके से नौकरी दिलवाने वाले 10 बिचौलियों को रविवार सुबह निजाम पैलेस में बुलाया गया था. वहां तय समय पर सभी पहुंच गये. तापस मंडल समेत अन्य एजेंटों से पूछताछ शुरू की गयी. सीबीआइ सूत्रों का कहना है कि इस धांधली को लेकर तापस से पूछताछ करने पर हमेशा वह सारे आरोप दूसरों पर मढ़ रहे थे.
रुपये लेने एवं देने से जुड़े सभी आरोपों में वह खुद की भूमिका स्पष्ट नहीं कर रहे थे, बल्कि अन्य लोगों ने कितने रुपये लिये, अन्य आरोपियों का रोल क्या था, कौन-कौन एजेंट इसमें शामिल हैं, अन्य लोगों के बारे में सारी जानकारी दे रहे थे, लेकिन अन्य लोग जो तापस पर आरोप मढ़ रहे थे, इस बारे में वह खुद की भूमिका स्पष्ट नहीं कर रहे थे. जांच अधिकारियों को अपने जवाब से हमेशा भ्रमिक कर रहे थे.
रविवार को घंटों पूछताछ करने के बाद तापस एवं नीलाद्री घोष नाम के एजेंट को गिरफ्तार करने का फैसला लिया गया. शिक्षक भर्ती घोटाले में अदालत में फटकार मिलने के बाद सीबीआइ ने शुक्रवार को एक दिन में ही छह बिचौलियों को गिरफ्तार कर लिया. जिनके नाम चंदन मंडल उर्फ रंजन, सुब्रत सामंत रॉय, कौशिक घोष, शाहीद इमाम, शेख अली इमाम और अब्दुल खालेक बताये गये हैं. इन सभी से पूछताछ में भी तापस मंडल, नीलाद्री घोष एवं अन्य कुछ एजेंट का नाम सामने आया था. जिसके बाद रविवार को सीबीआइ ने तापस मंडल एवं नीलाद्री घोष को गिरफ्तार कर लिया.
गौरतलब है कि इसके पहले इडी की हिरासत में रहने के दौरान हुगली जिले के तृणमूल युवा नेता कुंतल घोष ने मीडिया के सामने कई बार कहा था कि तापस मंडल उससे 50 लाख रुपये मांग रहे थे, उन्होंने नहीं दिया इसलिए उसे फंसाया गया है. तापस के पास इस धांधली में मोटी रकम पहुंची थी. इधर, तापस अपनी भूमिका स्पष्ट नहीं कर कुंतल को 19.30 करोड़ रुपये देने की बात कही थी. उनके ऊपर लगे आरोप पर तापस अपनी भूमिका स्पष्ट नहीं कर रहे थे. जिसके बाद तापस को गिरफ्तार करने का फैसला लिया गया.