कोलकाता, विकास कुमार गुप्ता : शिक्षक भर्ती घोटाले की जांच कर रही सीबीआइ की टीम ने अब मास्टरमाइंड तक पहुंचने की कवायद शुरू कर दी है. सूत्रों का कहना है कि वर्ष 2014 में प्राइमरी टेट में अनुत्तीर्ण होने के बावजूद जिन लोगों को नौकरी मिली, अब उनसे पूछताछ की जा रही है. उनका कहना है कि वर्ष 2014 में टेट में फेल होने के बावजूद जिन्हें नौकरी मिली, उन्हें नौकरी कैसे मिली. इसका पता लगाने के लिए नौकरी पाने वाले अभ्यर्थियों से पूछताछ शुरू कर दी गयी है. इससे पता लगाया जा सके कि उन्होंने किससे रुपये देकर नौकरी खरीदी थी. उनका बयान लिया जा रहा है.
गौरतलब है कि वर्ष 2014 की प्रारंभिक परीक्षा के आधार पर, 2016 की भर्ती प्रक्रिया में धोखाधड़ी के कई आरोप लगाये गये थे. कोर्ट ने इस भ्रष्टाचार मामले में सीबीआइ को नौकरी पानेवालों से पूछताछ करने की सलाह दी थी, जिससे प्रमुख मास्टरमाइंड तक पहुंचा जा सके. अब सीबीआइ अदालत के इसी सुझाव पर जांच की गति को आगे बढ़ा रही है.
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सीबीआइ सूत्रों के मुताबिक, जांच एजेंसी यह जानना चाहती है कि उन्हें कितने रुपये में नौकरी मिली. उन्होंने किन-किन लोगों तक रुपये पहुंचाये? इसके लिए उन्हें संपर्क कहां से मिला? उन्हें नियुक्ति पत्र कैसे मिला? अबतक कोलकाता, उत्तर 24 परगना, मुर्शिदाबाद और बीरभूम के अभ्यर्थियों का बयान रिकॉर्ड किया गया है. अन्य को तलब करने की प्रक्रिया चल रही है.
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